16 Feb 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
हर महिला के लिए माँ बनना बहुत गर्व की बात होती है। गर्भधारण करने के बाद हर माँ की एक ही इच्छा होती है उसके गर्भस्थ शिशु की सेहत। इसलिए वह हमेशा इस बात का ख्याल रखती है कि उसके आहार में ऐसी चीजें होनी चाहिए जो शिशु को सेहतमंद बनाए और ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए जो शिशु को नुकसान पहुँचाएं।
असल में प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में सभी लोग कुछ न कुछ सलाह देते रहते हैं। फलस्वरूप होने वाली माँ असमंजस में पड़ जाती है कि वह क्या और क्या न खाएं। तो चलिए आपकी इस परेशानी को कम करने के लिए हम बतातें है कि प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
प्रेगनेंसी के दौरान डायट में वह चीजें होनी चाहिए जो पौष्टिकता से संपूर्ण हो, इससे गर्भस्थ शिशु का विकास भलीभांति होता रहता है। गर्भावस्था के दौरान सही खान-पान से प्रसव की कमजोरी से उबरने में मदद मिलती है , आइए जानते हैं कौन-कौन से पोषक तत्व जरूरी कहे जा सकते हैं –
गर्भावस्था के दौरान आपको फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, विटामिन डी, कोलीन, ओमेगा -3 फैटी एसिड, बी विटामिन और विटामिन सी की आवश्यकता होती है। ये सभी बच्चे के दांतों और हड्डियों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करती हैं। माँ और गर्भस्थ शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी विटामिन और मिनरल्स फायदेमंद होते हैं।
मस्तिष्क सहित बच्चे के टिश्यु और अंगों के सही विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रोटीन महत्वपूर्ण है। यह गर्भावस्था के दौरान स्तन और गर्भाशय ऊतकों के विकास में भी मदद करता है। गर्भावस्था में प्रोटीन ब्लड सर्कुलेशन सही रखने में भी भूमिका निभाता है, जिससे आपके बच्चे को पर्याप्त रक्त भेजा जा सके।
फैट्स को अक्सर अस्वस्थ माना जाता है। लेकिन जब गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर और बच्चे के विकास की बात आती है, तो कुछ फैट्स की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जैसे ओमेगा 3 फैटी एसिड्स ऐसे पॉलीअनसेचुरेटेड फैट (LCP) हैं, जो आपके बच्चे के मस्तिष्क, दृश्य और तंत्रिका तंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कॉम्प्लेक्स कॉर्बोहाइड्रेट्स यानि साबुत अनाज, ये पचने में थोड़ा समय लेते हैं और आपके शरीर को लम्बे समय तक उर्जावान रखते हैं, यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को ऊपर और नीचे उछालने के बजाय स्थिर रहने में मदद करते हैं। प्रेगनेंसी में इनका सेवन आपको डायबिटीज़ और उच्च रक्तचाप की समस्या से बचाए रखता है।
शरीर को हाइड्रेट रखने में तरल पदार्थों की महत्वपूर्ण भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। खूब पानी पीने से एमिनियोटिक फ्लूइड में कमी नहीं आती और आपके शरीर से हानिकारक पदार्थ भी बाहर निकलते रहते हैं। फाइबरयुक्त भोजन लेने से कब्ज की समस्या से निजात मिलता है और पेट सही रहता है।
आइए, लेख के अगले हिस्से में जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान कौन-कौन से भोजन लेने चाहिए और उनसे कौन से लाभ मिलते हैं –
प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के विकास के लिए अतिरिक्त प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरत होती है। इसके लिए डेयरी प्रोडक्ट्स को आहार में शामिल करने की जरूरत होती है। डेयरी प्रोडक्ट्स में दूध, चीज़, और दही को शामिल करें। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, बी विटामिन, मैग्निशियम और जिंक पाया जाता है।
इसमें बीटा कैरोटीन होता है, जो शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है और यह शिशु के विकास में बहुत काम आता है। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होने की वजह से प्रेगनेंसी के दौरान जो कब्ज की समस्या होती है, उससे कुछ हद तक राहत मिलती है।
लेग्यूम्स में सभी प्रकार के दाल, फलियाँ, बीन्स, सोयाबीन और मूंगफली आदि आते हैं। इसमें फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और फोलेट होता है। इस फोलेट में विटामिन बी9 होता है, जो प्रेगनेंसी के दौरान माँ और शिशु दोनों के लिए जरूरी होता है।
