गर्भावस्था में सोने का सही तरीका क्या है

गर्भावस्था में सोने का सही तरीका क्या है

22 Mar 2019 | 1 min Read

Sunny Dhiman

Author | 1 Articles

गर्भावस्था में तरह – तरह के बदलाव महिला के शरीर में आते हैं जिस कारण महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले ये बदलाव स्वाभाविक हैं। इन बदलावों का असर महिला के मानसिक और शारिरिक दोनों ही स्वास्थ्य पर पड़ता है ऐसे में महिला को आराम की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है क्योंकि सीधा असर पेट में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है 

लेकिन इसी के साथ एक सवाल जो सबसे ज्यादा पूछा जाता है कि गर्भावस्था में सोने का सही तरीका क्या है? बेबीचक्रा के इस लेख में आज हम बता रहे हैं इसके बारे में कि आखिर प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए?

गर्भावस्था में नींद में मुश्किल व उसके समाधान

गर्भावस्था के दौरान होने वाले बदलावों के कारण महिला को सोने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, गर्भावस्था के दौरान नींद नहीं आना ज्यादातर महिलाओं की समस्या रहती है। पर्याप्त नींद ना लेने के कारण नीचे लिखी समस्याओं से आपका सामना हो सकता है – 

  1. शिशु का जन्म के समय वजन कम हो सकता है। 
  2. समय से पहले डिलीवरी की समस्या भी हो सकती है। 
  3. गर्भवती महिला की एकाग्रता में कमी आ जाती है और वो पूरे दिन थकान का अनुभव करती है। 

अब सवाल उठता है कि गर्भावस्था के दौरान नींद न आने की समस्या आखिर आती ही क्यों है तो इसकी कई वजह होती है जैसे शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव, पेट और योनि के आकार का बढ़ना, स्तनों के आकार का बढ़ना और उनमें भारीपन, जी मिचलाना, सोते समय बार – बार पेशाब का आना, शरीर मे दर्द होना इत्यादि। ऐसी और भी समस्याएं देखने में आती हैं जोकि नींद नहीं आने का कारण बन सकती हैं लेकिन गर्भावस्था में सही नींद ना लेना शिशु के विकास पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है ऐसे में आवश्यक है कि पर्याप्त नींद ली जाए। 

 

गर्भावस्था में अच्छी नींद के लिए उपाय

अगर आप गर्भावस्था में है तो इस अवस्था में न केवल आहार बल्कि स्वास्थ पर भी उचित ध्यान देना चाहिए। गर्भावस्था में महिला को भरपूर नींद भी लेनी चाहिए। इस अवस्था की शुरुआत में तो सोने में कोई मुश्किल नहीं होती है लेकिन जैसे – जैसे महिला के गर्भाशय का साइज़ बढ़ता जाता है वैसे वैसे चीज़ें मुश्किल होती जाती हैं। आइए अच्छी नींद के लिए कुछ उपायों पर गौर करते हैं – 

  • गर्भवती महिला को सोते समय तकियों का इस्तेमाल करना चाहिए, एक तकिया अपने पैरों के बीच में और एक तकिया पेट के नीचे लगाकर सोने से आपको आराम मिलेगा।
  • शाम के समय हल्का भोजन लेना आपके लिए उचित रहेगा और गर्भावस्था के दौरान तेज मिर्च मसाले वाले भोजन से परहेज करना चाहिए।
  • रात के भोजन के बाद कुछ देर टहलना भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा और चिकित्सकीय सलाह के अनुसार आप सोने से पहले एक गिलास दूध का भी सेवन कर सकती हैं।
  • शाम 6 बजे के बाद तरल पदार्थ का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए जिससे रात के समय बार – बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा मिलेगा लेकिन दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करना अच्छा रहता है।
  • सुबह के समय व्यायाम, योग करना गर्भवती महिला के लिए काफी फायदेमंद रहता है।
  • शरीर में होने वाले दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप सोने से पहले अपने शरीर की मालिश भी करवा सकती हैं।
  • गर्भवती महिला को अपने आस पास की साफ सफाई का बहुत अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता होती है और यह अच्छी नींद के लिए भी जरूरी है।

