28 Jun 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 550 Articles
एक माँ के अनुभव से होने वाली माएं बहुत कुछ सीख पाती हैं। इसी वजह से हम हमेशा किसी-न-किसी मॉम का इंटरव्यू लेकर आते हैं। आज हम मॉम्स के इंटरव्यू की सीरीज में कोमल पठानिया का इंटरव्यू लेकर आए हैं। कोमल पठानिया ने अपनी प्रेगनेंसी जर्नी के साथ ही पैरेंटिंग टिप्स बताए हैं। साथ ही बेबीचक्रा की इन्साइडर क्लब मेम्बर की जर्नी के बारे में भी बात की।
कोमल पठानिया ने हिंदी और इंग्लिश में डबल मास्टर्ज करने के बाद शादी की। उसके दो साल बाद कोमल ने बेबी प्लेनिंग की। अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “मेरी पूरी प्रेग्नेंसी काफी स्मूद थी। शुरुआत के तीन महीने तक मॉर्निंग सिकनेस थी, लेकिन पति के सपोर्ट से सब कुछ बेहतर रहा।”
उन्होंने बताया कि, “मैं शादी से पहले भी फिट्नेस को लेकर काफी जागरूक थी और शादी के बाद भी। यहां तक कि प्रेग्नेंसी के समय भी मैंने उसे जारी रखा। प्रेग्नेंसी के अंत तक मैं योगा करती रही। इसी वजह से मेरी प्रेग्नेंसी का दौर काफी स्मूद रहा।
आगे कोमल से हमने उनकी डिलीवरी के बारे में पूछा। उस पल को याद करते हुए कोमल बोलीं मैं और मेरा शरीर पूरी तरह से नॉर्मल डिलीवरी के लिए तैयार थे। मुझे लेबर पेन हुआ मेरा बेबी नीचे भी आ गया था लेकिन सर्विक्स ओपनिंग नहीं हुई। मुझे 10वाँ महीना शुरू हो चुका था इसलिए अंत में डॉक्टर्स ने सिजेरियन डिलीवरी की।
प्रेग्नेंसी में साथ है जरूरी
फिर कोमल से हमने पूछा कि प्रेग्नेंसी से लेकर अब तक सबसे ज्यादा साथ आपको किसका मिला? इसपर कोमल ने बताया, “था तो परिवार पति दोस्त सबका साथ। लेकिन जिन्होंने कदम से कदम मिलाकर साथ दिया है वो मेरे पति थे और बेबी चक्रा का एप्लिकेशन।”
उन्होंने बताया, “मेरी हर जरूरत को पूरा करने से लेकर चेकअप तक सबमें मेरे पति साथ रहे। समय-समय पर बेबीचक्रा ऐप्लिकेशन के आर्टिकल और डॉक्टर गाइड करते रहे। मुझे खुशी है कि मैं बेबीचक्रा के इन्साइडर क्लब की मेम्बर भी बनी। अपने बच्चे से जुड़ी कोई भी शंका होने पर मुझे तुरंत मदद मिलती थी। ऊपर से इस्तेमाल होने वाले बेबी प्रोडक्ट को रिव्यू करके उसमें और सुधार करवाने का मौका भी मिलता है।”
“मैं गर्व से कह सकती हूं कि यह किसी सौभाग्य से कम नहीं। एक माँ ही समझती है कि उसकी नन्ही जान के लिए क्या पर्फेक्ट रहेगा। इसलिए बेबीचक्रा हमारी राय को वैल्यू देते हुए प्रोडक्ट में जरूरी बदलाव भी करता है।”
बेबीचक्रा की इन्साइडर मॉम बनने का मौका
बेबीचक्रा का जिक्र होने पर हमने कोमल से पूछा की आखिर उन्हें बेबीचक्रा की इन्साइडर मॉम बनने का मौका कैसे मिला। उन्होंने बताया कि किसी व्हॉट्सएप ग्रूप में मुझे इन्साइडर क्लब का मेम्बर बनने का लिंक मिला था।
इससे पहले हम उनसे कुछ और पूछते कोमल कहने लगीं, “मैंने अबतक अपने बेबी के लिए बेबीचक्रा के सारे प्रोडक्ट इस्तेमाल किए हैं। कुछ प्रोडक्ट्स तो मैं खुद भी इस्तेमाल कर लेती हूं। जैसे इनका बेबी शैम्पू। मेरे बालों के हिसाब से इसकी थोड़ी ज्यादा मात्रा लगती है क्योंकि ये दूसरे केमिकल वाले शैम्पू की तरह ज्यादा झाग नहीं बनता। इसी से इसकी शुद्धता का पता चलता है। शैम्पू की खुशबू भी इसकी मूड को बेहतर बना देने वाली सौंधी-सौंधी-सी है।
