4 Jul 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
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बच्चों को अधिकतर चिप्स और दूसरे स्नैक्स खाते रहना पसंद आता है। लेकिन, ये खाद्य पदार्थ बच्चों के दूध के दांत और पक्के दांत दोनों के लिए अच्छे नहीं होते। इनसे दूध के दांतों में सड़न होती है और आने वाले दांतों पर खराब असर पड़ता है। इसी वजह से इस लेख में हम ऐसे 7 खाद्य पदार्थ के बारे में बता रहे हैं, जो बच्चों के दांतों को नुकसान (Worst foods for children’s teeth in Hindi) पहुंचाते।
बच्चों के दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले फूड्स को बच्चों के देने से बचें। यूं तो बच्चों को इन खाद्य पदार्थ को खाने से रोकना मुश्किल है। लेकिन, इसकी मात्रा को आप सीमित जरूर कर सकते हैं। चलिए, आगे इनके बारे में जानते हैं –
मिठाई, कैंडी और अन्य मीठे खाद्य पदार्थ बच्चों के दांतों के लिए अच्छे नहीं होते हैं। इसी वजह से यह हमारी लिस्ट में सबसे ऊपर है। मीठे खाद्य पदार्थ दांत के लिए बुरे इसलिए होते हैं, क्योंकि ये चिपचिपे होते हैं और दांतों पर चिपके रह जाते हैं। ब्रश करने के बाद भी यह दातों के सरफेस में कहीं-न-कहीं रह ही जाते हैं।
मुंह में स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले सूक्ष्मजीव शुगर को एसिड में बदल देते हैं। यह इनेमल (Enamel) को हटाकर दांतों की सड़न का कारण बनते हैं। कैंडी में मौजूद चीनी कैविटी का कारण बन सकती है।
सिट्रस फ्रूट्स काफी एसेडिक होते हैं। ये दांतों के रंग को बदल सकते हैं और उनमें दाग लगा सकते हैं। बच्चों को फ्रूट्स देने के बाद उन्हें ब्रश करवा दें। खासकर संतरे, स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी जैसे फलों का सेवन करने के बाद।
कार्बोनेटेड ड्रिंक में हाई शुगर और एसिड कंटेंट होता है। यह सिर्फ बच्चे के दांत ही नहीं, बल्कि शरीर को भी नुकसान पहुंचाते हैं। कार्बोनेटेड ड्रिंक में पाया जाना वाला शुगर मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को फीड करता है।
इससे मुंह में एसिड बनता है जो एनेमल (Enamel) में घुल जाता है। वक्त के साथ इससे मुंह में कैविटी (Mouth cavity in Hindi) होती है और दांतों का रंग बदलने लगता है।
पॉपकॉर्न मुंह में लैक्टिक एसिड बनाते हैं। यह एसिड दांतों पर बुरा प्रभाव डालते हैं। साथ ही पॉपकॉर्न दांतों में फंसते भी हैं। दांतों में फंसने से यह संक्रमण पैदा करते हैं। यही नहीं, पॉपकॉर्न के कुछ सही से पॉप नहीं हुए कॉर्न दांतों में हल्का क्रेक भी ले आते हैं।
हाई स्टार्च वाले खाद्य पदार्थ में पिज्जा, चिप्स, व्हाइट ब्रेड और मैदा से बनी सभी चीजें शामिल हैं। यह स्टार्च भी दांतों पर चिपके रह जाते हैं। दांतों के बीच में फंसने के बाद यह शुगर के रूप में टूटते हैं और ओरल बैक्टीरिया का कारण बनते हैं। इनसे कैविटी (Mouth cavity in Hindi) का खतरा भी बढ़ जाता है।
सूखे मेवे चिपचिपे और चबाने पर दांतों पर चिपक जाते हैं। ऐसे में दांत में ये ड्राई फ्रूट रहकर खराब बैक्टीरिया बनाते हैं, जो दांतों के लिए बिल्कुल भी अच्छे नहीं होते।
बर्फ के गोले यानी पॉप्सिकल बच्चे को बहुत पसंद आते हैं। कभी-कभी तो वो बर्फ में रखे हुए बर्फ के टुकड़ों को भी चबाने लगते हैं। बर्फ सख्त होती है, यह दांतों के इनेमल (Enamel) को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बस तो ये थे वो खाद्य पदार्थ, जिनसे बच्चों के दांतों को नुकसान (Worst foods for children’s teeth in Hindi) पहुंच सकता है। ऐसा नहीं है कि बच्चों को ये फूड्स बिल्कुल ही न दें। इनकी मात्रा कम रखें। अगर बच्चा इनका आदी है, तो इनकी मात्रा को बच्चे की दिनचर्या से धीरे-धीरे कम करें।
ऐसा नहीं हो पा रहा है, तो ये खाद्य पदार्थ बच्चे को देने के बाद उसे ब्रश और कुल्ला करवाएं। इससे बच्चे के दांतों को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी और उसे दंत रोग भी नहीं होंगे।
मुख्य चित्र स्रोत – pexels
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