10 May 2022 | 1 min Read
Mona Narang
Author | 163 Articles
आज के समय में अगर दो मिनट से ज्यादा देरी के लिए इंटरनेट बंद हो जाए, तो मानो वह पल जीवन को ठप करने जैसे प्रतीत हो सकता है। टेक्नोलॉजी की अहमियत को जताने के लिए हर साल नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) भी मनाया जाता है। नेशनल टेक्नोलॉजी डे क्यों मनाया जाता है व यह दिन किस तरह से हमारे बच्चों के लिए खास है, इसी की जानकारी इस लेख में दी गई है।
भारत में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस यानी नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) हर वर्ष 11 मई के दिन मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से भारत के विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र के इंजीनियर्स और महान वैज्ञानिकों के काम की सराहना के लिए माना जाता है।
इसके अलावा, एक और खास बात है कि नेशनल टेक्नोलॉजी डे (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस) का दिन साल 1974 और 1998 में हुए भारत के प्रथम परमाणु परीक्षण व दूसरा सफल पोखरण का परीक्षण की उपलब्धियों को याद करने के लिए भी मनाया जाता है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं। आने वाले समय में नेशनल टेक्नोलॉजी का स्तर कितना अपडेट होगा और कितना बेहतर बनेगा, यह एक तरह से बच्चों की क्षमता और उनकी समझ पर निर्भर करता है। यही खास वजह है कि पेरेंट्स को अपने बच्चों को टेक्नोलॉजी की अहमियत बतानी चाहिए। बच्चों के लिए नेशनल टेक्नोलॉजी डे को खास बना सकते हैं, चलिए इसके बारे मयह नीच पढ़ें।
बच्चों के लिए नेशनल टेक्नोलॉजी डे यानी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के योगदान कई है। इसका एक सबसे बड़ा व अहम उदाहरण है उन्हें नई चीजें सीखने में मदद करना। आज के बच्चे किताबों के साथ ही, टीवी, मोबाइल फोन, इंटरनेट व कंप्यूटर के जरिए भी अपनी शैक्षिक जरूरतों को सीख रहे हैं और उन्हें पूरा कर रहे हैं।
बच्चों की लर्निंग स्किल को बढ़ाने के लिए बस एक क्लिक पर हजारों एप मिल जाते हैं, जिसे टेक्नोलॉजी का ही एक अनोखा उपहार मान सकते हैं।
आज अधिकांश शिक्षक बच्चों को पढ़ाने व नई जीचें सिखाने के लिए टेक्नोलॉजी का ही इस्तेमाल करना पसंद करने लगे हैं। इससे छात्रों में न सिर्फ टेक्नोलॉजी की बेहतर समझ हो रही है, बल्कि वे भी नए-नए तरीकों से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना सीख रहे हैं।
फलती-फूलती टेक्नोलॉजी एक तरह से बच्चों को करियर बनाने के लिए भी प्रेरित करती है। बच्चा जितने करीब से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है और उसे सीखता है, उसकी रूचि भी इसी तरफ अधिक बढ़ने लगती है। साथ ही, यह भी नहीं भूलना चाहिए कि आने वाला भविष्य भी नई-नई तकनीक लेकर आ रहा है। ऐसे में बच्चे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में खुद का सुरक्षित व सफल करियर भी बना सकते हैं।
इंटरेनट के जरिए बच्चा एक साथ कई कामों को अंजाम दे सकता है। तकनीक का उपयोग करके बच्चे अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। पहले बच्चे किताबों के जरिए एक बार में ही एक ही स्किल को सीख सकते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब इंटनेट के जरिए बच्चा एक ही समय पर कई स्किल्स को सीख सकता है और खुद को मल्टीटॉस्किंग बना सकता है।
उदाहरण के लिए, अब बच्चों को अपना होमवर्क करने के लिए घंटों बैठकर लिखने की जरूरत नहीं होती है। वो अपने टैबेलट, लैपटॉप व कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हुए वाइस नोट के जरिए मिनटों में अपना काम पूरा कर सकते हैं और बचे हुए समय में किसी दूसरे काम को आराम से कर सकते हैं।
इंटरनेट पर ऐसे कई गेम्स हैं, जिन्हें खेलने के लिए न सिर्फ तेज दिमाग चाहिए, बल्कि फोकस के साथ ही अच्छे मोटर स्किल की भी जरूरत होती है। इसी तरह जब बच्चे इस तरह से गेम्स खेलते हैं, तो यह तेजी से उनके ब्रेन पावर को बढ़ाने और मोटर स्किल को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
विभिन्न ऑनलाइन वीडियो गेम्स के जरिए बच्चे अपने कौशल को बेहतर बना सकते हैं। यहां पर वे पहेलियां, क्विज व सेंसर बेस्ड खेलकर इसे और भी बेहतर बना सकते हैं।
टेक्नोलॉजी के जरिए बच्चे खुद से निर्णय लेने की अपनी क्षमता को बेहतर कर सकते हैं। ऐसे कई ऑनलाइन गेम्स व पजल हैं, जो बच्चे को निर्णय लेने और उनसे जुड़ी समस्याओं को बेहतर तरीक से हल करने का तरीका सीखने में मदद करती है। एक तरह से ऐसे गेम्स बच्चों को बुद्धिमानी की तरफ बढ़ने के लिए भी प्रेरित करती हैं।
टेक्नोलॉजी के प्रसार ने हर तरह की जानकारी को फैलाने का जिम्मा भी उठा रहा है। कौन सी जानकारी कितनी सही है या गलत है, इसकी जानकारी बस एक क्लिक पर टेक्नोलॉजी व इंटरनेट पर आसानी से मिल जाती है। साथ ही, किसी विषय से उलझी दुविधा भी बच्चे आसानी से टेक्नोलॉजी के जरिए दूर कर सकते हैं।
बच्चों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जिनका जवाब हर किसी के पास हो यह संभव नहीं हो सकता है। हालांकि, टेक्नोलॉजी और इंटरनेट ने इस समस्या का भी हल ढूंढ दिया है। टेक्नोलॉजी व इंटरनेट ने पेरेंट्स को भी अपग्रेड कर दिया है। इसकी मदद से अब वे अपने बच्चे के हर सवाल और उसकी मन की जिज्ञासों को पूरा कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी दिवस या नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) न सिर्फ भारतीय परमाणु परीक्षणों की उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि अपने अपग्रेड होते सिस्टम से बच्चों के भविष्य को भी उज्जवल बना रहा है। हालांकि, हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। इसी तरह टेक्नोलॉजी दिवस का कौन सा पहलू आप अपने बच्चे के जीवन में दर्शाना चाहते हैं, यह पेरेंट्स की सूझ-बूझ पर निर्भर कर सकता है।
टेक्नोलॉजी ने कई कामों व कौशल को बढ़ावा दिया है, जिसमें मिसलीडिंग भी शामिल है। ऐसे में टेक्नोलॉजी के जरिए बच्चे तक हमेशा और हर बार अच्छी जानकारी फैले, इसके लिए पेरेंट्स को भी बच्चे की कौशल की निगरानी करनी चाहिए। बच्चा इंटरनेट व प्रौद्योगिकी का किस तरह से इस्तेमाल करता है, इसकी पूरी जानकारी पेरेंट्स को रखनी चाहिए।
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