1 Feb 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
क्या आपकी भी शादी के बात चल रही है? जैसे कि हमारे सुपर स्टार कियारा आडवानी और सिद्धार्थ मल्होत्रा की शादी की खबर सुर्खियों में है, लेकिन उन दोनों ने अभी तक इस बात को कंफर्म नहीं किया है। चलिए शादी के बात को लेकर आगे बढ़ते हैं। भले ही हम 21 वीं और 22 वीं सदी के दौर में हैं, लेकिन शादी के पहले रीति रिवाज, लेन-देन, प्रथाएं पहले जैसी ही रह गए हैं। घर-परिवार के लोग शादी के पहले कुंडली मिलाते हैं, कुंडली के हिसाब से दोष- गुण की चर्चा करते हैं, उसके बाद जब सही बैठता है, तभी शादी के लिए सहमती देते है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शादी के पहले कुंडली मिलाने से भी जरूरी एक काम है, जो लोग जाने-अनजाने नजरअंदाज कर देते हैं।
असल में शादी के पहले कुंडली मिलाना उतना जरूरी नहीं जितना कि दुल्हा-दुल्हन का शारीरिक और मानसिक रूप से फिट और हेल्दी रहना जरूरी होता है। तभी आगे चलकर मैरिड लाइफ हैप्पी होगा, फैमिली प्लानिंग करने में किसी भी तरह की शारीरिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अब आप सोच रहे होंगे कि शादी में बैंड-बाजा-बारात और रस्म-रिवाजों के ज्यादा जरूरी क्या है। तो आपके जानकारी के लिए बता दें कि शादी के पहले कुछ मेडिकल टेस्ट ऐसे हैं जो दोनों पार्टनर को पहले से करवा लेना चाहिए ताकि दोनों एक दूसरे के मेडिकल ग्राउंड को जान सके। अगर कोई समस्या है तो समय पर इसका इलाज करवाकर ठीक करके शादी का फैसला ले सकते हैं।
वैज्ञानिक तौर पर शादी के पहले कुछ मेडिकल टेस्ट्स ऐसे हैं जो दोनों पार्टनर के मैरिड लाइफ शुरू करने के लिए चेकअप करवाकर रिपोर्ट देख लेना बहुत जरूरी है। एक दूसरे को जानने का पहला स्टेप है मेडिकल चेक अप करवाना। हम आगे इस बात की चर्चा करेंगे ऐसे कौन-से मेडिकल टेस्ट्स हैं, जो शादी के पहले जरूर करवाने चाहिए।
शादी के पहले करवाएं जेनेटिक टेस्ट– शादी के पहले दोनों पार्टनर को अपना जेनेटिक टेस्ट करवाना चाहिए ताकि ये जान सके कि दोनों को कोई अनुवांशिक बीमारी तो नहीं है। अगर ऐसा कुछ मिलता भी है तो समय पर इसका इलाज करवाया जा सकता है।
शादी के पहले करवाएं ब्लड डिसऑर्डर टेस्ट- शादी के पहले विशेष रूप से महिलाओं को ब्लड डिसऑर्डर टेस्ट करवाना चाहिए। इससे यह पता चलता है कि महिला को एनीमिया, हीमोफीलिया, थैलेसीमिया, सिकल सेल डिजीज आदि की समस्या है कि नहीं। क्योंकि इसका सीधा असर बाद में मैरिड लाइफ और फैमिली प्लानिंग पर पड़ता है।
एसटीडी टेस्ट- एसटीडी टेस्ट दोनों पार्टनर को करवाना चाहिए ताकि शादी के बाद कोई भी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के चपेट में न आए।
एचआईवी टेस्ट– शादी के पहले दोनों पार्टनर को अपना एचआईवी टेस्ट जरूर करवाना चाहिए, ताकि शादी के बाद दोनों की जिंदगी सुरक्षित और खुशहाल रहे। अगर दोनों में से एक भी पार्टनर एचआईवी संक्रमित होता है तो वह दूसरे पार्टनर की जिंदगी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
ब्लड ग्रुप कंपैटिबिलिटी टेस्ट- शादी के पहले ये टेस्ट करवाने से शादी के बाद फैमिली प्लानिंग के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि इस टेस्ट के माध्यम से यह पता चलता है कि दोनों पार्टनर का ब्लड ग्रूप एक दूसरे के अनुकूल है कि नहीं। वंश को आगे बढ़ाने के लिए यानि भविष्य में माँ बनने के लिए दोनों पार्टनर का आरएच (Rh) मिलना बहुत जरूरी होता है।
इनफर्टिलिटी टेस्ट- शादी के बाद वंश बढ़ाने के लिए जिम्मेदार सिर्फ औरत नहीं मर्द भी होता है। इस टेस्ट से पता चलता है कि पुरूष का स्पर्म काउंट कितना है और स्पर्म हेल्दी है कि नहीं। अगर स्पर्म काउंट और स्पर्म का क्वालिटी अच्छा है तो भविष्य में फैमिली प्लानिंग में कोई समस्या नहीं रहता है।
शादी के पहले करवाएं ओवरी टेस्ट- आजकल महिलाएं देर से शादी कर रही हैं। अगर ऐसा है तो शादी के पहले ओवरी टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए ताकि माँ बनने की क्षमता का पता चल सके। ओवरी टेस्ट से यह पता चलता है कि अंडाणु सही तरह से बन रहा है कि नहीं ताकि गर्भवती होने में कोई परेशानी न हो।
अब आपको पता चल गया होगा कि शादी के पहले एक दूसरे को अच्छी तरह से जानने के लिए डेट पर जाना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है ये टेस्ट्स करवाना ताकि मैरिड लाइफ में कोई परेशानी न हो। अगर आप सोच रहे हैं कि डेट में मिलने के समय क्या उपहार दें तो अपने पार्टनर के होठों पर कियारा आडवानी की तरह मुस्कान को बरकरार रखने के लिए उन्हें लिप बाम उपहार में दे सकते हैं।
बेबीचक्रा के लिप बाम की खास बात यह है कि ये सिर्फ माँ और शिशु के लिए ही नहीं है, बल्कि कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है। अगर ऐसा उपहार आप अपने फीमेल पार्टनर को देते हैं तो उनको आपका केयरिंग नेचर बहुत प्यारा लग सकता है।
मूल चित्र स्रोत: इंस्टाग्राम और गुगल
संबंधित लेख:
7 सेलिब्रिटी हसबैंड जो अपने वाइफ के लाइफ के हैं रियल हीरो
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.