हम महिलाओं का पेट डिलीवरी के बाद लटक-सा जाता है। भले ही ये मुश्किल लगे, लेकिन डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय हो सकता है। जी हां, लटके पेट को अंदर करने में और वजन घटाने के लिए योग मददगार माने जाते हैं। इसलिए, यहां हम पेट अंदर करने वाले और तोंद कम करने के वाले बेस्ट योगासन के बारे में बता रहे हैं। ये योगासन डिलीवरी के बाद परफेक्ट बॉडी शेप पाने में सहायता करेंगे।
डिलीवरी के बाद पेट अंदर करने के लिए योगासन
डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय सोच रहे हैं, तो योगासन कर जाते हैं। अगर आप फटाफट पेट अंदर करना चाहती हैं, तो इन योगासन को अपनी दिनचर्या में डॉक्टर की सलाह पर शामिल कर सकती हैं। बस वजन घटाने के लिए योग करते समय शरीर पर जरूरत से ज्यादा जोर न डालें।
1. निकला हुआ पेट अंदर करने के लिए भुजंगासन
डिलीवरी के बाद पेट अंदर करने के लिए भुजंगासन करना लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इस योग को करने से पेट वाले भाग में खिंचाव होता है, जिससे मांसपेशियों में सुधार होता है। इससे प्रसव के बाद के पेट का ढीलापन दूर और डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय किया जा सकता है।
भजुंगासन करने का तरीका :
सबसे पहले मैट या चटाई बिछाकर उस पर पेट के बल लेट जाएं।
अब हाथों पर भार डालकर लंबी सांस लेते हुए अपने धड़ को उठाने की कोशिश करें।
इस समय पैर तना हुए और इनके बीच में कुछ दूरी बनाए रखें।
धड़ को ऊपर उठाते समय पहले सिर, फिर चेस्ट और अंत में नाभि वाला भाग उठेगा।
इस मुद्रा में आने के बाद सिर को पीछे की तरफ झुकाकर आसमान की तरफ देखें।
कुछ समय सामान्य गति से सांस लेते हुए इसी मुद्रा में बने रहें।
फिर सांस छोड़ते हुए पहले वाली मुद्रा में लौट आएं।
इस योग को चार से पांच बार तक दोहरा सकते हैं।
2. पेट की चर्बी कम करने के लिए त्रिकोणासन
प्रसव के बाद वजन घटाने के लिए योग के तौर पर त्रिकोणासन भी कर सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च में जिक्र मिलता है कि कई अन्य योगासन के साथ त्रिकोणासन को भी करने से पेट की चर्बी कम हो सकती है।
त्रिकोणासन करने का तरीका :
योग मैट बिछाकर सीधे खड़े हो जाएं और पैरों के बीच में थोड़ी दूरी रखें।
अब दाएं पैर को दाएं तरफ फैलाते हुए दोनों हाथों को कंधों के बराबर में फैला लें।
फिर गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपनी दाहिनी तरफ झुकें।
इस समय दाया हाथ दाएं पैर को छूने की कोशिश करेगा और बाया हाथ ऊपर होगा।
अपनी नजरों को बाएं हाथ की उंगलियों पर रखें और सामान्य गति से सांस लेते व छोड़ते रहें।
अब धीरे-धीरे प्रारंभिक मुद्रा में आ जाएं। इस तरह योग का आधा चक्र पूरा हुआ।
फिर इसी प्रक्रिया को बाएं तरफ से दोहराएं। ऐसा करने के बाद यह योगासन पूरा होगा।
इस योग के पूरे चक्र को दो से तीन बार तक कर सकती हैं।
3. पेट अंदर करने के लिए हलासन
डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय करने में हलासन भी सहायक भूमिका निभा सकता है। इस योग को करने से पेट वाले भाग पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे पेट का ढीलापन कम होता है और उसमें कसावट आने लगती है।
हलासन करने का तरीका :
सबसे पहले योग मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
इस समय दोनों हाथों को सीधा शरीर से सटाकर रखें ।
अब लंबी सांस भरते हुए दोनों पैरों को हाथों का सहारा देते हुए 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
फिर सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को छुकाते हुए सिर के ऊपर से ले जाएं।
इसके बाद पैरों के अंगूठों को जमीन पर टिकाने की कोशिश करें।
अब हाथों को कमर से हटाकर सीधा जमीन पर रख दें।
फिर अपनी क्षमतानुसार थोड़ी देर इसी मुद्रा में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते और छोड़ते रहें।
