21 Nov 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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यह बात बहुत ही नॉर्मल है, जैसे ही न्यू मॉम का रोल मिलता,मन में सवालों का तूफान उठने लगता है। सबसे बड़ा सवाल जो दिमाग में आता है, वह यह होता है कि कैसे बच्चे की परवरिश सही तरीके से की जाय। कब से बच्चों को नहलाया जाए, कैसे नहलाया जाए, साबुन लगाने का कोई स्पेशल तरीका है कि नहीं वैगरह वैगरह। इसी संदर्भ में एक सवाल है कि “कब और कैसे शिशु के बालों में शैंपू करना चाहिए? पर अब टेंशन मत कीजिए. हमारे पास आपके लिए जवाब है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि शिशु के बाल कैसे धोएं, नवजात शिशु के बाल कितनी बार धोएं, और भी बहुत कुछ।
सच में देखा जाए तो नवजात शिशु के बालों को धोने के लिए शैंपू की जरूरत नहीं होती है। हां, जब बच्चा दो महीने का हो जाय तो बालों में शैंपू का इस्तेमाल करना शुरू कर सकते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि बच्चे को बालों को कितनी बार धोनी चाहिए, हफ्ते में एक बार बालों में शैपू लगानी चाहिए आदि। वैसे तो नवजात शिशु को रोजाना नहलाने की सलाह नहीं दी जाती है।, उसके बालों को धोने के लिए भी किसी विशेष रूटीन की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। बालों में शैंपू बार-बार लगाने से स्कैल्प के ड्राई हो जाने की संभावना रहती है। कभी-कभी, इसे साफ करने के लिए बस पानी में डूबा हुआ स्पंज इस्तेमाल करना ही काफी होता है। यदि मौसम चिपचिपा है या आपने अपने बच्चे के साथ काफी यात्रा की है, तो बालों को धोना लाजमी हो जाता है।
हमें पता है कि न्यू मॉम के लिए बेबी के बालों को शैंपू करना बहुत मुश्किल भरा काम होता है। आपकी मदद के लिए हम कुछ टिप्स आपसे शेयर कर रहे हैं, जिससे आपको बेबी को शैपू करवाने में आसानी होगी।
– बेबी के लिए बाथरूम साफ करने के साथ-साथ तापमान नॉर्मल कर लें। और नहलाने के सभी चीजों को अपने हाथों के पास रख लें ताकि बेबी को छोड़कर जाना न पड़ें।
-पहले बेबी के बालों को गीला करें, फिर अपनी हथेली पर थोड़ा-सा शैम्पू लेकर रगड़े और फिर, उसके सिर पर लगाएं, सुनिश्चित करें कि यह स्कैल्प और बालों में अच्छी तरह से लगे।
-यदि आपका बच्चा आपके हाथ को इधर-उधर धकेल रहा है, तो उसे उसका पसंदीदा स्नान खिलौना दें या साथ में एक गाना गाना शुरू करें। इससे एक दोस्ताना माहौल भी बन जाएगा।
-बच्चे के आँखों में पानी न चला जाए इसके लिए, अपने हाथों का इस्तेमाल करके बच्चे को थोड़ा पीछे की ओर झुकाएं ताकि पानी पीछे से टपके और उसके चेहरे तक न पहुंचे।
-उसके बाल धोते समय माँ का स्पर्श कोमल रहना चाहिए क्योंकि आपके बच्चे का सिर और स्कैल्प की त्वचा बहुत ही नरम और कोमल होगी। एक साधारण स्पंज का उपयोग कर सकते हैं। पहले उसके बालों को गीला करें, फिर उसके सिर पर धीरे से एक साबुन का स्पंज चलाएं, जो आपके द्वारा गुनगुनाए जाने वाले गाने के साथ हो। यह उसके बालों और सिर की त्वचा को साफ करेगा और आपका बच्चा भी मुस्कुराता रहेगा।
-बच्चे को ज्यादा देर तक गीला न रखें। शैंपू कराने के बाद, बालों को जल्दी से धो लें और फिर एक तौलिये से सुखा लें। यह उसे सर्दी पकड़ने से रोकेगा।
बच्चों को नहलाने के लिए या शैंपू करवाने के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए, जो बिल्कुल नेचुरल चीजों से बना होना चाहिए। ऐसे शैंपू और सोप का इस्तेमाल करें जो बेबी के स्किन के अनुकूल हो और उसके स्कैल्प और बॉडी के स्किन को मॉइश्चराइज रखें। साथ ही ऐसे शैम्पू का चुनाव करें जिसका पीएच लेवल 4.5 से 6 के बीच हो।
आपके जानकारी के लिए एक और बात बता दें कि अगर बेबी के बाल कम हैं या नहीं है तो यह न सोचें कि शैंपू नहीं कराना है बल्कि हफ्ते में एक बार स्कैल्प को वाश जरूर करें। आशा करते हैं कि आप समझ ही गए होंगे कि बच्चे के बालों में शैंपू करते वक्त किन बातों का एहतियात बरतना चाहिए।
मूलचित्र स्रोत: गुगल
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