महिलाओं के लिए गर्भावस्था आसान समय नहीं होता। यह सफर तय करते समय महिलाओं को काफी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंसी में लिवर की बीमारी भी उन्हीं में से एक है।
रिसर्च के अनुसार, प्रेग्नेंसी में लिवर संबंधी दिक्कतों पर अधिकतर ध्यान नहीं दिया जाता है। लेकिन, लिवर की समस्या के चलते तकरीबन 3 प्रतिशत प्रेग्नेंसी को जटिलताओं से गुजरना पड़ता है। शोध में इस बात तक का जिक्र है कि समस्या गंभीर होने पर माँ और शिशु दोनों की जान को खतरा रहता है।
ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान लिवर से जुड़ी स्वास्थ्य समस्या पर ध्यान देना जरूरी है। साथ ही लिवर को हेल्दी रखने के उपाय अपनाना भी आवश्यक है। इस बात की गंभीरता को समझते हुए हम गर्भावस्था में लिवर को सुरक्षित रखने के तरीके आगे बता रहे हैं।
प्रेग्नेंसी में लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये 11 तरीके
आपको प्रेग्नेंसी में लिवर की बीमारी से बचने में ये तरीके मदद करेंगे। इनसे आप अपने लिवर का ख्याल भी रख पाएंगी (Ways to Keep Your Liver Healthy in Pregnancy)और प्रेग्नेंसी संबंधी जटिलताओं के झंझट से भी बची रहेंगी।
- स्वस्थ वजन – प्रेग्नेंसी में स्वस्थ वजन बनाए रखने से लिवर संबंधी दिक्कतों से बचने में मदद मिलेगी। दरअसल, जरूरत से ज्यादा वजन बढ़ने से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
- संतुलित आहार – पौष्टिक आहार सभी बीमारियों से बचने का सबसे आसान तरीका है। सैचुरेटेड फैट, रिफाइन कार्बोहाइड्रेट, कम पके हुए व कच्चे मीट और अंड़े के सेवन से बचना चाहिए। इनकी जगह फाइबर, प्रोटीन को अहार में जगह दें। ताजी सब्जियों और फलों को आहार में शामिल करें। इसके साथ ही ड्राई फूट्स और पर्याप्त पानी का सेवन भी जरूरी है।
- नियमित व्यायाम – लिवर को सुरक्षित रखने के लिए रोजाना व्यायाम करना चाहिए। गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से पूछकर प्रेग्नेंसी में सुरक्षित व्यायाम कर सकती हैं। थोड़ी देर सुबह-शाम टहलना भी लिवर के लिए अच्छा होता है।
- विषाक्त पदार्थों से बचें – टॉक्सिन सीधे-सीधे लिवर कोशिकाओं को क्षति पहुंचाकर लिवर की बीमारी का कारण बनते हैं। घर में सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले उत्पादों, कीटनाशकों और अन्य रसायनों के सीधे संपर्क से बचें। जब कभी किसी रसायन का घर में इस्तेमाल हो, तो आप बाहर निकल जाएं या हवादार कमरे में मास्क पहनकर रहें।
- शराब न पिएं – इसके सेवन से न सिर्फ लिवर सेल्स डैमेज होते हैं, बल्कि उनमें घाव भी बनने लगता है। लिवर की बीमारी के साथ ही शराब अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बनता है।
- ड्रग और मनमर्जी की दवाएं न लें – किसी भी तरह के अवैध ड्रग जैसे कि हैश, कोकीन, हेरोइन, मारिजुआना का इस्तेमाल करने से लिवर को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा, किसी भी तरह की दर्द निवारक गोली या अन्य दवाई बिना डॉक्टरी सलाह के न लें।
- सामान शेयर न करें – अपनी स्वच्छता को बनाए रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली हाइजीन सामग्री जैसे कि रेजर, ब्रश और नेल कटर को किसी के साथ शेयर न करें। इसमें बैक्टीरिया आ सकते हैं और जो शरीर के माध्यम से लिवर तक पहुंच कर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- हाथ धोएं – समय-समय पर साबुन और गर्म पानी से हाथ धोना चाहिए। बाथरूम का उपयोग करने के तुरंत बाद, पैड्स बदलने के बाद, खाने बनाने से पहले और खाना खाने के बाद, बाहर से कहीं आने के बाद अपने हाथ तुरंत धोएं।
- टीकाकरण – लिवर की बीमारी से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह पर प्रेग्नेंसी में वैक्सीन भी लगवा सकती हैं। डॉक्टर कुछ परिस्थितियों में इस दौरान गर्भवती महिला को हेपेटाइटिस के टीके लगाने की सलाह देते हैं। प्रेग्नेंसी में बिना चिकित्सक से पूछे मनमर्जी से कोई टीका न लगवाएं।
- जांच करवाएं – अगर परिवार में किसी को लिवर संबंधी दिक्कत रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। जल्दी परेशानी का पता लगाने से उसे बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही समय पर उपचार शुरू करके लिवर ठीक हो सकता है।
कुछ लिवर संबंधी दिक्कतें महिला को गर्भावस्था में होती हैं और कुछ पहले से ही चली आ रही होती हैं, जिनसे महिला अनजान होती हैं। इसलिए चेकअप करवाकर ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी है।
- कॉफी – साल 2021 में हुए एक अध्ययन के अनुसार, कॉफी से लिवर स्वस्थ रहता है। इसपर गौर करें कि सिर्फ कॉफी पीने से ही लिवर स्वस्थ नहीं रहता है। इसके लिए हेल्दी डाइट, व्यायाम और अन्य बातों का ख्याल रखना भी जरूरी है। प्रेग्नेंसी में काफी का सेवन सीमित मात्रा में ही करें, क्योंकि प्रेग्नेंसी में कैफीन खतरनाक साबित हो सकता है।
आप प्रेग्नेंसी में लिवर का ख्याल रखने के लिए इन तरीकों को अपनाकर बेफिक्र हो सकती हैं। लिवर में अगर कोई क्षति पहले से भी हुई है, तो हेल्दी आदतों को अपनाने से वो जल्दी ठीक हो जाती है। लिवर एक ऐसा ऑर्गन है, जो पूरी तरह क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है, तो तेजी से रिकवर हो सकता है।
स्वस्थ रहें, खुश रहें!