27 Jul 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
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शरीर को संक्रमण से बचाते हुए बीमारियों से लड़ने की ताकत इम्यूनिटी से ही मिलती है। इसी वजह से इम्यूनिटी का बेहतर होना जरूरी है। आइए आगे जानते हैं कि बच्चों की इम्यूनिटी क्यों कम होती है और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ कौन-से हैं।
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर होने के कारण कई सारे हो सकते हैं। कुछ सामान्य कारणों का जिक्र हम लेख में आगे कर रहे हैं –
हरदम माता-पिता के मन में यह सवाल आता है कि अपने बच्चों की इम्यूनिटी पावर को कैसे बढ़ाएं (Baccho Ki Immunity Power Kaise Badhaye)। इम्यूनिटी बढ़ाने के उपाय में घर में साफ-सफाई रखना, उसे सही पोषक तत्व देना, खाना बनाते समय सब्जियों को सही से धोना और उन्हें सही से स्टोर करना है। इसके अलावा, बच्चे को शारीरिक गतिविधियां करने के लिए प्रेरित करें। बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कौन-से खाद्य पदार्थ का सेवन करना सबसे अच्छा होता है, इस बात का खास ध्यान देना होता है। इसी के बारे में हम आगे विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
ध्यान दें कि बच्चों में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खिलाएं जाने वाले खाद्य पदार्थ को सबसे पहले अच्छे से धोना होगा। उसके बाद ही उसे पकाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सकती है। चलिए आगे जानते हैं इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ
सिट्रस फल
इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ में सबसे पहले ऐसे फलों का नाम आता है, जिनमें भरपूर मात्रा में विटामिन-सी हो। सिट्रस फ्रूट्स उन्हीं में शामिल हैं। इनमें शरीर के लिए जरूरी विटामिन-सी की पर्याप्त मात्रा होती है। आप बच्चों को सिट्रस फल जैसे संतरा, मौसम्बी, नींबू का जूस, चकोतरा, आदि दे सकती हैं।
अनार
अनार गुणों की खजाना है। जी हां, अनार दाने एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल प्रभावों से समृद्ध होते हैं। ये प्रभाव वायरस और बैक्टीरिया से लड़ते हुए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करते हैं। इसके अलावा, अनार के दाने व अनार का जूस ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने का काम करता है। साथ ही फ्री रेडिकल्स व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके इम्यूनिटी बढ़ा सकता है।
पपीता
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल में से एक पपीता भी है। इसमें मौजूद फ्लोवोनॉइड्स और इम्यूनिटोस्टिमुलेंट प्रभाव रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करते हैं। इतना ही नहीं, पपीते में विटामिन-सी और विटामिन बी जैसे जरूर पोषक तत्व भी होते हैं। इन पोषक तत्वों को इम्यूनिटी बूस्टर (Immunity booster) कहा जाता है।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी को नीलबदरी भी कहा जाता है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स से शरीर की प्रतिरोधक कोशिकाएं बेहतर तरीके से कार्य करती हैं। नतीजन इम्यूनिटी बढ़ती है। यही नहीं इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी होता है। ये सब मिलकर बच्चे को बीमारियों से बचाने में भी मदद करते हैं। इसी कारण से ब्लूबेरी को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल के रूप में खाया जाता है।
तरबूज
आप अपने बच्चे को इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए तरबूज का जूस या तरबूज दे सकते हैं। तरबूज में इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने वाले दो पोषक तत्व होते हैं। ये हैं विटामिन-सी और विटामिन-ए।
चुकंदर
बच्चे को आप चुकंदर खिला सकते हैं। इसमें बेटालिन्स कंपाउंड होता है। यह कंपाउंड शरीर को रोग से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। इतना ही नहीं, चुकंदर में इम्यून सिस्टम में शरीर की जरूरत के हिसाब से बदलाव करने वाला प्रभाव इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण भी होता है।
आंवला
आंवले के फायदे से कोई अंजान नहीं है। आंवले का एक फायदा इम्यून सिस्टम को बेहतर करना भी है। दरअसल, आंवले में एंटी एपोप्टोटिक और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है। यह शरीर में फ्री रेडिकल के कारण होने वाली सेल्स डैमेज से बचाव करता है।
अब आप समझ ही गए होंगे कि बच्चों की इम्यूनिटी को कैसे बढ़ाएं (Baccho Ki Immunity Power Kaise Badhaye)। इन खाद्य पदार्थों का सेवन करके बच्चे छोटे-छोटे रोग से आसानी से बच जाते हैं। ध्यान दें कि इनमें से किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन एक साल से छोटे बच्चों को न कराएं। आप छह माह के बाद कम मात्रा में इनका जूस बच्चे को दे सकते हैं, लेकिन साबुत फल या फल का टुकड़ा बच्चे के गले में अटक सकता है। इसलिए सावधान रहें।
चित्र स्रोत – Pexels
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