22 Nov 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
यह तो आपने सबको कहते सुना होगा कि बचपन बड़ा अनमोल होता है। इसलिए बच्चों को उनका बचपन खुलकर जीने देना चाहिए। बच्चे बचपन में बहुत तरह के खेल खेलते हैं, जिनमें फिंगर पेंटिंग भी एक प्रकार का एक्टिविटी होता है, जिसको वह बहुत एन्जॉय करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रंगों की दुनिया में डुबकर फिंगर पेंटिंग करने के अनेक फायदे भी होते हैं। चलिए आज हम इसी फिंगर पेंटिंग के बारे में बात करते हैं।
बच्चों को तो आर्ट, क्राफ्ट, कलरिंग और पेंटिंग का शौक होता है। शिशुओं को गहरे रंग बहुत आकर्षित करते हैं, इसलिए कह सकते हैं कि रंगों का उनके जीवन से गहरा संबंध होता है। कलर, स्टडी रिलेटिड वह मैटीरियल है जो बच्चे के हाथों में सबसे पहले थमाया जाता है। ब्राइट कलर बच्चों को अट्रैक्ट भी करते हैं। इसलिए बच्चों को कलर के साथ कुछ भी एक्टिविटी करने में बहुत मजा आता है। ऐसी ही एक एक्टिविटी होती है, फिंगर पेंटिंग।
फिंगर पेंटिंग सबसे सिंपल और एन्जॉय करने वाली बच्चों की एक्टिविटी होती है। इसमें बच्चों को रंगों में उंगलियों को डुबोकर ड्रॉइंग पेपर या कैनवास पर जैसा चाहे वैसा पेंट कर सकते हैं। इसके अलावा आप बच्चों को बर्तन या अन्य वस्तुओं पर पेंट करने दे सकते हैं जिन्हें आप रीसायकल करना या कुछ नया लुक देना चाहते हैं।
लेकिन इसके साथ यह भी जरूरी है कि आप यह सुनिश्चित करें कि कलर नॉन-टॉक्सिक हो। क्योंकि बच्चे कैनवास को रंग करने के साथ खुद को भी कलर कर देते हैं। हां, हम जानते हैं कि इससे गंदगी फैलती है लेकिन इसके लिए बेबी फोमिंग हैंडवाश है जो बड़े ही सॉफ्ट तरीके से उनके हाथों की त्वचा को क्लिन और सेफ रखेंगे।
बच्चे जब कलर को लेकर मस्ती करेंगे तो आप बीच-बीच में बेबी नेचुरल वाइप्स का इस्तेमाल करके उनके हाथों को साफ कर सकते है, जिससे गलती से उनके मुँह में कलर न चला जाए।
चलिए अब जानते हैं कि इस मजेदार खेल या एक्टिविटी के कितने फायदे हैं।
काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट और एक्सप्रेसिव आर्ट्स थेरेपी प्रैक्टिशनर्स का कहना है कि बच्चों के लिए फिंगर पेंटिंग बहुत ही अच्छा स्ट्रेस को कंट्रोल करने का तरीका होता है। उंगलियों का इस्तेमाल करने का अनुभव भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से बहुत विकास का कारण बनता है। यह बच्चों के ध्यान और एकाग्रता बनाए रखने में मदद करता है। चूंकि यह अत्यधिक आकर्षक होते हैं, यह उन्हें अपना ध्यान केंद्रित करने और दैनिक दिनचर्या की गतिविधियों को अच्छी तरह से मैनेजकरने में मदद करता है।
आँख और हाथों का सही समन्वय: उंगली से रंग करने के समय आँख और उंगली की ही भूमिका सबसे ज्यादा होती है, इसलिए खुद ब खुद इस प्रक्रिया के दौरान उनका आँख और हाथों के बीच समन्वय बैठने लगता है।
इंद्रियों को उत्तेजित या एक्टिव करता है: अपनी उंगलियों से पेंटिंग करना बच्चों को उनकी इंद्रियों को उत्तेजित करने में मदद करने का एक शानदार तरीका होता है। फिंगर पेंटिंग को करने के दौरान उनके सूंघने, महसूस करने की इंद्रियाँ एक्टिव होती हैं।
मोटर स्किल को विकसित करता है: फिंगर पेंटिंग में हाथ और उंगलियों की मसल्स शामिल होते है, इसलिए फिंगर पेंटिंग बच्चों के मोटर स्किल को विकसित करने में अहम् भूमिका को निभाते हैं।
भाषा और बातों को समझाने का कौशल सशक्त होता है- जब आप अपने बच्चों से उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग के बारे में बात करते हैं; ऐसा करते समय वे क्या सोच रहे थे, उनकी पेंटिंग का क्या मतलब है और उन्होंने किन रंगों का इस्तेमाल किया है, इससे उन्हें अपने भाषा कौशल का निर्माण करने में मदद मिलती है। पेंटिंग के माध्यम से वे अपनी भावनाओं को व्यक्त करना भी सीखते हैं।
बौद्धिक विकास में मदद मिलती है: फिंगर पेंटिंग के दौरान जब एक बच्चा विभिन्न रंगों को मिलाता है और नए रंग बनाना सीखता है, तो वे अपनी कल्पना का उपयोग करता हैं और इससे उन्हें अपने बौद्धिक विकास में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, वे विभिन्न रंगों को पहचानना भी सीखते हैं।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि फिंगर पेंटिंग अच्छी एक्टिविटी होती है, जो उनके स्किल को डेवलप करती है।
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