31 Oct 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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यह तो आपको पता ही है कि न्यूबॉर्न बहुत ही नाजुक होते हैं। माँ के गर्भ से बाहर आने के बाद शिशु की इम्यूनिटी स्ट्रॉंग नहीं हो पाती है कि वह बाहर के वातावरण के इंफेक्शन से लड़ सके। इसलिए सिर्फ बाहर वालों को ही नहीं माँ को भी बच्चे को लेने या छूने के पहले हैंडवाश करना जरूरी होता है। शायद आपको पता नहीं कि हर साल नवजात शिशुओं की मौत संक्रमण के कारण होती है। इसलिए कोरोनाकाल हो या न हो हैंड वॉश करना माँ से लेकर परिवारजन और बाहर के लोगों सबके लिए करना जरूरी होता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नवजात शिशुओं को होने वाली मौत के प्रमुख कारणों में इंफेक्शन होना एक कारण है। हाल ही अनुसंधान से यह पाया गया है कि नवजात शिशु को बीमारियों और संक्रमणों से बचाने के लिए माँ का हैंड वॉश करना बहुत जरूरी होता है।
घर में बच्चे का जन्म खुशी का अवसर होता है। माँ इस खुशी को संभालने के लिए अपने जिंदगी में, खाने-पीने और जीवनशैली में बहुत सारे बदलाव लाती है। जीवनशैली के इस बदलाव में हैंड वॉश करना वैसे तो बहुत ही आसान काम होता है लेकिन इसको मेंटेन करने में बहुत तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है।
समय न मिलना– न्यू मॉम की भूमिका के साथ महिला को घर के अन्य काम भी करने पड़ते हैं। घर के दूसरे लोगों की देखभाल करना, खाना बनाना. बच्चे को ब्रेस्टफीड करवाना, नैपी बदलना आदि कामों के बीच में बच्चे को छूने के पहले वह हाथ को साबुन से धोना भूल जाती है या उनके लिए यह करना मुश्किल हो जाता है।
हाथ धोने की चीजें हर जरूरी जगह पर न होना- अक्सर नई माँ बहुत व्यस्त होती हैं। माताओं को हाथ धोने में कठिनाई होती है, क्योंकि उनके हाथ धोने के लिए आवश्यक सामग्री (साबुन और पानी) उन जगहों पर मौजूद नहीं होती है जहाँ माताएँ अपने नवजात शिशुओं के साथ समय बिताती हैं।
हैंड वॉश करने की आदत का मजाक बनाना- यह सुनने में अजीब लगेगा, लेकिन सच यही है अक्सर माँ का बार-बार हाथ धोना घरवालों के लिए मजाक का विषय बन जाता है। वे मजाक उड़ाने के साथ कई मजाकिया नाम भी रख देते हैं। इसलिए माँ चाहते हुए भी हैड वॉश की आदत को मेंटेन नहीं कर पाती हैं।
ऊपर हैंड वॉश न कर पाने के कारणों के बारे में जो चर्चा की गई है, इस आदत को बढ़ावा देने के लिए हैंड वॉश की महत्ता को समझाने के लिए घर के दूसरे लोगों को जागरूक करना भी जरूरी होता है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, माँ को न्यू बॉर्न बेबी को छूने से पहले कब-कब अपने हाथ धोने चाहिए-
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