7 Apr 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
पेट में दर्द व ऐंठन की समस्या होने पर बच्चों के पेट दर्द का घरेलू इलाज किया जा सकता है। हालांकि, शिशुओं को पेट दर्द की समस्या अधिक तकलीफ दे सकती है, दरअसल छोटे बच्चे पेट का दर्द या मरोड़ बोलकर नहीं बता पाते हैं। ऐसे में पेरेंट्स को भी शिशु के हाव-भाव से पेट दर्द के लक्षणों को समझते हुए उसका उचित उपचार करना चाहिए।
यही वजह है कि इस लेख में हम बच्चों के पेट दर्द का घरेलू इलाज बता रहे हैं। यहां पेट दर्द में हींग का उपयोग कैसे किया जा सकता है, इसकी पूरी जानकारी दी गई है, लेकिन इससे पहले छोटे बच्चों के पेट में मरोड़ के कारण व लक्षण के बारे में पढेंगे।
घरेलू तौर पर हींग का पेस्ट बच्चों के पेट दर्द का देसी उपचार माना जा सकता है। हालांकि, इस देशी उपचार या शिशुओं में पेट दर्द के अन्य घरेलू उपचार करने से पहले, शिशु को पेट दर्द क्यों होता है, इसका कारण जरूर समझें, जो निम्नलिखित हो सकते हैंः
शिशुओं को पेट दर्द होने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसेः
आमतौर पर नवजात बच्चे को गैस या अन्य किसी कारण हो रहा पेट दर्द 48 घंटों के अंदर शांत हो सकता है। हालांकि, इस दौरान शिशु के लिए पेट की पीड़ा तकलीफ भरी हो सकती है। ऐसे में पेट दर्द में हींग का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, क्या शिशुओं के लिए हींग सुरक्षित है या नहीं, यह भी जानना जरूरी है।
हां, बड़े बच्चों से लेकर छोटे शिशुओं के लिए हींग का उपयोग सुरक्षित माना जा सकता है। शोध भी बताते हैं कि नवजात शिशु को कॉलिक या पेट फूलने जैसे अन्य सामान्य कारणों से होने पेट दर्द के इलाज में हींग का उपयोग लाभकारी हो सकता है।
हालांकि, ध्यान रखें कि अगर शिशु की उम्र बहुत छोटी है या उसे हींग से एलर्जी है, तो शिशु को पेट दर्द होने पर हींग न दें। बल्कि, नवजात शिशु को कॉलिक के कारण हो रहे पेट दर्द में हींग के पेस्ट का उपयोग किया जा सकता है।
शोध के अनुसार, 3 माह व उससे बड़ी उम्र के बच्चों में पेट दर्द के लिए हींग का पेस्ट लाभकारी हो सकता है। वहीं, अगर शिशुओं के लिए हींग का उपयोग आहार के साथ करना चाहते हैं, तो 1 वर्ष का होने पर शिशु के आहार में हींग का उपयोग शामिल किया जा सकता है।
नीचे हम बच्चों के पेट दर्द का घरेलू इलाज करने के लिए हींग का पेस्ट व आहार के जरिए हींग का उपयोग कैसे करना चाहिए, इन दोनों ही विधियों की जानकारी दे रहे हैं।
हींग का पेस्ट बनाने के लिए सामग्री:
हींग का पेस्ट इस्तेमाल करने का तरीका:
नोट – शिशु को हींग का पेस्ट लगाते समय ध्यान रखें कि हींग का पेस्ट नाभि में न लगे।
हींग के पानी के लिए सामग्री:
हींग का पानी इस्तेमाल करने का तरीका:
नोट – हींग का पानी 1 वर्ष या उससे बड़ी उम्र के बच्चों के लिए ही उपयोग करना चाहिए।
पेट के दर्द का कारण बनने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे – शिशु के पेट में गैस, पेट में ऐंठन, सूजन व संक्रमण से राहत दिलाने में हींग को असरदायक पाया गया है। दरअसल, हींग में दर्द निवारक एनाल्जेसिक और ऐंठन से राहत दिलाने वाला एंटी स्पास्मोडिक गुण पाया जाता है। यही वजह है कि एक पारंपरिक दवाई के तौर पर पेट दर्द का देसी उपचार करने में हींग का इस्तेमाल किया जाता रहा है।
दादी-नानी के जमाने से ही हींग को बच्चों के पेट दर्द का घरेलू इलाज बनाया जा रहा है। वैसे देखा जाए, तो शिशु के पेट दर्द में हींग का उपयोग या हींग का पेस्ट इस्तेमाल करना प्रभावकारी के साथ ही, सुरक्षित भी हो सकता है। बस ध्यान रखें कि बच्चे को हींग से एलर्जी न हो। साथ ही अगर पेट दर्द होने पर शिशुओं के लिए हींग उपयोग करने के बाद भी समस्या कम नहीं होती है, तो बेहतर होगा कि बच्चों के पेट दर्द का इलाज करने के लिए बाल विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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