• Home  /  
  • Learn  /  
  • Vaginal tears: वजाइनल टीयर क्या होता है? नॉर्मल डिलीवरी के दौरान इसका कैसे देखभाल करनी चाहिए?
Vaginal tears: वजाइनल टीयर क्या होता है? नॉर्मल डिलीवरी के दौरान इसका कैसे देखभाल करनी चाहिए?

Vaginal tears: वजाइनल टीयर क्या होता है? नॉर्मल डिलीवरी के दौरान इसका कैसे देखभाल करनी चाहिए?

25 Nov 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

शायद बहुत कम लोगों को वजाइनल टीयर (Vaginal tears) के बारे में पता होगा। अगर आपका ड्यू डेट पास है और आपका नॉर्मल डिलीवरी होने जा रही है तो इस शब्द का मायने जानना बहुत जरूरी है। असल में नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइनल टीयर होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। वजाइनल टीयर (पेरिनियल लैकरेशन) वजाइना और रेक्टम  (मलाशय) के आसपास के टिश्यू में चीरा लगना या चोट लगना होता है जो नॉर्मल डिलीवरी के बाद या दौरान हो सकता है।

अब सवाल यह आता है कि नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइनल टीयर क्यों होता है या वजाइनल टीयर होने पर क्या-क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए आदि। इन सब बातों को जानने से पहले विस्तार से जानते हैं कि वजाइनल टीयर होता क्यों है।

नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइनल टीयर क्या होता है?। What is Vaginal Tears in Hindi

आम तौर पर नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइना के अंदर  बहुत गंभीर कट या चीरा लग सकता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार, 53-79% महिलाएं जिनकी वजाइनल डिलीवरी या नॉर्मल डिलीवरी होती हैं, उनमें घाव या कट लग सकते हैं।

नॉर्मल डिलीवरी के दौरान कटने या फटने से दर्द हो सकता है। इसी कारण  न्यू मॉम के लिए कुछ दिनों तक चलना या बैठना मुश्किल हो सकता है। अधिक गंभीर कट या चीरा बहुत दर्दनाक हो सकते हैं और खून बह सकता है। पेरिनम, जो महिला के गुदा ( anus)और योनी (vulva) के बीच का स्थान होता है, वहां आम तौर पर कुछ हफ्तों के लिए सूजन और दर्द हो सकता है।

नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइनल टीयर क्यों होता है?। Cause Vaginal Tears in Hindi

इस नॉर्मल डिलीवरी यानि योनि प्रसव के दौरान, वजाइना की त्वचा पतली होकर बच्चे के जन्म के लिए तैयार होती है। आपके शरीर का यह हिस्सा खिंचाव के लिए है और बच्चे के सिर और शरीर को बिना आघात के गुजरने देता है। वैसे तो नॉर्मल डिलीवरी के दौरान योनि फटना कई कारणों से हो सकता है। वजाइनल टीयर होने के कारण बनने वाले कुछ कारकों में शामिल हो सकते हैं:

  • अगर आपकी पहली डिलीवरी है।
  • शिशु की स्थिति (फेस-अप डिलीवरी)।
  • प्रसव के दौरान फोरसेप या वैक्यूम का उपयोग।
  • आकार में बड़ा बच्चा (8 पाउंड से अधिक)।
  • अगर एपीसीओटॉमी (episiotomy)हुआ है।
नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल टीयर/चित्र स्रोत: फ्रीपिक

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल टीयर का उपचार। How are vaginal tears treated or repaired?

वजाइनल टीयर का उपचार चोट की गंभीरता पर निर्भर करता है। पहली डिग्री के टीयर में, किसी टांके की आवश्यकता नहीं हो सकती है। दूसरे, तीसरे और चौथे दर्जे के वजाइनल टीयर में, चोट को ठीक करने के लिए टांके लगाए जाएंगे। ये टांके छह सप्ताह के भीतर अपने आप घुल जाते हैं। कुछ सबसे गंभीर मामलों में, डॉक्टर को एनल स्फिंक्टर या  गुदा दबानेवाला यंत्र (Anal sphincter) की चोट को ठीक करने की जरूरत हो सकती है। इसके लिए भी घुलनशील टांके का ही इस्तेमाल किया जाता है। प्रसव के बाद के हफ्तों में जब तक वजाइनल टीयर ठीक होते हैं तब तक आपको थोड़ी असुविधा महसूस हो सकती है।

वजाइनल टीयर के ठीक होने के दौरान कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए। General Tips while Vaginal Tears Healing

  • वजाइनल टीयर के घाव को छूने से पहले हाथों को साबुन और पानी से 15-30 सेकेंड तक धोएं। इसके लिए आप बेबीचक्रा का नेचुरल फोमिंग हैंडवाश इस्तेमाल कर सकते हैं, जो संवेदनशील त्वचा के लिए बिल्कुल सुरक्षित होता है।
  • प्रभावित क्षेत्र को रोजाना गर्म पानी और माइल्ड साबुन या क्लीन्ज़र से धोएं। इसके लिए आप बेबीचक्रा का बेबी वाश इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • कपड़े पहनने से पहले सुनिश्चित करें कि प्रभावित क्षेत्र पूरी तरह से सूखा हो।
  • प्रभावित क्षेत्र को भिगोने से बचें।
  • दर्द या बेचैनी को कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर पेनकिलर डॉक्टर के सलाह के अनुसार लें।
  • सूजन और बेचैनी को कम करने के लिए क्षेत्र को आइस पैक से सेंक सकते हैं।
  • दर्द को कम करने के लिए पेशाब के दौरान और बाद में पेरी बोतल का उपयोग कर सकते हैं।
  • घाव में पेपर टॉवेल लगाने से बचें।
  • यदि बैठने में असहजता हो तो तकिए का उपयोग करें।
  • योनि के अंदर किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें।
  • कठोर या सुगंधित प्रोडक्ट्स से परहेज करें जो योनि के अम्लीय पीएच में हस्तक्षेप कर सकते हैं।

जब वजाइनल टीयर का घाव पूरी तरह से ठीक नहीं होता है, सेक्स की प्रक्रिया दूर रहना ही बेहतर होता है। इसके अलावा ढीला-ढाला सूती का अंडर‍वियर ही पहनना चाहिए। आशा करते हैं अब आप जान गए होंगे कि नॉर्मल डिलीवरी के दौरान वजाइनल टीयर क्यों होता है और घाव के ठीक होने के दौरान कौन-सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए।

संबंधित लेख:

पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage): डिलीवरी के बाद मालिश कराने के क्या फायदे होते हैं?

25 सप्ताह की गर्भावस्था है?

34 सप्ताह की गर्भावस्था है?

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.