नवजात के लिए माँ का दूध ही संपूर्ण आहार होता है। शिशु जैसे ही बड़ा होने लगता है, उसे पूरक आहार भी दिया जाता है। ताकि वो स्तनपान छोड़कर अन्य पदार्थों से पोषक तत्व ग्रहण कर सके। एक समय के बाद माँ के स्तन में दूध बनना भी बंद हो जाता है, इसलिए समय रहते बच्चे का स्तनपान छुड़ाना आवश्यक है। आगे विस्तार से बच्चे का स्तनपान छुड़ाने की उम्र और कुछ प्रभावी दूध छुड़वाने के तरीके जानिए।
किस उम्र में स्तनपान छुड़ाना चाहिए?
शिशु को स्तनपान छुड़ाने की कोई निर्धारित उम्र नहीं होती। शिशु जब छह महीने का हो जाए, तो उसे मसले हुए खाद्य पदार्थ देना शुरू कर सकते हैं। फिर 1 साल पूरा होने के बाद ठोस आहार देने के साथ धीरे-धीरे स्तनपान छुड़ा दें।
कुछ बच्चे 1 साल पूरा होने से पहले ही ब्रेस्टफीडिंग छोड़ देते हैं। स्तनपान छुड़ाते वक्त ध्यान रखें कि शिशु को मां के दूध से मिलने वाले सभी पोषक तत्व दूसरे आहार से मिले।
स्तनपान छुड़ाने के तरीके
शिशु के स्तनपान को छुड़ाने के तरीके सही हों, तो वो समय रहते ब्रेस्टफीडिंग बंद कर देता है। इसलिए, आगे हम स्तनपान छुड़ाने के लिए टिप्स दे रहे हैं।
डिस्ट्रक्ट करें – छोटे बच्चों की ब्रेस्टफीडिंग छुड़ाने के लिए उन्हें डिस्ट्रक्ट करने की जरूरत होती है। उनका ध्यान भटकाने से स्तनपान का समय कम हो सकता है। उसके स्तनपान के समय उसे जूस, पानी या अन्य खाद्य पदार्थ खिलाएं। आप उसके साथ खेल भी सकती हैं या लोरी व गाना सीखा सकती हैं।
आदत बदलें – बच्चे को स्तनपान छुड़ाने के लिए उनकी आदत को बदलना होगा। स्तनपान करने की आदत को बदलने के लिए उसे बोतल या चम्मच से दूध पिलाना शुरू करना होगा। बच्चे को अगर आप दिन में 6 बार स्तनपान कराती हैं, तो 3 बार स्तनपान और 3 बार बोतल का दूध पिलाएं। धीरे-धीरे करके दिन में 2 बार और फिर 1 बार स्तनपान कराएं। कुछ दिनों बाद स्तनपान कराना पूरी तरह बंद कर सकते हैं
खाद्य पदार्थ – बच्चों को दूध पिलाना छुड़ाने के लिए आहार की मदद भी ले सकते हैं। एक समय के बाद बच्चे को ज्यादा मात्रा में आहार और कप में दूध देना शुरू करें। इससे बच्चे को कम भूख लगेगी और स्तनपान की मांग नहीं करेगा।
पीठ के बल सोएं – अगर कम मात्रा में ब्रेस्ट मिल्क बनेगा, तो बच्चा धीरे-धीरे स्तनपान छोड़ सकती है। ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन को कम करने के लिए स्तनपान कराते समय पीठ के बल लेटे और ब्रेस्ट पर दबाव न पड़ने दें। इससे दूध बनने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
स्तनपान छुड़ाने की कोशिश करती माँ / स्रोत – पिक्सेल्स
सोते समय थोड़ी दूरी रखें – रात में सोते समय अगर शिशु पास में है, तो वो स्तनपान करने की जिद शुरू कर सकता है। ऐसे में रात में उसे खुद से दूर सुलाएं।
अच्छे से खिलाएं – बच्चे को रात को भूख न लगे और वो दूध की जिद न करे, यह सुनिश्चित करने के लिए उसे शाम व रात को अच्छे से खाने खिलाएं।
स्तन पर नीम या करेले का रस लगाएं – बच्चों को स्तनपान छुड़ाने के लिए निप्पल में नीम या करेले का रस भी लगा सकते हैं। यह देसी नुस्खा है, जिसे माँ तब अपना सकती है जब कोई दूसरा तरीका काम न आए।
करेले और नीम का रस कड़वा होता है। इसे जब आप निप्पल पर लगे देंगी, तो बच्चे को स्वाद कड़वा लगेगा। इससे धीरे-धीरे बच्चा स्तनपान करना खुद-ब-खुद छोड़ देगा।
बच्चो को स्तनपान छुड़ाने के लिए ज्यादा जोर-जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। प्यार से धीरे धीरे स्तनपान करना बंद कराएं। साथ ही इतने लचीले भी न बनें कि बच्चा दूध ही न छोड़े। बच्चे के रोते ही उसे आप दूध पिलाने लगेंगी, तो वो रोज रोएगा। इसलिए जब बच्चा बहुत ज्यादा रोए, तभी उसे स्तनपान कराएं। साथ ही ऊपर बताए गए स्तनपान छुड़ाने के तरीके तो आपकी शत प्रतिशत मदद करेंगे ही।