23 Aug 2018 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
जन्म के बाद नवजात शिशु की देखभाल और उसकी सुरक्षा से जुड़ी हर छोटी से छोटी बात का बेहद ध्यान रखना होता है। वहीं, कुछ पेरेंट्स बेबी बर्थ से पहले ही घर में बच्चों के खेलने वाले खिलौने लेकर आ जाते हैं, ताकि जन्म के बाद बच्चे को खिलाने के लिए उन बच्चों के खेलने वाले खिलौने का इस्तेमाल कर सकें।
आज मार्केट में कई तरह के छोटे बच्चों के खेलने वाले खिलौने मिलते हैं। ये खिलौने न सिर्फ रोते बच्चे को शांत कराने में मददगार हो सकते हैं, बल्कि बच्चे के अच्छे विकास में भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। यही खास वजह है बेबीचक्रा के इस लेख में हम छोटे बच्चों को खेलने वाले खिलौने की जानकारी दे रहे हैं।
बच्चों के खेलने वाले खिलौने में इन्फेंट मिरर शामिल किया जा सकता है। स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट गोपीका का कहना है कि “जन्म से ही बच्चे का ध्यान चेहरे को देखने और उन पर ध्यान केंद्रित करने का काफी उत्साह होता है। ऐसे में इन्फेंट मिरर के साथ बच्चे के इस उत्साह हो बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। इन्फेंट मिरर के जरिए बच्चे छोटी उम्र से ही फोकस करना, छवियों को पहचाना और विभिन्न चेहरे की अभिव्यक्तियों को समझना शुरू कर सकते हैं।”
छोटे बच्चों के खेलने वाले खिलौने में पेरेंट्स रेनबो रिंग स्टैकिंग टॉय भी शामिल कर सकते हैं। इस पर ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट ब्राइना की राय है कि “इस रेनबो रिंग टॉय में कई तरह के चटकिले रंग होते हैं, जो आसानी से बच्चे के ध्यान को अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं।”
“इसे देखते ही बच्चा उसे पकड़ने की कोशिश कर सकता है, इससे बच्चों में चीजों को पकड़ने की मजबूत क्षमता विकसित हो सकती है। इससे बच्चों में खुद से फिंगर फूड खाने की आदत भी जल्द ही विकसित हो सकती है।”
एक्टिविटी बच्चे छोटे बच्चों के संज्ञानात्मक, देखने और सुनने के विकास के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। इन मैट पर कई तरह के दृश्य बने होते हैं, जो आपके बच्चे को आकर्षिक तक सकते हैं। उन्हें पकड़ने और छूने के लिए बच्चे तेजी से हाथों और पैरों का उपयोग कर सकते हैं। साथ ही, इन मैट पर बच्चे पेट के बल आराम से लेटे भी रह सकते हैं।
छोटे बच्चों को खेलने वाले खिलौने में शामिल यह खिलौना खासकर नवजात बच्चों से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए बनाया गया है। यह एरोप्लेन के आकर में है। इसमें प्रोजेक्शन लाइट होती है, जिसमें से कई तरह के म्यूजिक बजते हैं और कहानी भी सुनाता है। बच्चा भले ही कहानी के शब्दों को न समझ सके, लेकिन इनकी अवाज बच्चों को बहुत आकर्षित कर सकती है।
छह माह के बच्चों के खेलने वाले खिलौने में बेबी ब्लॉक्स शामिल कर सकत हैं। यह रन-बिरंगे होते हैं, जिनसे विभिन्न आकृतियां बना सकते हैं। साथ ही, इनमें फल, फूल और गिनती के नंबर और जानवरों के चित्र भी बने होते हैं। जो बच्चे क शुरुआती शिक्षा में मदद भी कर सकते हैं।
फिंगर पपेट (कठपुतली) बोर्ड बुक्स को भी पेरेंट्स छोटे बच्चों के खेलने वाले खिलौने में शामिल कर सकते हैं। इन पपेट में विभिन्न जानवरों का कार्टून के आकार होते हैं, जो रंग-बिरंगे होते हैं। इन्हें उंगलियों में पहनकर आसानी से छोटे बच्चों के साथ खेला जा सकता है।
साथ ही, चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट केट भी यह बताते हैं कि “इन फिंगर पपेट के जरिए बच्चों को आसानी से पढ़ना और अंकों की पहचान कराना सिखाया जा सकता है। इसके लिए पेरेंट्स अपनी पसंद और जरूरत की आकृतियों के अनुसार बच्चे के लिए फिंगर पपेट खरीद सकते हैं।”
इन खिलौनों की मदद से कई तरह के आवाजों को बच्चों को सुना सकते हैं और उन्हें इनकी पहचान करा सकते हैं। यह 6 माह से लेकर 1 साल के बच्चों को बिजी रखने का भी एक शानदार तरीका है। ये शेकर्स बच्चे को तेजी से आकर्षित कर सकते हैं। इस वजह से बच्चा इसके साथ खेलते समय माँ के पास होने की भावना भी महसूस नहीं कर सकता है।
बच्चों के खेलने वाले खिलौने कामकाजी और घरेलू दोंनो ही तरह के पेरेंट्स के लिए काफी किफायती माने जा सकते हैं। ये खिलौने न सिर्फ रोते बच्चे को शांत करा सकते हैं, बल्कि बच्चे को व्यस्त रखने और उन्हें शुरुआती शिक्षा देने में भी मददगार माने जा सकते हैं।
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