12 Aug 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
डिलीवरी के बाद कमर और पेट की चर्बी कम करने का तरीका जानने के लिए हर महिला बेताब रहती है। आप बढ़े हुए पेट को जल्द-से-जल्द पुरानी शेप में लाने के लिए कुछ आसान तरीके अपना सकती हैं। बस डिलीवरी के थोड़ा समय रुकने के बाद ही पेट की चर्बी कम करने का तरीका अपनाएं। साथ ही किसी विशेष वेट लॉस डाइट से बचें। इस समय आपको पेट की चर्बी कम करने के लिए ऐसे तरीकों की जरूरत है, जो ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन और शरीर की ऊर्जा को कम न करे। बस तो हम ऐसे ही तरीके इस लेख में आपके लिए लेकर आए हैं।
डिलीवरी के बाद महिला का वजन बढ़ने के कारण बहुत सारे हैं। इसके बारे में आगे विस्तार से जानते हैं –
डिलीवरी के बाद आपको सबसे पहले खुद को रिकवर होने का समय देना होगा। अगर डॉक्टर ने पूरी तरह बेड रेस्ट करने के लिए नहीं कहा है, तो आप सुबह-शाम सैर करें। यह भी बढ़ा हुआ पेट कम करने के उपाय में शामिल है। लेकिन, आपको प्रसव के कम-से-कम 6 हफ्ते और अधिकतम 12 हफ्ते तक वजन कम करने की डाइट या किसी दूसरे प्लान के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
हां, आप इन सात हफ्तों तक आप डॉक्टर से सलाह लेकर अपनी जीवन शैली में कुछ बदलाव करके वजन को बढ़ने से जरूर रोक सकती हैं। लेकिन, इसके चलते जरूरी खाद्य पदार्थ जैसे घी में बनी पंजरी, सोंठ के लड्डू या अन्य चीजें खाने से परहेज बिल्कुल न करें। चलिए, आगे बढ़ा हुआ पेट कम करने के उपाय जानते हैं।
तनाव से बचें – वजन बढ़ने का कारण तनाव यानी स्ट्रेस भी होता है। ऐसे में वजन कम करने का तरीका तनाव लेने से बचना या थेरेपी व मेडिटेशन करना भी है। इनकी मदद से तनाव को कम किया जा सकता है। नतीजन कमर व पेट की चर्बी कम होने लगेगी।
नींबू शहद पानी – डिलीवरी के बाद वजन कम करने के लिए आप गुनगुने पानी में शहद और नींबू डालकर पी सकती हैं। इसका सेवन रोजाना खाली पेट कर सकते हैं। यह उन प्रभावी तरीकों में शामिल है, जिन्हें पेट कम करने के उपायों में शामिल किया जाता है।
सेब खाएं – भले ही आपको सुनकर थोड़ा अटपटा लगे, लेकिन रोजाना सेब खाकर भी आप प्रसव के बाद वजन को बढ़ने से रोक सकती हैं। दरअसल, सेब में पेक्टिन नामक फाइबर होता है। यह पेक्टिन फाइबर पेट में पहुंचने के बाद तृप्ति (satiety) को प्रेरित करता है। इससे बार-बार खाने की इच्छा कम हो जाती है।
वाक पर जाएं– डॉक्टर से सलाह लेने के बाद आप सुबह-शाम पर वाक पर जा सकती हैं, इससे न सिर्फ आपका तनाव कम होगा बल्कि कमर और पेट की चर्बी भी धीरे-धीरे बर्न होगी। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि बाहर निकलने पर साफ-सफाई का पूरी तरह से ध्यान रखें क्योंकि डिलीवरी के बाद इम्यूनिटी कमजोर रहने के कारण किसी भी प्रकार का इंफेक्शन होने का खतरा हो सकता है। इसलिए कोई भी चीज छूने पर हैंड वाश का इस्तेमाल करना न भूलें, और अगर वह केमिकल फ्री, 99% जर्म प्रोटेक्टेड, डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड और आयुष अप्रूव्ड हो तो सबसे अच्छा होगा। यह बच्चे से लेकर बड़े सबके लिए सुरक्षित होता है।
