• Home  /  
  • Learn  /  
  • कॉमेडियन भारती सिंह की स्पेशल विश! यहां पढ़ें नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करें
कॉमेडियन भारती सिंह की स्पेशल विश! यहां पढ़ें नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करें

कॉमेडियन भारती सिंह की स्पेशल विश! यहां पढ़ें नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करें

17 Feb 2022 | 1 min Read

Ankita Mishra

Author | 409 Articles

कॉमेडियन भारती सिंह कई वजहों से लोगों की चहेती बनी हुई हैं। इसकी वजह है अपने फैंस के साथ उनका बेहतर मिजाज। कॉमेडियन भारती सिंह ने खुद ही इसकी जानकारी दी है कि वह जल्द ही मां बनने वाली हैं। कॉमेडियन भारती सिंह ने अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में बात करते हुए बताया है कि वह नॉर्मल डिलीवरी करवाना चाहती हैं, क्योंकि उन्हें सिजेरियन सेक्शन से डर लगता है। भारती सिंह नॉर्मल डिलीवरी के लिए किस तरह की तैयारी कर रहीं हैं, इसी की जानकारी आप यहां पर पढ़ेंगे।

कॉमेडियन भारती सिंह की नॉर्मल डिलीवरी की तैयारी से पहले यह पढ़ें कि नॉर्मल डिलीवरी व सी-सेक्शन में क्या फर्क है।

नॉर्मल डिलीवरी व सी-सेक्शन में अंतर

रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन व अमेरिका जैसे देशों में सी-सेक्शन के जरिए शिशु को जन्म देने के चलन में 48% की तेजी देखी जा सकती है। हालांकि, रिसर्च में यह भी सामने आया है कि सिजेरियन सेक्शन के जरिए डिलीवरी कराने से मां व शिशु दोनों के लिए जोखिम उत्पन्न हो सकता है। इनमें निम्नलिखित जोखिम शामिल हैं, जैसेः

  • जनरल एनेस्थिशिया (General Anesthesia) के इस्तेमाल से नवजात शिशु को अवसाद हो सकता है।
  • गर्भाशय में चीरा लगाने के दौरान शिशु के घायल होने का जोखिम बढ़ सकता है। 
  • नवजात शिशु को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
  • इसके अलावा शिशु को ऑटोइम्यून बीमारियों के साथ ही एलर्जिक राइनाइटिस और एटोपिक डर्मेटाइटिस जैसे एलर्जी रोगों होने के भी जोखिम बढ़ सकते हैं।

जबकि, नॉर्मल डिलीवरी के दौरान ऐसी किसी भी स्थिति के होने का जोखिम न के बराबर हो सकता है। नॉर्मल डिलीवरी की प्रक्रिया में मां को जोर देते हुए शिशु को पेट के नीचे की तरफ धक्का देना होता है। इस दौरान डॉक्टर या नर्स जरूरत के अनुसार मां की योनि में चीरा लगा सकते हैं, ताकि शिशु का सिर आसानी से गर्भ से बाहर निकल सके।

यही वजह है कि नॉर्मल डिलीवरी को सी-सेक्शन की तुलना में मां और शिशु के लिए अधिक सुरक्षित व सुविधाजनक भी मानी जा सकती है। इस लेख के अगले भाग में हम न सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करें, इसके बारे में बता रहे हैं, बल्कि नॉर्मल डिलीवरी कैसे कराएं और नॉर्मल डिलीवरी के फायदे क्या होते हैं, इसकी भी जानकारी दे रहे हैं। 

नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करें?

