प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की शारीरिक समस्यों से दो-चार होना पड़ता है। इनमें से एक और दर्दनाक समस्या है प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली तमाम सामान्य समस्याओं में से यह बहुत ही पीड़ादायक है। प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन होने की एक नहीं, बल्कि कई वजह होती हैं।
महिलाओं को पैरों में ऐंठन दिन में कम और रात में ज्यादा महसूस होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के पैरों में ऐंठन क्यों होती है, इसके पीछे क्या वजह है, इस आर्टिकल में हम आपको यही बताने जा रहे हैं। साथ ही लेख में जानेंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के पैरों में ऐंठन होना कितना सामान्य है। यहां हम इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए प्रेग्नेंट महिलाओं को क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए, इसके बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे।
गर्भावस्था के दौरान पैरों में ऐंठन की शिकायत कब शुरू होती है?
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पैरों में सूजन, हेयरफॉल, उल्टी, जी मिचलाना आदि परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इनमें एक पैरों में ऐंठन होना भी है। एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध के मुताबिक, पैरों में ऐंठन गर्भावस्था की दूसरी व तीसरी तिमाही में होती है। यह समस्या गर्भ में पल रहे शिशु के आकार बढ़ने के कारण होती है। यह कोई घबराने वाली बात नहीं है। अधिकतर मामलों में प्रसव के बाद पैरों में ऐंठन की समस्या खुद-ब-खुद ठीक हो जाती है।
प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन के कारण
प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन / चित्र स्रोतः फ्रीपिक
प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है। हालांकि, इसके कुछ संभावित कारण हैं, जिनके बारे में नीचे बता रहे हैं:
नीचे कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं। ये प्रेग्नेंसी में होने वाली पैरों में ऐंठन को दूर करने में सहायक हो सकते हैं:
गुनगुने पानी से नहाना- पैरों में ऐंठन से राहत पाने के लिए सोने से पहले गुनगुने पानी से स्नान करें। यह काफी हद तक इस परेशानी से राहत दिला सकता है। हालांकि, अगर सर्दी का मौसम है, तो रात को नहाने से परहेज करें।
आइस पैक- कोल्ड कम्प्रेस की मदद से भी पैरों में ऐंठन की समस्या से निजात मिल सकता है। इसके लिए प्रभावित जगह पर 15 मिनट के लिए आइस पैक लगाएं। कोल्ड कम्प्रेस का इस्तेमाल दिन में 2 से 4 बार कर सकते हैं।
कैल्शियम- कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी पैरों में ऐंठन को कम किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कैल्शियम की कमी भी पैरों में ऐंठन का एक कारण है। ऐसे में कैल्शियम की खुराक के लिए लो फैट डेयरी उत्पाद को आहार का हिस्सा बनाएं।
मसाज- गर्मावस्था में होने वाली पैरों में ऐंठन से आराम दिलाने में मसाज भी लाभकारी हो सकती है। दरअसल, मसाज से शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। साथ ही पैरों की स्ट्रेचिंग होती है। इससे काफी हद तक ऐंठन में आराम मिल सकता है।
खुद को हाइड्रेट रखें- लेख में ऊपर बताया गया है कि निर्जलीकरण के कारण भी यह परेशानी हो सकती है। इसलिए, खुद को हाइड्रेट रखकर इस परेशानी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन से बचाव के लिए जरूरी टिप्स
प्रेग्नेंसी में पैरों में ऐंठन / चित्र स्रोतः फ्रीपिक
प्रेग्नेंसी में पैरों की ऐंठन से बचाव के लिए निम्न बातों का विशेष ख्याल रखें:
एक्सपर्ट की देखरेख में नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
आहार में फल व सब्जियों को शामिल करें। जंक व तला हुआ खाना खाने से परहेज करें।
सही फुटवियर का चयन करें व हील्स पहनना एवॉइड करें।
रोजाना पैरों व टांगों की मालिश करें।
पिंडलियों व पंजों की स्ट्रेचिंग करें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। रोजाना नारियल पानी पीना भी बेहतर होगा।
लंबे समय तक न खड़े होना न चाहिए न ही बैठे रहना चाहिए।
ज्यादातर महिलाओं में पैरों में ऐंठन की परेशानी दूसरी तिमाही से शुरू होकर आखिरी तिमाही तक बनी रहती है। ऐसे में लेख में दी गई टिप्स को फॉलो कर आप इस परेशानी को बढ़ने से रोक सकती हैं।