21 Feb 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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शिशु जब जन्म लेती या लेता है तो परिवार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाता है और अपने माँ के लिए दिल का टुकड़ा बन जाता है। जैसे-जैसे वह बढ़ता जाता है, उसके माता-पिता उसका पालन-पोषण करने में अपना जी-जान लगा देते हैं। लेकिन इस दौर में माँ के लिए बच्चे के साथ बिताए हुए कुछ पल ऐसे होते हैं, जो मातृत्व के लिए जादुई पल होते हैं। जो माँ के दिल और मन में हमेशा के लिए अपना जगह बना लेते हैं। आज हम ऐसे ही अनमोल मातृत्व के कुछ अनछुए पलों के बारे में बात करेंगे।
माँ बनने के एहसास से लेकर दिल के टुकड़े के साथ बिताया हुआ हर पल माँ के लिए अनमोल होता है। लेकिन उनमें से कुछ ऐसे अनछुए और जादुई पल होते हैं, जो माँ के दिलो-दिमाग में जिंदगी भर के लिए बस जाते हैं। तो चलिए मातृत्व के इन जादुई पलों की एक बार यात्रा करके देखते हैं कि आपके लिए कौन-से पल अनमोल हैं-
क्या आपको याद है जब पहली बार आपने अपने बच्चे की दिल की धड़कन की आवाज सुनी थी और उसके होने के एहसास को अनुभव किया था। हर माँ के लिए यह पल उसके जिंदगी के लिए अनमोल होता है। वह एक जिंदगी को अपने शरीर में लिए हुए हैं, इस अनुभव को शब्दों से बयां करना नामुमकिन है।
चाहे आपकी नॉर्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन डिलीवरी बच्चे के जन्म के बाद उसको पहली बार देखने की खुशी का एहसास हर माँ के लिए अनमोल होता है। उसको ऐसा लगता है कि नौ महीने का इंतजार अब खत्म हुआ है। सारी कल्पना अब सच्चाई की तरह सामने नजर आ रही या रहा है।
माँ जब अपने सीने के पहली बार शिशु को लगाती है, तो वह प्यारा-सा स्पर्श का एहसास उसके रोम-रोम को पुलकित कर देता है। बच्चे की नाजुक उंगलियों की हरकत माँ होने का एहसास जगाती है।
बच्चा छोटा हो या बड़ा जब माँ बच्चे के उंगलियों को थामकर उसके साथ बातें करती हैं, खेलती हैं, मालिश करती हैं तो शिशु का मुस्कुराता चेहरा उसके दिल को सुकून से भर देता है।
यह वह समय होता है जब आप बच्चे को पूरी दुनिया के सामने नामकरण के माध्यम से परिचित करवाते हैं। समाज बच्चे को एक नाम के माध्यम जानता है कि वह किस परिवार या कुल का दीपक या रोशनी है। कहने का मतलब यह है कि बच्चे को अपना परिचय मिलता है। यह दिन भी माँ के लिए खुशी का दिन होता है।
माँ जब बच्चों के साथ बच्चा बनकर खेलती है और उसके साथ खेलते समय मुस्कुराता खिलखिलाता चेहरा उसके मन के कणों में बस जाता है।
अक्सर बच्चों के साथ बिताए हुए कुछ अनछुए पल ऐसे होते हैं, जिनको किसी कैटागोरी में डालना मुश्किल होता है। बच्चे का आपके नाक को पकड़ना, बालों को लेकर खेलना या पीठ पर चढ़कर घोड़ा बनाना, रास्ता पार करते हुए माँ के हाथ को पकड़ना, बीमार होने पर सीने पर चिपटकर सोना, डरे या असहाय पलों में माँ के गोद में सुकून की नींद सोना जैसे हजारों पलों की गवाह माँ का प्यार और वो अनमोल पल होते हैं।
अगर आपको भी बच्चे के साथ बिताए हुए मातृत्व के कुछ अनमोल पल याद आ रहे हैं तो कमेंट बॉक्स में लिखना न भूलें।
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एक्सपर्ट टिप्स: माँ का प्यार बच्चों के लिए एक शिल्ड की तरह काम करता है, और उसको सारे परेशानियों और मुसीबतों से बचाता है, लेकिन आप जब भी बच्चे को लेकर बाहर धूप में जाएं सनस्क्रीन लगाना न भूलें।
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