बेबी प्रोडक्ट रिव्यू
बातचीत का दौर आगे बढ़ाते हुए हमने कोमल से पूछा की उन्होंने किन प्रॉडक्ट्स को लेकर अपनी राय दी और उन्हें और बेहतर करने के लिए कहा। कोमल ने बताया, “टैल्क और सोप को मैंने कुछ और बेहतर करने के लिए कहा था। बेबी के हिसाब से उनकी सुगंध थोड़ी ज्यादा थी। बेबीचक्रा ने इस रिव्यू को गम्भीरता से लेते हुए तुरंत ठीक किया। अच्छी बात यह है कि बिना मॉम से अप्रूव हुए बेबीचक्रा अपने प्रॉडक्ट्स को मार्केट में नहीं उतारता है। मेरी जेसी हजारों माएं जब कहती है प्रोडक्ट अच्छा है, तभी इन्हें मार्केट में लाया जाता है।”
फेवरेट प्रोडक्ट
प्रोडक्ट्स के बारे में जब बात चल ही रही थी, तो हमने कोमल से पूछा कि उनका फेवरेट प्रोडक्ट कौन-सा है? जवाब में कोमल बोलीं, “पसंद तो मुझे बेबीचक्रा के सारे प्रोडक्ट हैं और आपने फेवरेट प्रोडक्ट बताने के लिए कहा है, तो जाहिर है कि एक ही प्रोडक्ट का नाम लेना होगा। लेकिन मेरे दो प्रोडक्ट फेवरेट हैं।
पहला बेबीचक्रा ऑर्गेनिक कोकोनट ऑयल। यह एक तेल है, लेकिन काम अनेक करता है। बेबी की बॉडी मालिश करने के साथ ही सिर पर तेल लगने से लेकर मेरी रुखी स्किन को मुलायम बनाने का काम यह तेल करता है। मैं अक्सर अपने बालों की चम्पी भी इसी तेल से कर लेती हूं।
दूसरा मेरा फेवरेट प्रोडक्ट है बेबी वाइप्स। ये वाइप्स इतने मुलायम हैं कि किसी ने एक बार इन्हें इस्तेमाल कर लिया तो बार-बार करेगा। इसका सैम्पल जब मेरे पास पहुंचा था, तभी से मुझे बेबीचक्रा वाइप्स से प्यार हो गया था। यह इतने सॉफ्ट हैं कि मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती हूं।
सबसे बड़ा सवाल
कोमल आगे बताती हैं कि बेबी डिलीवर करने के बाद हर माँ को यही सवाल खाता है कि अपने बच्चे के लिए कौन-सा प्रोडक्ट इस्तेमाल करूं। मुझे ये दिक्कत कभी नहीं हुई क्योंकि मैं बेबीचक्रा से जुड़ी हुई थी। मैंने मिताक्षी के लिए सिर्फ बेबीचक्रा के प्रोडक्ट इस्तेमाल किए। हर माँ को एक बार बेबीचक्रा प्रोडक्ट अपने बच्चे के लिए इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
अपने एक साल की बेटी मिताक्षी को लेकर पूछे गए सवालों पर कोमल ने कहा, “अभी मिताक्षी बहुत छोटी है उसे सिर्फ अपनी माँ चाहिए होती है। मेरे पति दिनभर ऑफिस में रहते हैं, इसलिए उसका पूरा ध्यान मैं रखती हूं। लैचिंग में थोड़ी दिक्कत हुई थी। लेकिन मैंने कोशिश जारी रखी। मैंने मिताक्षी को बोतल से फीड कभी नहीं करवाया। अपने स्तनों से मैं मिताक्षी के मुंह को लगाकर रखती थी। उसके बाद वो धीरे-धीरे खुद से लैच करना सीख गई।
सभी को पैरेंटिंग से जुड़े टिप्स देते हुए कोमल ने कहा कि हमारे बच्चे बेहद नाजुक होते हैं, इसलिए उन्हें प्यार से संभालें। अच्छे से सुलाएं और बेबी को फीड करते समय पोजीशन का ध्यान दें। कई बार स्तन से बच्चे की नाक और मुंह कवर हो जाते हैं, जिसके चलते उन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है। इसलिए उन्हें दूध पिलाते समय ध्यान जरूरी है।
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