8 Jul 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 550 Articles
मच्छर काटने के बाद (mosquito bites) किसी को खुजली की परेशानी से तो, किसी को दर्द से जुझना पड़ता है। खासकर बच्चे की नाजुक त्वचा में ज्यादा दर्द और जलन होती है। इससे बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है। अगर बच्चा छोटे है, तो वह रोने लगता है। अब और नहीं, आप अपने बच्चे को मॉस्किटो बाइट के दर्द और अन्य लक्षण से राहत दिलाने के लिए कुछ नेचुरल ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आगे हम बता रहे हैं मच्छर के काटने के बाद क्या करें और कौन-से तेल का इस्तेमाल करें।
गर्मियों में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिसके कारण मॉस्किटो बाइट (mosquito bite) का खतरा बढ़ जाता है। इससे शरीर में होने वाली खुजली, दर्द, निशान, आदि को ठीक करने के लिए आप प्राकृतिक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। कौन-से प्राकृतिक तेल मच्छर के काटने के बाद राहत देते हैं, यह हम लेख में आगे बता रहे हैं।
बच्चे को मच्छर के काटने के बाद क्या करें, सोचकर माता-पिता छटपटा जाते हैं। इससे होने वाली तकलीफ से रोते बच्चे को देख माँ-बाप का मन राहत देने के लिए छटपटाने लगता है। इसलिए, आगे हम बता रहे हैं कि मच्छर के काटने के बाद कौन-से प्राकृतिक तेल का इस्तेमाल करना अच्छा रहेगा।
लैवेंडर का तेल अपने रोगाणुरोधी (antimicrobial) गुणों के लिए जाना जाता है। यह मच्छर के कारण होने वाले संक्रमण और एलर्जी से लड़ता है। इस तरह से लड़कर यह मच्छर के काटने के लक्षण से राहत दिला सकता है।
कैलेंडुला ऑयल में शक्तिशाली एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है। यह प्रभाव मच्छर के काटने के बाद होने वाले दर्द, सूजन और खुजली को कम करता है। इसलिए, मच्छर के काटते ही बच्चे की त्वचा पर कैलेंडुला ऑयल लगा सकते हैं। लेकिन, इस तेल को नारियल तेल के साथ मिलाकर ही लगाएं।
पेपरमिंट ऑयल से त्वचा पर ठंडक का एहसास होता है। मच्छर के काटने के बाद वह जगह जलन, खुजलीदार और चुभनभरी हो जाती है। ऐसे में पेपरमिंट ऑयल का ठंडक भरा एहसास मच्छर के डंक के कारण बच्चे की त्वचा पर नजर आने वाले सभी लक्षण को शांत कर सकता है। आप बच्चे के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट पैच खरीदकर उसे मच्छरों से बचा सकते हैं।
कैमोमाइल तेल में शक्तिशाली सूदिंग प्रभाव होते हैं। इसी वजह बच्चे को मच्छर के काटने बाद दिखने वाले लक्षणों को यह शांत कर सकता है। इस तेल से मच्छर के काटने के बाद त्वचा पर दिखने वाली लालिमा, दाने और खुजली कम हो जाती हैं।
हल्दी का तेल में भी मच्छर के काटने के बाद त्वचा को राहत दे सकता है। दरअसल, इसमें एंटी बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं। इससे मच्छर के काटने के कारण त्वचा पर दिखने वाले लक्षण कम होते हैं। आप अपने बच्चे को मच्छर से बचाने के लिए सुरक्षित मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे भी खरीद सकते हैं।
जायफल का तेल भी नन्हे-मुन्नों की नाजुक त्वचा में मच्छर के काटने के बाद होने वाले दर्द को शांत करने का प्रभाव होता है। जी हां, यह तेल भी सूदिंग होता है, जो मॉस्किटो बाइट से त्वचा में होने वाली दिक्कत को कम कर सकता है।
नारियल तेल मच्छर के काटने के बाद स्किन पर लगाने से यह एक सुरक्षात्मक परत बनाता है। इस सुरक्षात्मक परत के कारण जहां मच्छर ने काटा होगा, वहां धूल और गंदगी नहीं जाती है, जिससे दिक्कत बढ़ती नहीं है। साथ ही यह खुजली और लाल चकत्ते को कम कर सकता है।
हमेशा ऊपर बताए गए सभी तेलों को नारियल तेल के साथ मिक्स करके ही बच्चे की त्वचा पर लगाएं। इससे तेल और भी प्रभावकारी हो जाता है। गौर हो कि नारियल तेल को छोड़कर अन्य अधिकतर तेल एसेंशियल ऑयल हैं यानी यह बहुत तेज होते हैं। इसलिए इसमें नारियल तेल मिलाकर ही उपयोग करना चाहिए।
मुख्य चित्र स्रोत : freepik
संबंधित लेख
बच्चों के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे का इस्तेमाल कैसे करें?
हल्दी तेल मच्छर से कैसे बचाता है?
बच्चे को समर रेड रखने वाले प्रोडक्ट
मॉस्किटो रिपेलेंट पैच के फायदे
बच्चों का मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे कैसा होना चाहिए?
बच्चों को होने वाले आम आउटडोर रैशेज
शिशु को मच्छरों से बचाएंगे तुलसी और एलोवेरा, जानें कैसे
बच्चे को मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियां और बचने के उपाय
14
Like
0
Saves
0
Shares
A