शिशु का थूक निकालना: जाने कारण और उपाय

शिशु का थूक निकालना: जाने कारण और उपाय

26 Aug 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

अक्सर शिशु ऐसी-ऐसी हरकतें करतें हैं, जो नॉर्मल है या नहीं समझ में नहीं आता है। ऐसी ही एक हरकत है शिशु का थूक निकालना। वैसे तो शिशु ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला मिल्क पीने के बाद थोड़ा दूध निकाल देता है। पर सच तो यह है कि दूध पीकर उल्टी करना और बार-बार शिशु का थूक निकालना, इन दोनों बातों में बहुत अंतर होता है।

थूक क्या होता है? । What is in Spit

शायद आप सोच रहे होंगे कि असल में थूक होता क्या है। तो इसको इस तरह से समझिए, जब आप मुँह में लॉलीपॉप देते हैं तो जो लार मुँह से निकलता है या सोकर उठने के बाद जो सैलाइवा तकिया पर गिरा हुआ होता है, यह थूक ही है और इसको सलाइवा कहते हैं। 

आप तो जानते ही हैं कि सलाइवा लिक्विड होता है, जो मुँह में 24 घंटे, हर दिन बनता है। इसमें अधिक मात्रा में पानी और कुछ मात्रा में दूसरे केमिकल्स होते हैं। थूक या सलाइवा खाने को डाइजेस्ट करने में भी मदद करता है

शिशु का थूक निकालने का कारण। Causes of Baby Spit in Hindi

वैसे तो स्वस्थ बच्चों में थूकना बहुत आम बात होता है। दूध पिलाने के बाद तीन महिनों के दौरान आधा दूध उनके अन्नप्रणाली से बाहर आने जैसा महसूस होता है, इस कंडिशन को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स या इंफैंट एसिड रिफल्क्स कहते हैं। जब शिशु को पेट भरकर दूध पिलाया जाता है, तब वह इसोफेगस और पेट के बीच के  मांसपेशी में आ जाता है। जब तक वह मसल मैच्योर नहीं हो जाता दूध बैकफ्लो होकर वापस मुँह में आ जाता है यानि तब तक यह थूकने की समस्या होती रहती है। 

इसके अलावा शिशु के थूक निकालना के पीछे और भी कारण हैं-

  • शिशु को ज्यादा मात्रा में दूध पिला देना। शिशु का पेट छोटा होने के कारण पूरा दूध डाइजेस्ट नहीं हो पाता है और वह बैकफ्लो होकर मुँह में आ जाता है।
  • कभ-कभी माँ वह खा लेती है, जिससे शिशु को एलर्जी होती है। यही शिशु का दूध निकालने का कारण बन जाता है।
  • जब शिशु जल्दी-जल्दी दूध पीता है तब वह दूध के साथ हवा भी निगल लेता है। तब वह दूध को उगल देता है।

शिशु का थूक निकालना और उल्टी में क्या अंतर होता है? । Difference between Baby Spit and Vomiting in Hindi

शिशु का थूक निकालना और उल्टी दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर होता है। उल्टी के समय मुँह से पेट की सामग्री जबरदस्ती बाहर निकल जाता है। शिशु में डकार के रूप में मुँह से आसानी से दूध थूक की तरह बाहर निकल जाता है। उल्टी करने से मांसपेशियों में बहुत संकुचन होता है और शिशु बीमार भी महसूस करता है, लेकिन थूक में थोड़ी मात्रा में दूध अनायास ही निकल जाता है। शिशु के थूक निकल जाने पर उसके मुँह को गंदे कपड़े से कभी न पोंछें, इसके जगह पर बैम्बू वाटर वाइप्स का इस्तेमाल करें। इससे किसी भी प्रकार का संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहता है।

शिशु का थूक निकालना समस्या का संकेत हो सकता है। Can Baby spit up be a sign of problem?

शिशु के थूकने को लेकर कुछ संकेत और लक्षण समस्या का संकेत बन सकता है-

  • शिशु का वजन नहीं बढ़ना
  • पीला या हरा फ्लूइड थूकना
  • थूक में से खून निकलना
  • बार-बार दूध पीने से मना करना
  • मल में भी खून आना
  • सांस लेने में कठिनाई बीमारी का संकेत हो सकता है
  • 6 महीने या उससे अधिक उम्र में थूकना शुरू करना
  • दिन में तीन घंटे से अधिक रोना और सामान्य से अधिक चिड़चिड़ा होना
  • सामान्य से कम डायपर गीला करना आदि
शिशु का थूक निकालना कम करने का तरीका/ चित्र स्रोत- फ्रीपिक

शिशु का थूक निकालना कम करने का तरीका। Tips to reduce Baby Spit in Hindi

  • शिशु को सीधा करके दूध पिलाएं। 30 मिनट तक एक ही स्थिति में दूध पिलाने की कोशिश कीजिए।  दूध पिलाने के तुरन्त बाद न ही झुला झुलाएं और न ही उसको खेलने दें। 
  • ओवरफीडिंग कराने से बचें। बच्चे को बार-बार लेकिन थोड़ी कम मात्रा में दूध पिलाएं, इससे दूध को थूककर नहीं निकालेगा।
  • बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार दिलाना न भूलें। हर बार दूध पिलाने के दौरान और बाद में बार-बार डकार आने से आपके बच्चे के पेट में हवा नहीं बन पाती है।
  • माँ को अपने आहार के साथ प्रयोग करने की जरूरत होती है । माँ जो डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कर रही हैं या खाना खा रही हैं, अगर उससे शिशु को एलर्जी है तो माँ को डॉक्टर के सलाह के अनुसार डाइट में बदलाव लाना होगा। 

शिशू का थूक निकालना सामान्य समस्या होने के बावजूद अगर कुछ विशेष लक्षण या संकेत नजर आते हैं तो उपचार भी समस्या के आधार पर ही डॉक्टर करेंगे। इसके अलावा छोटी-छोटी सावधानियों को बरतने पर इस समस्या को कुछ हद तक नियंत्रण में लाया जा सकता है। 

संबंधित लेख:

शिशु को डकार दिलाना क्यों जरूरी है?

क्या बच्चों को बिस्कुट खाने देना हेल्दी है?

बच्चों में अंगूठा चूसने की आदत: कारण, नुकसान और छुड़ाने के 10 तरीके

एंगर मैनेजमेंट: बच्चों को गुस्सा कंट्रोल करना कैसे सिखाएं

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.