20 Jun 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
बहुत ज्यादा गर्मी होने या मौसम का तापमान गर्म होने से शिशुओं में फटे होंठ की समस्या देखी जा सकती है। ऐसे में यहां हम शिशुओं के लिए फटे होंठ के घरेलू उपाय बता रहे हैं। शिशुओं के फटे होंठ (Baby Chapped Lips in Hindi) से उन्हें राहत देते के टिप्स बताने से पहले बता दें कि बच्चों के होंठ से स्तनपान में परेशानी हो सकती है। इस परेशानी का अनुभव शिशु के साथ ही माँ भी कर सकती हैं।
यही खास वजह है कि बच्चों की त्वचा के साथ ही, बच्चों के होंठ का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए। तो चलिए स्क्रॉल करें और पढ़ें शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय और साथ ही जानें बच्चों के होंठ क्यों फटते हैं, इसके कारण विस्तार से।
बच्चों के होंठ क्यों फटते हैं, इसके कई कारण देखे जा सकते हैं। हालांकि, ये गंभीर कारण नहीं माने जा सकते हैं, लेकिन अगर शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय नहीं किए गए, तो ऐसी परिस्थिति में ये गंभीर जरूर हो सकते हैं।
खासकर छह माह और उससे छोटे शिशुओं की बात करें, तो उन्हें सिर्फ माँ का दूध ही पिलाना चाहिए। ऐसे में माँ का दूध ही उनके शरीर में सभी पोषक तत्वों व पानी की पूर्ति का स्रोत होता है। वहीं, अगर शिशु में ठोह आहार खाना शुरू कर दिया है और उसके आहार में पानी के साथ ही अन्य तरल पदार्थ की कमी है, तो इससे उसे डिहाइड्रेशन हो सकता है, जो शिशुओं के फटे होंठ का कारण बन सकती है।
बच्चों में उल्टी या दस्त होने के कारण भी उनके शरीर में पानी व अन्य पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो शिशुओं के फटे होंठ का कारण बन सकती है।
बच्चों के होंठ क्यों फटते हैं, इसका कारण बच्चों के शरीर में पोषण की कमी भी हो सकती है। पोषण की कमी से न सिर्फ बच्चे के होंठ फट सकते हैं, बल्कि उनकी त्वचा भी बेजान नजर आ सकती है।
अगर बच्चे को किसी खाद्य सामग्री, स्किन प्रोडक्ट या खिलौने से एलर्जी की प्रतिक्रिया है, तो इसके कारण भी उसके होंठ फट सकते हैं।
शिशु के फटे होंठ (Baby Chapped Lips In Hindi) का एक अन्य कारण मुंह से सांस लेने की आदत भी हो सकती है। खासतौर पर ऐसे बच्चे जिन्हें नेजल कंजेशन या साइनस की समस्या होती है, उनमें इसकी आदत काफी सामान्य देखी जा सकती है। ऐसे में बार-बार मुंह से सांस लेने की वजन से मुंह में सूखापन बढ़ सकता है, तो फटे होंठों की समस्या उत्पन्न कर सकता है।
इसके अलावा, मौसम में बदलाव के कारण भी बच्चों के होंठ फट सकते हैं। साथ ही, रूम हीटर व कूलर जैसे टूल्स के अत्यधिक इस्तेमाल से भी बच्चों के होंठ फटने की समस्या हो सकती है।
शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय (Baby Chapped Lips In Hindi) काफी आसान व सुरक्षित माने जा सकते हैं।
माँ का दूध शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय में शामिल किया जा सकता है। इससे बच्चे के होंठों की नमी को लॉक किया जा सकता है और उसे मुलायम बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है।
बेबी लिप बाम शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय में शामिल किया जाने वाले सबसे बेहतर उपाय हो सकता है। दरअसल, बेबी लिप बाम में उन सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो बच्चों के फटे होंठ को हील कर सकते हैं और उन्हें मुलायम बनाने में भी मदद कर सकते हैं।
साथ ही, बेबी लिप बाम में बच्चों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुरक्षित सामग्रियों का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके लिए बेबीचक्रा का लिप बाम भी अच्छा विकल्प है। बेबीचक्रा के लिप बाम की खासियत है कि यह दो लिपबाम के पैक के साथ मिलता है। इसमें एक है टिंटेड लिप बाम जो माँ के लिए है, तो दूसरा बेबी के लिए है।
शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय करने के लिए नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं। नारियल तेल में मॉइस्चराइजिंग गुण होता है, जो होंठों को मुलायम बनाए रख सकता है, साथ ही होंठों पर हुए घाव को भी ठीक कर सकता है।
शिशु के फटे होंठ (Baby Chapped Lips in Hindi) के घरेलू उपाय में शिया बटर भी शामिल कर सकते हैं। इसमें सन स्क्रीनिंग गुण होते हैं, जो गर्मी व गर्म तापमान से होंठों को सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें एमोलिएंट और मॉइस्चराइजिंग गुण भी होते हैं, तो होंठों को मुलायम बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
अगर शिशु 6 माह से छोटा है, तो माँ को दिन भर में 8-10 गिलास पानी व अन्य तरह पदार्थों का सेवन करना चाहिए। ताकि माँ के दूध से बच्चे के शरीर में उचित मात्रा में पानी की पूर्ति बनी रहे। वहीं, अगर बच्चा ठोस आहार खाता है, तो उसके आहार में भी पानी व तरल पदार्थों की उचित मात्रा का पूरा ध्यान रखें।
इसके अलावा, शिशु के लिप्स को साफ करने के लिए 99 प्रतिशत बैंबू वॉटर युक्त बेबी वाइप्स का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। ये शिशु के लिप्स को साफ और स्वस्थ रखने के साथ हाइड्रेट रखने में मदद सर सकती हैं।
शिशु के फटे होंठ के घरेलू उपाय (Baby Chapped Lips in Hindi) के लिए कई सुरक्षित तरीके हमारे पास मौजूद हैं। हम बस इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस दौरान इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों व बेबी लिप बाम में ऐसे कोई तत्व नहीं होना चाहिए। इसी बात का पूरा ध्यान बेबीचक्रा ने भी रखा है। बेबीचक्रा का लिप बाम न सिर्फ केमिकल फ्री है, बल्कि इसे त्वचा विशेषज्ञों व बाल रोग विशेषज्ञों द्वारा प्रमाणित भी किया गया है।
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.