यह तो आप जानते ही हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान ओमेगा-3 फैटी-एसिड्स की बहुत जरूरत होती है। यह इस दौरान ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की कमी पूरा करने में बहुत मदद करता है।
इसमें कोई दो मत नहीं कि ब्रोकली और हरी सब्जियाँ पौष्टिकता से भरपूर होते हैं। इसमें फाइबर, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन, फोलेट और पोटेशियम भरपूर मात्रा में मिलता है।
इसमें चावल, गेहूँ जैसे अनाज आते हैं, जिसमें फाइबर, विटामिन, मैग्निशियम आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
गर्भावस्था के दौरान माँ को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी होता है। इस समय दिन भर में 8-10 गिलास पानी पीने की बहुत जरूरत होती है। इससे कब्ज, सिरदर्द, थकान जैसी समस्याओं से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
अब तक हमने बात की कि गर्भावस्था के दौरान क्या खाना चाहिए , जो माँ और शिशु को भरपूर मात्रा में पौष्टिकता दे सके। लेकिन अब बारी आती है यह जानने कि इस समय कौन-सी चीजें नहीं खानी चाहिए जो माँ और बच्चे के सेहत को नुकसान पहुँचा सकता है।
प्रेगनेंसी के दौरान कच्चा पपीता न खाने की सलाह सभी देते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि इसमें अनप्रोसेस्ड पेपाइन नाम का केमिकल होता है,जो भ्रूण के लिए जहर के समान होता है या शिशु जन्म दोष के साथ पैदा हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान कभी भी कच्चा या प्रोसेस्ड मीट नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसमें टॉक्सोपलॉस्मोसिस नाम का पैरासाइट या परजीवी होता है, जो गर्भपात होने का खतरा बढ़ा सकता है।
अगर प्रेग्नेंट महिला को अंडा खाना पसंद है तो उनको हमेशा अंडा पकाकर खाना चाहिए, क्योंकि कच्चे अंडे में साल्मोनेला नाम का बैक्टीरिया होता है, जिसके कारण दस्त या उल्टी की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था के दौरान कभी भी फल हो या सब्जी बिना धोकर खाने की गलती न करें। बिना धोए फल-सब्जियों में टास्क प्लाज्मा नाम का बैक्टीरिया होता है, जो शिशु के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
वैसे तो कच्ची अंकुरित चीजें तो हेल्दी होती हैं, लेकिन गर्भावस्था के दौरान इनको खाने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें साल्मोनेला और ई-कोलाई जैसे बैक्टीरिया होते हैं, जिसके कारण माँ को दस्त या उल्टी की समस्या हो सकती है।
यह जानी हुई बात है कि प्रेगनेंसी के दौरान चाय या कॉफी ज्यादा नहीं पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे गर्भपात होने की आशंका बनती है।
प्रेगनेंसी के दौरान मछली खाने की सलाह तो दी जाती है लेकिन जिन मछलियों में पारा का स्तर ज्यादा होता है, उससे सख्त रूप से परहेज करनी चाहिए। क्योंकि ऐसे मछलियों के सेवन से भ्रूण के विकास में बाधा उत्पन्न होता है।
आपने जाना कि गर्भावस्था के दौरान कौन सी चीज़ों का सेवन करना चाहिए और कौन सी चीज़ों से बचना चाहिए, इसके अलावा हमारी सोसाइटी में कुछ मिथ्स भी हैं जिनकी सच्चाई के बारे में जानने के लिए हर महिला उत्सुक रहती है, आइए हम उनके बारे में भी बताते हैं –
अगर डॉक्टर आपको कोई सप्लीमेंट सुझाते हैं तो उनका सेवन करें, अपने आप से किसी सप्लीमेंट का चुनाव नहीं करना चाहिए। अगर आप कमजोरी महसूस करती हैं तो डॉक्टर से इस विषय पर बात करें। गर्भावस्था में ज्यादातर डॉक्टर आयरन और कैल्शियम के सप्लीमेंट देते हैं, उनका नियमित सेवन करना चाहिए।
नहीं, आपको जरूरत से अधिक भोजन लेने की जरूरत नहीं है। जितनी भूख हो केवल उतना भोजन लेना चाहिए। एक गर्भवती महिला को दिन बार में 2200 से 2400 कैलोरी लेनी चाहिए।
गर्भावस्था में भी आपको एक सामान्य व्यक्ति की तरह नाश्ता, स्नैक्स, लंच, इवनिंग स्नैक्स और डिनर मिलाकर 5 भोजन लेने चाहिए, इस बीच तरल पदार्थों का सेवन किया जा सकता हैं इसके लिए जानिए – हेल्दी ड्रिंक्स इन प्रेगनेंसी
आशा करते हैं कि अब तक के विश्लेषण से आपको यह पता चल ही गया होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। संक्षेप में हम यही कह सकते हैं कि स्वस्थ और संतुलित आहार ही गर्भावस्था में खाना सही होता है। अगर आपको ये जानकारी पसंद आई हो तो इस ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करें।
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