इसके बाद धीरे-धीरे शुरुआती मुद्रा में वापस आ जाएं।
इस योगासन को करते समय अपने शरीर के साथ जबरदस्ती न करें। पहली बार में जितना हो सके उतना ही करें।
4. निकला हुआ पेट अंदर करने के लिए मार्जरी आसन
मार्जरी आसन के फायदे भी पेट को टाइट करने के लिए हो सकते हैं। इस योगासन को करते समय पेट वाले भाग में मूवमेंट होता है, जो पेट की चर्बी को कम कर सकता है। इसलिए, इसे डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय कहा जाता है।
मार्जरी आसन करने का तरीका :
सबसे पहले चटाई बिछाकर वज्रासन में बैठ जाएं।
अब दोनों हाथों को आगे फैलाकर शरीर को ऊपर उठाते हुए हथेली और घुटनों के बल आ जाएं।
इस समय तस्वीर के तरह सिर नीचे और पीठ ऊपर की तरफ होगी।
फिर गहरी सांस भरते हुए रीढ़ की हड्डी को नीचे की ओर दबाएं और सिर को पीछे झुकाकर ऊपर की तरफ देखें।
कुछ सेकेंड इसी मुद्रा में रहें और फिर सांस छोड़ते हुए तस्वीर की तरह रीढ़ की हड्डी को ऊपर करें और सिर को नीचे की तरफ झुकाएं।
अब दो-तीन सेकेंड बाद धीरे-धीरे वज्रासन में वापस आ जाएं।
योग की इस क्रिया को तीन से पांच बार तक कर सकते हैं।
5. तोंद कम करने के लिए योग कुंभकासन
डिलीवरी के बाद लटके हुए पेट को ठीक करने के लिए कुंभकासन को भी कर सकते हैं। यह योग स्किन इलास्टिसिटी में सुधार कर सकता है। इससे पेट का ढीलापन कम होगा और पेट अंदर हो सकता है।
कुंभकासन करने का तरीका :
सबसे पहले योग मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
अब कोहनी को मोड़ लें। इस समय कोहनी और हथेली जमीन से सटी होगी।
इसके बाद हथेलियों और पैरों के पंजों पर दबाव डालते हुए शरीर को ऊपर उठाएं।
कुछ सेकंड इसी मुद्रा में सामान्य रूप से सांस लेते और छोड़ते हुए बने रहें।
अब धीरे-धीरे शुरुआती मुद्रा में आ जाएं। इस योग की क्रिया को तीन से पांच बार तक कर सकते हैं।
6. वजन घटाने के लिए नावासन
लटके हुए पेट को अंदर करने के लिए नवासन भी कर सकते हैं। एक रिसर्च की मानें, तो नौकासन/नवासन करते समय पेट वाले भाग में टेंशन महसूस होती है। इससे उस भाग की मांसपेशियों में सुधार होता है और धीरे-धीरे पेट की चर्बी गलने लगती है।
नवासन करने का तरीका :
सबसे पहले मैट पर दोनों पैरों को सीधा फैलाकर बैठ जाएं।
इस समय धड़ वाला भाग सीधा और दोनों हाथ सीधे जमीन पर होंगे।
फिर सांस छोड़ते हुए दोनों पैरों को एक साथ धीरे-धीरे 60 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
अब धड़ वाले भाग को धीरे-धीरे से पीछे की ओर झुकाएं। ध्यान रहे कि शरीर ज्यादा नहीं झुकना चाहिए।
फिर हाथों से पैरों की उंगलियों को पकड़ने की कोशिश करें और कुछ सेकंड इसी मुद्रा में बने रहें।
इसके बाद धीरे-धीरे शुरुआती मुद्रा में आ जाएं। इस योग को तीन से पांच बार कर सकते हैं।
7. डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय उत्तानासन
डिलीवरी के बाद पेट अंदर करने के लिए उत्तानासन कर सकते हैं। इस योग को करने से पेट वाले हिस्से पर दबाव पड़ता है, रक्त संचार बेहतर होता है और मांसपेशियों में सुधार होता है, जिससे पेट टाइट हो सकता है।
उत्तानासन करने का तरीका :
सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और हाथों को सीधा शरीर से सटाकर रखें।
अब सांस लेते हुए कमर के ऊपर वाले भाग को नीचे की ओर झुकाएं।
फिर सांस छोड़ते हुए हाथों से जमीन छूने या टखने के पीछे ले जाने की कोशिश करें।
ऐसा करते समय घुटने नहीं मुड़ने चाहिए।
कुछ समय इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे शुरुआती मुद्रा में आ जाएं।
इस योग की क्रिया को तीन से पांच बार तक कर सकते हैं।
डिलीवरी के बाद निकला पेट अंदर करने का उपाय ढूंढ रही हैं, तो इन योगासन को अपने डेली रूटीन में शामिल करें। नियमित रूप से इन योगासन को करने के बाद आप खुद कहेंगी, वाह! फर्क दिखने लगा।
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