इसके अलावा पेट की चर्बी बर्न करने के लिए पार्क या बगीचे में टहलने पर गर्मी का मौसम हो या बारिश का मच्छरों के काटने का डर सबसे ज्यादा बना रहता है। इसलिए खुद को और बेबी को मलेरिया या डेंगू जैसे बीमारियों से बचाना है तो नेचुरल चीजों से बने मॉस्क्विटो पैच या मॉस्क्विटो स्प्रे का इस्तेमाल जरूर करें। इस प्रोडक्ट्स की खास बात यह होती है कि इसका इस्तेमाल शिशु से लेकर वयस्क सब कर सकते हैं।
केमिकल फ्री मॉस्क्विटो रिपेलेंट स्प्रे आम मॉस्क्विटो रिपेलेंट स्प्रे से अलग होते हैं, क्योंकि यह लेमनग्रास ऑयल, ऑर्गेनिक कोकोनट ऑयल, तुलसी, नीम के पत्तों आदि से बनाया जाता है, जो बिल्कुल प्राकृतिक होते हैं।
अगर आप मॉस्क्विटो रिपेलेंट स्प्रे लगाना पसंद नहीं करती हैं तो मॉस्क्विटो पैचेस का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह भी लेमनग्रास और सिट्रोनेला ऑयल से बने होते हैं, जिसका एंटीफंगल गुण त्वचा को न सिर्फ मच्छरों से बचाते हैं बल्कि स्किन फ्रेंडली होते हैं। पैचेस को सिर्फ कपड़े पर लगाना होता है।
डांस – डांस भी बढ़ा हुआ पेट कम करने के उपाय में शामिल है। सिजेरियन डिलीवरी से रिकवर होने के बाद या रिकवरी के दौरान आप हल्का डांस करके भी कमर व पेट की चर्बी घटा सकती हैं। इस दौरान अगर टांकों पर दर्द हो, तो डांस बिल्कुल भी न करें। टांके सूखने के बाद आप डॉक्टर की सलाह पर एक्सरसाइज (Step by step pet kam karne ki exercise) और योगासन भी कर सकती हैं।
कैलोरी – कमर व पेट की चर्बी को कम करने के लिए आपको कैलोरी इनटेक पर ध्यान देना होगा। डाइट में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा को बढ़ा दें और कार्बोहाइड्रेट को थोड़ा कम कर दें। यह बढ़ा हुआ पेट कम करने का उपाय है।
पानी है जरूरी – दिन में कम-से-कम 12 कप तरल लेने की सलाह दी जाती है। इस तरल में अधिक मात्रा पानी की ही रखें। अतिरिक्त चीनी वाले ड्रिंक, सोडा और जूस में शुगर और कैलोरी होती है, इसलिए ये वजन कम करने में पानी जितनी सहायता नहीं करते, बल्कि वजन को बढ़ा देगें।
स्तनपान – स्तनपान कराने से अपने आप कैलोरी बर्न होती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। यही कारण है कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वजन घटाने की डाइट या अन्य उपाय के बारे में थोड़ी देर से सोचना चाहिए। पेट व कमर की चर्बी कम करने के लिए अगर आप वेट लॉस डाइट या अन्य उपाय अपनाएंगे, तो स्तन में दूध का उत्पादन कम हो सकता है।
वजन कम करने के लिए कभी भी ब्रेकफास्ट या दिन का कोई दूसरा भोजन न छोड़ें। अगर आप खाना नहीं खाएंगी, तो ऊर्जा नहीं बनेगी और वजन कम करने में मदद भी नहीं मिलेगी। साथ ही हेल्दी स्नैक्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अगर आप फलों का जूस लेती हैं, तो उसकी जगह साबुत फल खाना शुरू कर दें। साबुत फल में विटामिन के साथ ही अन्य पोषक तत्व और फाइबर होता है, जो पेट को भरा हुआ रखते हैं। इससे कैलोरी इनटेक कम हो जाता है। जब शरीर पूरी तरह स्वस्थ लगने लगे तो आप एक्सरसाइज (Step by step pet kam karne ki exercise) करना भी शुरू कर सकती हैंं।
संबंधित लेख:
वेट लॉस टिप्स : हल्दी खाएं और पेट की चर्बी घटाएं
प्रेग्नेंसी के बाद परफेक्ट बॉडी को कैसे मेंटेन किया जा सकता है
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.