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Baby’s First Bath: जन्म के बाद शिशु को पहली बार कब और कैसे नहलाएं?

Baby’s First Bath: जन्म के बाद शिशु को पहली बार कब और कैसे नहलाएं?

25 Nov 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

शिशु के जन्म के बाद माता-पिता को बहुत तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ता है। इन अनुभवों में शिशु को जन्म के बाद पहली बार नहलाने के अनुभव को पैरेंट्स संजोकर रखना पसंद करते हैं। प्यारा-सा बंधन, कोमल स्पर्श शिशु और माँ के बीच अटूट संबंध को जोड़ता है। लेकिन सब पैरेंट्स के मन में यही सवाल होता है कि शिशु के जन्म के बाद उसको कब और कैसे नहलाना चाहिए। 

जन्म के बाद शिशु को कब पहली बार नहलाना चाहिए?। When should be Baby’s First Bath

पहले के जमाने में शिशु के जन्म के एक या दो घंटे के बाद नहला दिया जाता था। पर अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सलाह है कि 24 घंटे बाद शिशु को पहला स्नान करवाएं। या कोई सांस्कृतिक कारण यानि रस्म-रिवाज हो तो कम से कम 6 घंटे इंतजार करने की सलाह देता है।

जाहिर है आपके मन में ये सवाल होगा कि आखिर 24 घंटे इंतजार करने की जरूरत क्या है? कोई बात नहीं हम इस सवाल का भी जवाब दे देते हैं। 

स्किन टू स्किन टच और माँ के साथ बॉन्डिंग: शायद आपको पता नहीं कि बच्चे के जन्म के बाद उसको माँ के छाती पर सुलाया जाता है, इससे बच्चे को गर्माहट मिलती है और उसको सांस लेने में आसानी होती है। इससे माँ के साथ उसका बॉन्डिंग मजबूत होता है। इसके साथ ही नहाने ले जाने पर माँ का पहला दूध, कोलोस्ट्रम देने में देर हो जाती है। 

शरीर का तापमान और ब्लड शुगर लो हो जाना: जिन बच्चों को तुरंत स्नान करा दिया जाता हैं, उन्हें ठंड लगने और हाइपोथर्मिया विकसित होने की संभावना अधिक हो सकती है। जन्म के बाद का पहला स्नान का मामूली तनाव भी कुछ बच्चों में रक्त शर्करा (हाइपोग्लाइसीमिया) में गिरावट की संभावना बना सकता है।

शिशु का स्किन ड्राई हो जाना: वर्निक्स, मोम जैसा सफेद पदार्थ होता है जो जन्म से पहले बच्चे की त्वचा के ऊपर लगा रहता है। यह प्राकृतिक मॉइस्चराइजर के रूप में कार्य करता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होता हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के अनुसार, नवजात शिशुओं की नाजुक त्वचा को सूखने से बचाने में मदद करने के लिए थोड़ी देर के लिए वर्निक्स को त्वचा पर लगे रहना उसके लिए अच्छा होता है।

जन्म के बाद शिशु को पहली बार नहलाना/चित्र स्रोत: फ्रीपिक

शिशु को पहली बार कैसे नहलाना चाहिए?। How to do Baby’s First Bath 

वैसे तो नवजात बच्चे को रोजाना नहलाने की जरूरत नहीं होती है, बशर्ते की वह गंदा न हो जाए। हफ्ते में तीन बार नहलाना ही काफी होता है। लेकिन जब तक नवजात शिशु का गर्भनाल का ठूंठ सूख कर गिर न जाए, तब तक स्पंज बाथ कराना ही बेहतर होता है। 

स्पंज बाथ टिप्स:

  • बच्चे को नहलाने के उस जगह का चुनाव करें, जो माँ और शिशु दोनों के लिए आरामदायक हो। जिस जगह पर शिशु को लेटाना है, वह जगह अगर सख्त है तो उस पर मुलायम तौलिया डाल दें। स्पंज बाथ कराने के पहले एक गीला तौलिया और दूसरा सूखा तौलिया पास रखें। उसके बाद पानी का टब या बेसिन तैयार कर लें।
  • सबसे पहले शिशु का चेहरा भीगे तौलिए से धीरे-धीरे साफ करें। सावधान रहें कि शिशु के मुँह या आँख में पानी न जाए। उसके बाद उसके शरीर के बाकी हिस्से को पानी में डुबों दें। डायपर के हिस्से को मॉइश्चराइजिंग बेबी वाश से साफ करें।
  • बच्चे को गर्म रखने की कोशिश करें। स्पंज स्नान के दौरान, बच्चे को एक सूखे तौलिये में लपेटें और उसके शरीर के केवल उन हिस्सों को खोलें जिन्हें आप  धो रहे हैं। बाहों के नीचे, कानों के पीछे, गर्दन के चारों ओर और विशेष रूप से जननांग क्षेत्र पर विशेष ध्यान दें।

पहली बार नहलाने के टिप्स:

  • जन्म के बाद पहली बार पूरा नहलाने के लिए टब में सीधे बच्चे को न डालें। अपनी छोटी-सी जान के पैरों को धीरे-धीरे डालें। पहले शिशु को अपनी एक बाँह सिर के नीचे और दूसरी नन्हे-मुन्ने के बॉटम को सहारा देते हुए सुरक्षित रूप से पकड़ें।
  • उसके मॉइश्चराइजर बेबी वाश को हाथों में लेकर धीरे-धीरे सर्कुलर मोशन में शरीर में लगाकर थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर नहलाएं।
  • बच्चों के चेहरे और प्राइवेट पार्ट्स को साफ करने के लिए बेबी वाटर वाइप्स और गुनगुना गर्म पानी लें। लड़की के जननांग को वाइप्स से आगे से पीछे की धोएं और त्वचा की सिलवटों के बीच हल्के से पोंछे। यदि लड़का है तो पेनिस को सावधानी से वाइप्स से साफ करें।
  • शिशु के बालों और स्कैल्प को साफ करने के लिए टीयर-फ्री बेबी शैम्पू का इस्तेमाल करें। जो शैंपू प्राकृतिक चीजों से बना होता है और स्कैल्प के परतों को धीरे-धीरे निकालने में मदद करता है, उसका चुनाव करें। शैंपू ऐसा होना चाहिए जो स्किन के बैरियर को भी मजबूत करता है। बेबीचक्रा का नेचुरल स्ट्रेथनिंग बेबी शैंपू  स्कैल्प को नरिश, हेल्दी और मॉइश्चराइज रखता है। 

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि जन्म के बाद शिशु को पहली बार नहलाना कोई मुश्किल भरा काम नहीं है, बस आपको थोड़ा सचेत और सावधान रहना होगा। साथ ही माँ जब भी दिल के टुकड़े के लिए बेबी प्रोडक्ट्स खरीदने जाए तब #LabelPadhoMoms।

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