28 Sep 2021 | 1 min Read
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एक औरत के लिए जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास होता है, माॅं बनना। एक बेटी से बहू और फिर पत्नी से लेकर माॅं बनने तक के सफर में कई बदलाव आते है। माॅं बनने के इस सफर में आप जरा भी घबराए नहीं। क्योंकि जिदंगी में माॅं बनने से बड़ा सुख कोई नहीं है। क्योंकि आप बच्चे के साथ अपने सपनों को भी पूरा कर सकती है। हो सकता है शुरुआत में आपका वजन बढ़ जाए।
आप पहले जैसी नहीं दिखे, आपके पास स्वंय के लिए समय ना हो। आपकी नींद नहीं पूरी हो पाए, आंखो के नीचे काले घेरे भी हो जाए। आप खुद को शीशे के सामने देखे तो आपको अच्छा भी नहीं लगे। लेकिन आपको इस बदलाव को स्वीकारना चाहिए, कुछ सकरात्मक बदलावों की ओर ध्यान देना चाहिए जिनके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं।
माँ बनने के बाद आपको अपनी छुपी हुई क्षमताओं का अहसास होता है, प्रसव पीड़ा सहना और उसके बाद भी 2-3 महीने तक शारीरिक कमजोरी को सहना किसी भी महिला के लिए बहादुरी का काम होता है। इस सबसे उबरने के बाद आपको ये एहसास होता है कि आपमें कितनी सहनशक्ति है।
माँ बनने के बाद आप अपने बच्चे की तकलीफ देख नहीं पाते हैं, आप उसे कैसे भी करके रोकने का प्रयास करते हैं। बच्चे को लेकर आपके मन में हमेशा प्यार उमड़ता रहता है, आपका स्वभाव नर्म हो जाता है। बच्चों से जुड़ी फ़िल्में देखते हुए या कहानी पढ़ते हुए आपकी आँखें भर आती हैं, आप अधिक भावनात्मक हो जाते हैं।
बच्चा सो रहा है तो जल्दी से अपना काम निपटा लेती हूँ, ये आपका नया शेड्यूल हो सकता है। बच्चे की जिम्मेदारियां बढ़ने के साथ ही आप अधिक अनुशासित हो जाती हैं, ब्रेस्टफीड कराने वाली माताएं, अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने लगती हैं। एक माँ के रूप में वो ऐसा कुछ भी नहीं खाना चाहती जिससे उनके बच्चे को नुकसान पहुंचे। हालांकि बच्चे के साथ समय पर सोना और समय पर उठना बहुत मुश्किल होता है फिर भी आप अधिक से अधिक कामों को निपटाने की सटीक योजना बनाने लगती हैं।
जब आप खुद एक शिशु का लालन-पालन कर रही होती हैं तो आपको इस बात का अहसास होता है कि आपको कितनी मुश्किलों से पाला गया होगा। सब कुछ जानने, समझने और अनुभव करने के बाद आपकी नजरों में अपने माता-पिता के लिए सम्मान बढ़ जाता है। असल में माँ बनकर ही परवरिश की कठिनाइयों को समझा जा सकता है।
प्रेगनेंसी के बाद अक्सर डिप्रेशन की समस्या होने लगती है। क्योंकि सब कुछ एकदम से बदल जाता है। इसलिए माॅं बनने की नई शुरुआत में इन बातों का ध्यान रखे।
माॅं बनने की शुरुआत को एंजाए करे, क्योंकि आपने एक नई जिंदगी को जन्म दिया है और यह संघर्ष जीतने जैसा है।
लेकिन इन सब जिम्मेदारियों में आपके परिवार और पति को साथ देना चाहिए। इस सफर की शुरुआत अकेले नहीं करे बल्कि सबको सर्पोट करना पड़ेगा। हो सकता है कि आप कुछ मोटी हो जाए लेकिन घबराए मत आप भरोसा रखे। आप फिर से वापस शेप में आ जाएगी।
अपने लिए समय निकलना बहुत जरुरी है। सबसे पहले जरुरी होता है सेल्फ केयर। इसलिए अपने ऊपर पूरा ध्यान दे। डिलीवरी के कुछ महीने तक आप आराम करे। किसी काम बहुत ज्यादा बोझ नहीं ले। अच्छी डाइट ले, मेडिटेशन और रोजाना वॅाक अवश्य करे। वॅाक करना सेहत के लिए सबसे ज्यादा अच्छा होता है। इसलिए इन बातों का ध्यान हमेशा रखे। अपनी इस नई शुरुआत में खुद पर भरोसा रखे। अपने बच्चे के साथ अपने बचपन को भी एंजाए करे। कि आपका बचपन कैसा था, अपने उन सपनों को पूरा करे जो आपने अपने लिए देखे।
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