6 Jun 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
Medically reviewed by
Mousumi Dutta
न सिर्फ पर्यावरण, बल्कि महासागर यानी ओसियन (Ocean) का अस्तित्व भी पृथ्वी के जीवन का एक हिस्सा है। लेकिन, अन्य प्राकृतिक धरोहरों की तरह हमारे बड़े-बड़े महासागर भी प्रदूषण से जूझ रहे हैं। ऐसे में आने वाले भविष्य को बचाए रखने के लिए हमें अपने बच्चों को विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) की महत्ता बताना चाहिए।
यहां हम न सिर्फ विश्व महासागर दिवस कब मनाया जाता है इसकी जानकारी दे रहे हैं, बल्कि वर्ल्ड ओसियन डे मनाने का क्या उद्देश्य है इसके बारे में भी बताया है।
हर साल 8 जून के दिन विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) को मनाया जाता है। वर्ल्ड ओसियन डे मनाने की पहल संयुक्त राष्ट्र द्वारा शुरू की गई है।
वर्ल्ड ओसियन डे यानी विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) मनाने के पीछे लोगों के बीच महासागर की विशेषता बताना और उन्हें इसकी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। ताकि इस अभियान से दूषित हो रहे महासागर को साफ किया जा सके और उन्हें बचाया जा सके। आज के समय में महासागर का एक तिहाई हिस्से से अधिक हिस्सा प्लास्टिक व अन्य प्रदूषणों से भर चुका है।
इससे न सिर्फ महासागर खराब हो रहे हैं, बल्कि उनमें रहने वाले करोड़ो समुद्री जीव व उनपर निर्भर रहने वाले अन्य जीव भी प्रभावित हो रहे हैं।
बच्चों को विश्व महासागर दिवस की जरूरत के बारे में समझाने के कई तरीके हैं, जिनके बारे में हम नीचे बता रहे हैं।
जिस तरह हमारे शरीर में ऑक्सीजन के लिए फेफड़ों का अहम हिस्सा होता है, उसी तरह महासागरों को भी पृथ्वी के फेफड़े माने जाते हैं। इसलिए सबसे पहले तो बच्चों को महासागरों की विशेषता से परिचित कराना चाहिए। महासागर क्या है, उनमें किस तरह के जीव रहते हैं, इससे जुड़ी विभिन्न जानकारी बच्चों को बता सकते हैं।
इस बारे में बच्चों को और भी विस्तार से समझाने के लिए उन्हें महासागरों पर बनी फिल्में, किताबें और आर्टिकल्स पढ़ने के लिए दे सकते हैं। ऐसा करने से बच्चे खुद ही महासागर से परिचित हो सकते हैं और उनकी सुरक्षा व स्वच्छता के प्रति जिम्मेदार भी बन सकते हैं।
दूसरी सबसे जरूरी बात है समुद्री प्रदूषण को रोकना। बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों से लेकर छोटे-मोटे कारखानों से निकलने वाले कचरों का निपटारा अक्सर बहते हुए पानी के स्रोतों में किया जा रहा है। जिन्हें रोकने के लिए विभिन्न सरकार प्रयास भी कर रही है।
लेकिन, इसके अलावा, हम जैसे नागरिक भी कई तरीकों से समुद्री प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। उदाहरण के लिए, खाने-पीने के बाद कचरा, सोडे का कैन, टैपर आदि नाले-नालियों में फेंक देना या समुद्र किनारे बीच पर ही इन चीजों के इस्तेमाल के बाद उन्हें वहीं पर छोड़े देना।
ऐसा करने से से महासागर सीधे तौर पर प्रदूषित हो रहे हैं। इसे रोकने के लिए अपने बच्चों को अच्छी आदतें सिखाएं, जैसेः
आज खाने से लेकर, घर में पालने व कई अन्य इल्लेगल तरीकों से समुद्री जीवों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विभिन्न रिसर्च भी इस पर अपनी सहमति देते हैं कि कई जरूरी व दुर्लभ दवाएं महासागरों व उनमें रहने वाले जीवों से प्राप्त किया जाता है। यही एक कारण है बड़े स्तर पर इल्लेगल तरीकों से कुछ खास समुद्री जीवों को पकड़ा जा रहा है और उनरा इस्तेमाल आर्थिक लाभ के लिए किया जा रहा है।
ऐसा न करने के लिए अपने बच्चों को अभी से जागरूक करना चाहिए। उन्हें अपने आस-पास छोटे नदियों में रहने वाले जीवों को बचाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। ताकि एक छोटे स्तर से ही इसकी शुरुआत की जा सके और समुद्री जीवों की रक्षा की जा सके।
पेड़-पौधे के जरिए भी महासागरों के स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है। कई तरह की वनस्पतियां भी महासागरों का हिस्सा होती हैं, जिनका बचाव भी हमें करना चाहिए। पेड़-पौधों की अधिकता वायुमंडल को सुरक्षित रख सकती है और प्रदूषित महासागरों में रहने वाले जीवों को अच्छे ऑक्सीजन प्रदान कर सकती है।
जाहिर है बच्चा जितनी कम उम्र से इन चीजों के बारे में सीखेगा, उतनी ही जल्दी वह इनके प्रति जागरूक हो सकता है। इसलिए अपने बच्चे को पर्यावरण व महासागरों से जुड़े विभिन्न गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। स्कूल के साथ ही, उसे शहर में होने वाले इस तरह के अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल करें, ताकि वह बड़े स्तर पर पर्यावरण, महासागर व जीव-जन्तुओं को बचाने के तरीकें सीख सखें।
इस बात से इंकार नहीं कर सकते हैं आज लोग विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) या इस तरह के अन्य दिवस के आने पर उसका बड़े जोरो-शोरों से आयोजन करते हैं। फिर कुछ समय बाद इसे भूल भी जाते हैं. पर एक बात का ध्यान रखें कि वर्ल्ड ओसियन डे के आयोजन को अगर सफल बनना है, तो इससे जुड़ी गतिविधियों को लंबे समय के लिए जिंदा रखना चाहिए। ताकि इस दिशा में उठाए गए अपने कदम को हम मजबूत कर सकें।
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