17 Feb 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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भारतीय समाज में शादी-शुदा जिंदगी शुरू होने के बाद सबका पहला सवाल होता है, माँ कब बनोगी? पर क्या आप जानते हैं कि माँ बनने की सही उम्र क्या होती है। मेडिकल दृष्टि से देखें तो जब से लड़कियों का पीरियड्स शुरू हो जाता है तब से लेकर मेनोपॉज तक कभी भी माँ बनने की तैयारी की जा सकती है। औसतन महिलाओं का प्रजनन वर्ष 12 से 51 साल होता है। लेकिन समय के प्रजनन की क्षमता घटने लगती है।
माँ बनने का सही उम्र समझने के लिए ओव्युलेशन की प्रक्रिया को समझना होगा। ओव्यूलेशन के समय को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सफल गर्भाधान प्राप्त करने के लिए सही समय का संकेत देने में मदद करता है।विशेषज्ञों और अध्ययनों के अनुसार 20 और 30 के उम्र के बीच कभी भी गर्भधारण करने से माँ और शिशु दोनो के लिए अच्छा होता है।
हालांकि, मेडिकल साइंस ने इतनी प्रगति कर ली है कि, महिलाएं ज्यादा उम्र में भी एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। यदि आप जानना चाहते हैं कि जल्दी गर्भवती कैसे हों, तो आगे पढ़ें! हम आपको उन सभी फैक्टर्स के बारे में बताएंगे कि जो प्रेगनेंट होने की संभावना को प्रभावित करते हैं।
– यह लड़कियों के लिए माँ बनने का सही उम्र नहीं है, क्योंकि शरीर पूरी तरह से इसके लिए तैयार नहीं होती है। लेकिन यह सबसे ज्यादा फर्टाइल एज होता है।
-इस उम्र में, यूरिनरी इंफेक्शन, हाइपरटेंसिव प्रेगनेंसी डिसऑर्डर, फेटल मेमब्रेन का समय से पहले टूटना और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
-गर्भावस्था की चिंताओं से महिलाओं को भावनात्मक और शारीरिक रूप से निपटने में मुश्किल हो सकती है।
-फर्टिलिटी रेट इस उम्र में ज्यादा होता है, इसलिए बाद की तुलना में इस उम्र में गर्भवती होना आसान होता है।
-इस उम्र में प्रेगनेंसी में रिस्क लो होता है और इसी कारण कम जोखिम वाली गर्भावस्था और स्वस्थ बच्चे को जन्म देने की संभावना सबसे अधिक होती है।
-अगर प्रेगनेंसी में कोई कॉम्प्लिकेशन हुआ तो महिलाओं में पर्याप्त एनर्जी होती है, किसी भी अवस्था को संभालने की।
-इस उम्र में गर्भावस्था से पहले वजन कम करना आसान होता है।
-एक बार जब आप 30 वर्ष की हो जाती हैं, तो डिंब या ओवम की घटती गुणवत्ता और मात्रा के कारण प्रजनन क्षमता कम होने लगती है।
-जेस्टेशनल डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और डिलीवरी के दौरान समस्या होने का खतरा रहता है।
-35 साल की उम्र के बाद फर्टिलिटी काफी कम होने लगती है।
30 के उम्र के अंत में फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की आवश्यकता हो सकती है।
-फर्टिलिटी असिस्टेंट ट्रीटमेंट्स जैसे कि ओव्युलेशन के लिए स्टिम्युलेटर्स और इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के सफल होने की संभावना कम होने लगती है।
-जुड़वा बच्चों के गर्भधारण की संभावना अधिक होती है, क्योंकि वयस्क
महिलाओं में हार्मोनल बदलाव से कई अंडे निकल सकते हैं।
-विशेष रूप से 35 वर्ष की आयु के बाद क्रोमोसोमल असामान्यताओं और गर्भपात का खतरा अधिक होता है।
-40 के दशक में स्वाभाविक रूप से गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है।
-प्रेगनेंसी के कारण कॉम्प्लिकेशन्स होने का खतरा रहता है, जैसे- डायबिटीज, प्लासेंटल प्रॉबल्म्स, प्रीक्लेम्पसिया, समय से पहले प्रसव, गर्भपात, एक्टोपिक प्रेग्नेंसी और जन्म के समय कम वजन।
-सी-सेक्शन सर्जरी होने की संभावना अधिक होती है।
-इस उम्र में, गर्भावस्था को सावधानीपूर्वक मैनेज करने की जरूरत होती है और बच्चे में डाउन सिंड्रोम जैसी असामान्यताओं की जांच के लिए कोरियोनिक विली सैंपलिंग (सीवीएस) और एमनियोसेंटेसिस जैसे अतिरिक्त टेस्ट्स करने की आवश्यकता पड़ सकती है।
-जोखिमों के बावजूद, आप अभी भी अपने 40 के दशक के दौरान एक स्वस्थ गर्भावस्था प्राप्त कर सकती हैं, बशर्ते आप अपनी जीवनशैली पर विशेष ध्यान दें और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का तुरंत समाधान करें।
यदि आपकी उम्र 35 या उससे अधिक है, और पिछले छह महीनों से प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पा रही हैं तो फर्टिलिटी संबंधी समस्याएं होने की संभावना हो सकती है। इसके आपका डॉक्टर असिस्टेंट ट्रीटमेंट्स जैसे कि ओव्युलेशन के लिए स्टिम्युलेटर्स और इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) करने की सलाह दे सकते हैं।
इसके अलावा अगर आप बाद में प्रेगनेंसी चाहती हैं तो, आपके पास अपने अंडों को फ्रीज करने और बाद में गर्भधारण के लिए उनका उपयोग करने का विकल्प है।
इस प्रक्रिया के लिए, आपको अपने अंडे के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हार्मोनल दवाएं लेनी होंगी। फिर अंडों को निकाला और जमाया जाता है, इस तरह एग्स कई वर्षों तक जमे रह सकते हैं। जब आप गर्भधारण के लिए तैयार हों जाएंगी, तो अंडों को पिघलाया जाएगा और फर्टिलाइजेशन के लिए आपके साथी के स्पर्म के साथ इंजेक्ट किया जाएगा। इसके बाद, एम्ब्रायो आपके गर्भाशय में प्लांट कर दिए जाते हैं।
हां, पुरुषों की भी उम्र के साथ प्रजनन क्षमता में कमी आ सकती है। उनके स्पर्म की संख्या, मात्रा, क्वालिटी, और मोटालिटी आमतौर पर 40 वर्ष के उम्र बाद प्रभावित होता है।
महिलाओं को फर्टिलिटी और प्रेगनेंट होने के चांस को बढ़ान के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
एक्सपर्ट टिप्स:
जल्दी प्रेगनेंट होने के लिए जिस तरह से हेल्दी डायट और हेल्दी लाइफस्टाइल की जरूरत होती है, उसी तरह से पर्सनल हाइजीन मेंटेन करने की भी जरूरत होती है ताकि सेक्स के दौरान कोई इंफेक्शन होने का खतरा न रहे। सेक्स करने के पहले और बाद में हमेशा हैंडवाश करें।
सेक्स के बाद माइल्ड सोप या मॉइश्चराइजिंग बेबी वाश से प्राइवेट पार्ट्स को धोना नहीं भूलना चाहिए।
मूल चित्र स्रोत: इंस्टाग्राम/ मीरा कपूर
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