• Home  /  
  • Learn  /  
  • खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना क्यों है जरूरी: बच्चों को कैसे सिखाएं
खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना क्यों है जरूरी: बच्चों को कैसे सिखाएं

खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना क्यों है जरूरी: बच्चों को कैसे सिखाएं

1 Oct 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

बच्चों को शिशु अवस्था से साफ-सफाई, स्वच्छता की शिक्षा देना माता-पिता का फर्ज होता है। उसी संदर्भ में खुद को साफ रखने का सबसे पहला कदम होता है, हाथ धोना। लेकिन मुश्किल की बात यह है कि इस जरूरी आदत को बच्चे क्या बड़े भी महत्व नहीं देते हैं। कोरोना काल से ‘हाथ धोना’ इस आदत को बहुत प्रमुखता दी गई है। पर सच तो यह है कि इस आदत को हमेशा ही पालन करना चाहिए, चाहे कोरोना काल हो या ना हो। 

आज ‘हाथ धोना’ इस आदत को लेकर ही बात करेंगे। वैसे तो बाहर से आने के बाद, किसी गंदी चीज को छूने के बाद, शौच करने के बाद हाथ धोना लाजमी होता है, लेकिन खाना खाने के पहले और बाद में भी हाथ धोना उतना ही जरूरी होता है। हर माता-पिता को यह आदत अपने बच्चे को शैशवकाल से ही सिखानी पड़ती है। 

इस विषय पर पहले यह जान लेते हैं कि बच्चों को हाथ धोने की आदत क्यों सिखानी चाहिए? आखिर हाथ धोना क्यों चाहिए?

हाथ धोने की आदत क्यों है जरूरी? l  Importance of Hand Wash

हाथ धोने के महत्व को समझने के पहले यह जानते हैं कि बच्चों को हाथ धोना कब-कब चाहिए

  • खाना बनाने से पहले, दौरान और बाद में
  • खाना खाने से पहले और बाद में
  • घर पर किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में जो बीमार हैं या किसी संक्रमण से ग्रसित हैं
  • कट या घाव का इलाज करने से पहले और बाद में
  • शौचालय का उपयोग करने के बाद में
  • नाक बहने, खांसने या छींकने के बाद
  • किसी जानवर, पशु चारा, या पशु अपशिष्ट को छूने के बाद
  • पालतू जानवरों का खाना या पालतू जानवरों को छूने के बाद
  • कचरा छूने के बाद

इसके बाद आता है कि बच्चों को हाथ धोने का सही तरीका क्या होता है, यह सिखाना। अक्सर बच्चे हाथ चाटकर ही रह जाते हैं या पलक झपकते हाथ धो लेते हैं जिसका कोई मतलब ही नहीं होता क्योंकि हाथ तो गंदा ही रह जाता है। माता-पिता को एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे का हाथ किसी हार्श साबुन से नहीं बल्कि माइल्ड केमिकल फ्री हैंड वाश से धुलाना चाहिए। इससे उनकी त्वचा सॉफ्ट और कोमल रहती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेबीचक्रा का नेचुरल फोमिंग हैंड वाश बच्चों की त्वचा के लिए सेफ तो है ही यहाँ तक कि बड़े भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। 

इसके अलावा अगर कहीं पर पानी नहीं होने के कारण आप खाना खाने के पहले या बाद में या गंदी चीजों को छूने के बाद बच्चे का हाथ धुला नहीं पा रहे हैं तो बैंबू वाटर वाइप्स का इस्तेमाल करके उनके हाथों को जर्म फ्री कर सकते हैं।

बच्चे के हाथों को धोने का 5 तरीका- 

  • हाथों को साफ, बहते पानी (गर्म या ठंडे) से गीला करें, नल बंद करें और फिर हैंडवाश हाथों में लें।
  •  हाथों को साबुन से आपस में रगड़ कर झाग निकालें।  हाथों के पिछले हिस्से,  उंगलियों के बीच और नाखूनों के नीचे झाग बनाएं।
  •  हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक स्क्रब करें। टाइमर चाहिए? तो यह रहा उपाय “हैप्पी बर्थडे” गाना शुरू से अंत तक दो बार गुनगुनाएं।
  •  हाथों को साफ, बहते पानी से अच्छी तरह धो लें।
  • अब बच्चे के हाथों को साफ तौलिये से सुखाएं या हवा में सुखाएं।

अब आते हैं कि बच्चों को खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना कैसे सिखाएं। क्योंकि बच्चों को कोई भी आदत सिखाना बहुत मुश्किल का काम होता है। चलिए हम आपसे कुछ टिप्स शेयर करते हैं-

हाथ धोना क्यों है जरूरी/ चित्र स्रोत: फ्रीपिक

बच्चों का हाथ धोना सिखाने के टिप्स। Tips to Teach Kids to Wash their Hands

  • बच्चों से पहले बड़े खाने से पहले और बाद में हाथ धोने की आदत डालें-  सच तो यह है कि बच्चों को कुछ भी सिखाने से पहले आपको वह आदत डालनी पड़ेगी। क्योंकि बच्चे बड़ो की नकल करते हैं। 
  • बच्चों को डाँटकर नहीं प्यार से सिखाएं- हाथ धोने की आदत बच्चों को प्यार और दुलार से समझाकर सिखाने की जरूरत है। किसी भी आदत को सिखाने के लिए जबरदस्ती करने से बच्चे कभी नहीं सीखतें।
  • बच्चों को सजा देकर न सिखाएं- अक्सर माता-पिता बच्चों को कुछ सिखाने के लिए सजा देने को अपना हथियार बना लेते हैं। ऐसा करने से बच्चा कभी नहीं सिखेगा। वह डर से काम को करेगा और जब आप नहीं होंगे वह नहीं करेगा।
  • बच्चों को कहानी से माध्यम से सिखाएं- यह तो आप जानते ही हैं कि बच्चे कहानी सुनना बहुत पसंद करते हैं। जब आप जर्म किस तरह से आपके हाथों से मुँह में चला जाता है, और फिर पेट में क्या होता है, इसका एक कहानी बनाकर बताएंगे तो बच्चे हाथ धोने की आदत को समझ जाएंगे और कभी नहीं भुलेंगे।
  • हाथ धोने पर बच्चों को रिवार्ड दें- कोई भी अच्छा काम करने पर बच्चों की प्रशंसा करने या छोटे-मोटे उपहार देने से वह हाथ धोने की आदत को जल्दी सीख जाएंगें।

आशा करते हैं कि आपने जान लिया है कि बच्चों को खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना क्यों चाहिए, इस आदत को कैसे सिखाना है, यह जान लिया है।

संबंधित लेख:

बच्चों के फटे होंठ को गुलाबी होंठ बनाने में स्ट्रॉबेरी ऑयल कैसे है फायदेमंद

शिशु का थूक निकालना: जाने कारण और उपाय

नवजात शिशु को नहलाने के समय PH Balance को सुनिश्चित करना क्यों होता है जरूरी

पॉलिएस्टर बेबी वाइप्स को कहें ‘नो मीन्स नो’ क्यों?

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.