गर्भावस्था में सोने का सही तरीका

शिशु और गर्भवती महिला के लिए किस ओर सोना लाभकारी होता है इस विषय में चिकित्सक सामान्य तौर पर एक तरफ करवट लेकर सोने की सलाह देते हैं परन्तु देखा गया है कि बायीं ओर करवट लेकर सोना अधिक फायदेमंद रहता है। बायीं ओर सोने से रक्त का प्रवाह सही रहता है और गर्भ में पल रहे शिशु को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन, पोषक तत्वों की पूर्ति होती रहती है। यहाँ यह ध्यान देना भी आवश्यक कि गर्भावस्था के समय पेट के बल नहीं सोना चाहिए इससे शिशु पर दबाव की स्थिति बनती है। हम यहाँ बता रहे हैं गर्भावस्था में सोने का सही तरीका और कुछ जरूरी टिप्स जोकि गर्भावस्था में सोने के लिए लाभदायक हैं –

  • गर्भावस्था में चिकित्सकीय सलाह के अनुसार करवट लेकर सोना लाभदायक होता है, बायीं और करवट लेकर सोना अधिक फायदेमंद साबित होता है। प्रेग्नेंसी में बाएं करवट से सोने से गर्भ, किडनी और यूट्रस तक रक्त का प्रवाह अच्छे से होता है। यह शिशु और माता दोनों के लिए अच्छा है।
  • ज्यादा समय तक एक और करवट लेकर सोना मुमकिन नहीं है ऐसे में आप दायीं ओर भी करवट ले सकती हैं लेकिन अधिक देर तक दायीं ओर करवट लेकर लेटना सही नहीं है क्योंकि दायीं ओर करवट लेने पर गर्भाशय का वजन लीवर पर आ जाता है।
  • सोते समय घुटनों को मोड़कर सोएं और साथ ही घुटनों के बीच में तकिया लगा लें यह आपको आराम से सोने में मदद करेगा।
  • गर्भावस्था के दौरान सीने में होने वाली जलन से बचने के लिए आधे लेटने का प्रयास करें। कमर के पीछे तकिए लगाकर आप अपने ऊपरी हिस्से को सीधा करके लेट सकते हैं।
  • गहरी और लंबी सांस लेने का प्रयास करती रहें इससे आपको सांस में होने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा और हृदय गति सामान्य बनी रहेगी।

गर्भावस्था में सोते समय रखें इस बात का खास ध्यान

दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त गहरी, अबाधित नींद लेने में परेशानी होती है। इन परेशानियों से बचाव के लिए सोते समय गर्भवती महिला को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।

  • गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में आप पीठ के बल लेट सकती हैं लेकिन अधिक समय तक ऐसा करना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है।
  • पीठ के बल लेटने से गर्भाशय का भार रीढ़ की हड्डी और पीठ की मांसपेशियों पर पड़ता है जिस कारण शिशु तक रक्त का संचार ठीक तरह से नहीं हो पाता जोकि उसके विकास में बाधा पहुंचा सकता है।
  • पीठ के बल सोने से मांसपेशियों में सूजन आ सकती है, दर्द की समस्या से भी जुझना पड़ सकता है और रक्तचाप की समस्या भी हो सकती है।
  • गर्भावस्था में हरी पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग करना चाहिए। 
  • कार्बोनेट पेय पदार्थों के प्रयोग से बचना चाहिए इनके प्रयोग से सीने में जलन की समस्या हो सकती है। इससे अनिद्रा की समस्या से बचा जा सकता है।
  • तनाव से बचने के लिए योग, व्यायाम करना चाहिए और साथ ही मेडिटेशन से और संगीत सुनकर तनाव से बचा जा सकता है। 
  • सोते समय आने वाले बुरे सपनों से निजात पाने के लिए आप काउंसलर की मदद भी ले सकती हैं।
  • प्रेग्नेंसी में कितना सोना चाहिए इसका सही जवाब है गर्भावस्था में एक महिला को 7 से 9 घण्टे की नींद लेना आवश्यक होता है।

इस लेख के गर्भावस्था में सोने का सही तरीका आपने जाना हालांकि पर्याप्त नींद लेना सभी के लिए आवश्यक है लेकिन एक गर्भवती महिला के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी हो जाता है क्योंकि उसके पेट में पल रहे शिशु के विकास के लिए यह आवश्यक है। पर्याप्त नींद लेने से गर्भवती महिला का मानसिक और शारिरिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है जोकि उसके शिशु के लिए अत्यधिक लाभदायक है। इस जानकारी को आप किसी भी गर्भवती महिला के साथ साझा कर सकते हैं। 

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