3 Mar 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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हाल ही में सुष्मिता सेन ने अपने हार्ट एटैक के बारे में इंस्टाग्राम द्वारा अपने फैंस को सूचना दी। साथ में यह भी बताया कि एंजियोप्लास्टी हुई है, स्टेंट लगाया गया है और उनकी हालत पहले से बेहतर है। उनकी इस खबर से फैंस दुखी तो हो गए थे, लेकिन उनके सशक्त पर्सनलिटी और शब्दों ने उनके जैसे ही ‘सबके दिल को बड़ा’ कर दिया है।
हम सभी सुष्मिता सेन को स्ट्रांग पर्सनालिटी के रूप में जानते हैं, उनकी इस पर्सनालिटी की छाया उनके इस मैसेज में भी झलकता है कि मौत से लड़कर वह फिर से जिंदगी की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। तो चलिए जब सुष्मिता सेन से उनके स्ट्रॉग पर्सनालिटी की बात शुरू हो गई है तो, उनके इस व्यक्तित्व की एक और पहलू की बात करते हैं, वह है उनका माँ का रूप। जिस तरह से वह हर इंस्टाग्राम मैसेज के अंत में माँ दुर्गा का नाम लेती हैं, उसी तरह से वह अपनी जिंदगी की लड़ाई भी लड़ती हैं।
सिर्फ 24 साल की उम्र में बड़ी बेटी रेने को उन्होंने गोद लिया। इस उम्र में सिंगल मदर के रूप में इतनी बड़ी जिम्मेदारी को संभालने का दायित्व सुष्मिता सेन जैसी स्ट्रांग पर्सनालिटी ही ले सकती हैं। उसके बाद लगभग दस साल के बाद उन्होंने दूसरी बेटी अलीशा को गोद लिया। उनको दोनो बेटियों को गोद लेने की प्रक्रिया के लिए काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
सुष्मिता सेन ने अपने दोनों बेटियों को एक अलग ही अंदाज और आदर्शों के साथ बड़ा कर रही हैं। सच कहें तो इस समाज में बेटियों को कैसे बड़ा करना चाहिए ये सुष्मिता सेन की पेरेंटिंग स्टाइल से ही सिखनी चाहिए। फिर देर की बात की आज हम सुष्मिता सेन की पेरेंटिंग जर्नी की कुछ सुर्खियों और पेरेंटिंग टिप्स की कुछ झलक देख लेते हैं।
सुष्मिता सेन अपनी बेटियों को जिन आदर्शों पर बड़ा कर रही हैं, उन नियमों, अनुशासन और पेरेंटिंग स्टाइल पर हर माँ को सिर्फ अपनी बेटियों को नहीं अपने बेटों को भी बड़ा करनी चाहिए। इसके अलावा उनकी स्ट्रांग पर्सनालिटी के कारण सिंगल मदर के रूप में सुष्मिता सेन की गोद लेने की प्रक्रिया से दूसरे सिंगल मदर के लिए भी रास्ता खुल गया है।
सुष्मिता सेन की पेरेंटिंग का पहला उसूल हैं, अपने बच्चों के साथ ईमानदार रहना। उनसे वह कोई भी सच्चाई छिपाना पसंद नहीं करती हैं। उन्होंने Bollywoodshaadis.com में एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि एक दिन रेने ने स्कूल से आने के बाद पिता के बारे में पूछा था तो उन्होंने मुस्कुरा कर शिवलिंग की तरफ दिखाकर कहा था कि वही तुम्हारे पिता हैं।
सुष्मिता ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वह जीवन में अनुशासन के साथ मस्ती, मजाक, डांसिंग, हेयर कटिंग सेशन सब कुछ करती हैं। साक्षात्कार के दौरान उन्होंने खुद स्वीकार किया कि उन्होंने पेरेंटिंग एक सख्त मां के रूप में शुरुआत की थी, लेकिन अब वह नरम पड़ गई हैं।
उन्होंने अपनी बड़ी बेटी रेने को एक चिट्ठी लिखकर यह बताया था कि अपनी जिंदगी का रास्ता खुद तय करो और अपने सपने को पूरा करने की कोशिश करो। ऐसी आइडियोलॉजी बहुत कम माँ में देखने को मिलती है।
सुष्मिता समय-समय पर इंस्टाग्राम में अपने बच्चों के साथ मस्ती-मजाक करते, वीडियो बनाते हुए, एक्सरसाइज करते हुए देखी जाती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने अलीशा को गोद लेने के बाद कुछ सालों के लिए ब्रेक ले लिया था ताकि वह बच्चों को अपना समय दे पाएं।
माँ के रूप में सुष्मिता सेन का मानना है कि ‘ज्ञान’ सबसे महत्वपूर्ण चीज है। उनके अनुसार यह किसी कवच से कम नहीं है जो हमेशा काम आती है और समय आने पर आपकी रक्षा करती है।
यह तो थे सिंगल स्ट्रॉंग मदर सुष्मिता सेन की यूनिक पेरेंटिंग स्टाइल की कुछ झलकियाँ। अब आपकी बारी है कि आप उनके इस इंस्पायरिंग पेरेंटिंग स्टाइल को कितना फॉलो करते हैं।
एक्सपर्ट टिप्स: सुष्मिता सेन की पेरेंटिंग टिप्स के साथ यह भी जरूरी है कि आप अपने बेबी के लिए या अपने लिए वह स्किन केयर प्रोडक्ट्स खरीदें जो नेचुरल चीजों से बने हों और स्किन फ्रेंडली हों।
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