23 Feb 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
माता-पिता का प्यार बच्चे के लिए कितना जरूरी होता है, यह तो हम सभी जानते हैं। माता-पिता का प्यार बहुत तरह से बच्चों पर बरसता है, जैसे कि स्नेह, देखभाल, आराम की चिंता, खाने-पीने चिंता, उनके एहसासों की स्वीकृति, सुरक्षा का भाव, ये सब प्यार के ही रूप हैं। लेकिन बच्चे माँ और पिता के प्यार को सबसे ज्यादा तब महसूस करते हैं जब वे चूमते है, गले लगाते हैं, तारीफ करते हैं, उनके बारे में अच्छी बाते कहते हैं। ऐसे प्यार भरे स्पर्शों से उनको अपने भीतर आत्मविश्वास और सुरक्षा का एहसास होता है।
हाल ही में जेह के जन्मदिन के मौके पर करीना कपूर खान और सैफ अली खान का जेह को प्यार से चूमता तस्वीर बहुत वायरल हो रहा है। हम इस तस्वीर में देख सकते हैं कि जेह के चेहरे पर एक मीठी-सी मुस्कान फैली हुई है। इस मुस्कान से हम समझ सकते हैं कि बच्चे को इस प्यार भरे एहसास से जिंदगी में कितनी सकारात्मकता का अनुभव हुआ है। उसका यही प्यार का अनुभव उसको जिंदगी में सफल और एक अच्छा इंसान बनने में बहुत मदद करेगा।
चलिए आज हम इस विषय पर बात करते हैं कि माता-पिता का प्यार बच्चों को जीवन में सफल बनाने और खुशहाल जिंदगी का सौगात देने के लिए कितना जरूरी होता है।
सच तो यह है कि जब बच्चों को अपने पेरेंट्स से प्यार नहीं मिलता है, तब उनके व्यवहार में यह अस्वीकृति का भाव झलकने लगता है। वह दूसरों को भी अपने गुस्से का निशाना बनाने लगता है, अपनी उदासीनता को दूसरो को मारपीट कर , रिश्तों को अस्वीकार करके दिखाता है।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अनुसंधान से यह साबित हुआ है कि बच्चे का सुखी और सफल जीवन माता-पिता के अच्छे संबंध और बच्चे के प्रति उनका प्यार पर निर्भर करता है। बचपन के जो प्यार और स्वीकृति उनको अपने पेरेंट्स से मिलती है, वह बच्चे को भविष्य में सफलता, खुशी और जीवन में संतुष्टि लाता है।
सेंट लुइस, मिसौरी में वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोध ने प्रदर्शित किया है कि एक माँ का प्यार उसके बच्चे के मस्तिष्क को विकसित करने में मदद करता है। बचपन से माँ का प्यार उसके ब्रेन के फंक्शन को बेहतर तरीके से काम करने में बहुत मदद करता है। माँ का निश्चल स्नेह और पिता का सकारात्मक प्यार मस्तिष्क के उस हिस्से को ज्यादा सतेज करती है, जिससे उसे सीखने, याद रखने और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है।
माता-पिता का प्यार , बच्चों में वह सुरक्षा का भाव भरता है, जिसकी मदद से वह जिंदगी की हर लड़ाई को जीत पाता है। माँ और पिता का सीमाहीन प्यार ही उसको खेल और पढ़ाई के मैदान में हर सीमा को तोड़कर जीतने की शक्ति देता है।
पिता का प्यार उनको जिंदगी की राह चुनने में मदद करता है तो माँ का प्यार डगमगाते कदमों को संभाल कर बिना डरे बढ़ने में मदद करता है।
1950 के दशक में एक और हार्वर्ड अध्ययन, हार्वर्ड मास्टरी ऑफ स्ट्रेस स्टडी आयोजित किया गया था। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने माता-पिता के प्यार का अनुभव नहीं किया, उनमें 35 साल बाद शारीरिक बीमारियों के विकसित होने की संभावना दोगुनी से अधिक थी, जिनमें कोरोनरी आर्टरी डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर, डुओडेनल अल्सर और शराब शामिल हैं। इसलिए प्यार का गर्म एहसास बच्चों को शारीरिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करता है।
शायद आपको अजीब लगेगा लेकिन यह सच है कि माता-पिता का आपस का प्यार और फिर उन दोनों का बच्चों के प्रति प्यार, बच्चों को दूसरों के साथ भावनाओं का आदान-प्रदान करना सिखाता है। वह सामाजिक तौर पर लोगों से बेहतर तरीके से मिल पाते हैं और दूसरों के इमोशन को भी सही तरह से समझ पाते हैं। यानि एक शब्द में कहे तो सही मायने में इंसान बनने में सहायता करता है।
अब शायद हमें यह कहने की जरूरत नहीं बची है कि माता-पिता का प्यार बच्चे के जीवन को सँवारने और जीवन में सफल बनाने में कितना महत्व रखता है।
एक्सपर्ट टिप्स– अब तो हम यह चर्चा कर रहे थे कि माता-पिता का प्यार कितना जरूरी होता है बच्चे के लिए। लेकिन इस प्यार में यह भी जरूरी है कि वह बच्चों के लिए बेबी केयर प्रोडक्ट्स खरीदने में कितनी समझदारी की भूमिका निभा रहे हैं। आप बच्चों के लिए नेचुरल बेबी केयर प्रोडक्ट्स ही खरीदें।
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