नॉर्मल डिलीवरी के फायदे के बारे में पढ़ें, इससे पहले यह पढ़ें कि नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करें या नॉर्मल डिलीवरी कैसे कराएं। इसके लिए कई उपाय व टिप्स हैं, जिन्हें आप भी कॉमेडियन भारती सिंह की तरह आसानी से फॉलो कर सकती हैं।

1. संतुलित व स्वस्थ आहार

अगर गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन अधिक बढ़ जाए, तो उसे जेस्टेशनल डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है, जिसके गंभीर होने पर सी-सेक्शन के जरिए शिशु के जन्म को अंजाम दिया जा सकता है। इससे बचाव के लिए गर्भवती महिला को डाइट को संतुलित व स्वस्थ आहार शामिल करना चाहिए। यह मां के साथ ही शिशु को स्वस्थ रख सकेगा और नॉर्मल डिलीवरी में मदद भी कर सकता है।

प्रेग्नेंसी में नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या खाएं:

  • ताजे व मौसमी फल और सब्जियां
  • फलियां
  • मछली
  • लो-फैट डेयरी उत्पाद, आदि।

2. नियमित रूप से एक्सरसाइज करना

शोध बताते हैं कि जो गर्भावस्था में रोजाना एक्सरसाइज करने से नॉर्मल डिलीवरी होने की संभावना बढ़ सकती है। नियमित व्यायाम करने से महिला में दर्द सहने की सहनशक्ति बढ़ सकती है। दरअसल, नियमित व्यायाम शरीर की मांसपेशियों को प्रसव की पीड़ा सहने के लिए तैयार करने में मदद कर सकते हैं।

ध्यान रखें कि गर्भवती महिलाओं को रोजाना हल्के व्यायाम ही करने चाहिए। अगर वह पहली बार एक्सरसाइज कर रही हैं, तो किसी विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें।

प्रेग्नेंसी में नॉर्मल डिलीवरी के लिए एक्सरसाइज:

अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के निर्देश के अनुसार, गर्भवती महिलाएं लगभग 30 मिनट तक कोई भी मध्यम गति वाले एक्सरसाइज कर सकती हैं। उदाहरण के लिएः

  • वॉक करना
  • सीढ़ियां उतरना-चढ़ना
  • तैराकी करना, आदि।

3. प्रसवपूर्व कक्षाओं में भाग लेना

प्रसवपूर्व कक्षाओं में भाग लेना यानी ऐसी उन कक्षाओं का हिस्सा बनना, जहां पर गर्भवती महिला को प्रसव से पहले की जानकारी दी जाती है। इन क्लासेज में गर्भवती न सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर सकती है, बल्कि वे प्रसव के दौरान श्रम की प्रक्रिया को बढ़ाने के बारे में भी उचित जानकारी देकर जागरूक कर सकते हैं।

4. पर्याप्त नींद लें

गर्भवती महिला को दिनभर में कम से कम 8-10 घंटे की चैन की नींद जरूर लेनी चाहिए। अच्छी नींद होने वाले बच्चे के स्वस्थ और उचित विकास में मदद तो कर सकती है, साथ ही यह नॉर्मल डिलीवरी होने की संभावना को भी बढ़ा सकती है।

5. सही ब्रीदिंग तकनीक का अभ्यास करें

नॉर्मल डिलीवरी की प्रक्रिया के दौरान, एक महिला को कुछ-कुछ अंतराल पर थोड़ी देर के लिए अपनी सांसों को रोकर रखना होता है। ऐसे में इस प्रक्रिया को सही से करने के लिए वह सही ब्रीदिंग तकनीक का अभ्यास कर सकती है। 

विश्व स्वास्थ्य संगंठन के अनुसार, नॉर्मल डिलीवरी से शिशु के बाद जन्म के बाद, मां और शिशु अच्छी स्थिति में होते हैं। इस वजह से 70% से 80% महिलाओं को किसी तरह के गंभीर स्वास्थ्य होने का जोखिम कम हो सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि नॉर्मल डिलीवरी के फायदे व इससे होने वाली सुविधाजनक स्थिति को देखते हुए कॉमेडियन भारती सिंह ने खुद के बच्चे के लिए नॉर्मल डिलीवरी कराने का विचार किया है। अगर आप भी यह सोच रही हैं कि नॉर्मल डिलीवरी कैसे कराएं, तो आशा है कि आपके सवालों का जवाब देने में हमारे इस लेख से मदद मिली होगी।

#bhartisingh #1stpregnancy #normaldelivery

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.