3 Aug 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
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संतान प्राप्ति की कोशिश में लगे हुए कपल्स के मन में अक्सर होता है कि प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण कब दिखते हैं। इस बारे में आज हम इस लेख में बताएंगे। यहां आप जानेंगे कि महिला के शरीर में कब से प्रेगनेंसी के लक्षण दिखने लगते हैं। साथ ही अगर आप कश्मकश में हैं कि पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण दिखते हैं या बाद में, तो यह लेख आपके लिए ही है।
चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दिखते हैं।
प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दिखते हैं, इस सवाल का जवाब हर महिला के लिए अलग हो सकता है। लेकिन आपको बता दें कि पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण धीरे-धीरे दिखने लगते हैं। यह प्रेगनेंसी के लक्षण (Sign of Pregnancy in Hindi) बेबी कंसीव होने के 3 से 4 दिन के अंदर ही दिख सकते हैं। चलिए आगे समझते हैं कि कौन-से हैं प्रेगनेंसी के लक्षण, जो पीरियड मिस होने से पहले ही दिखने लगते हैं।
बेबी कंसीव होने के बाद आपको सबसे पहला लक्षण हल्की ब्लीडिंग के रूप में दिखेगा। इसे पीरियड्स नहीं समझा जाना चाहिए। पीरियड्स के समय खून फ्लो में होता है, लेकिन इस समय सिर्फ स्पॉटिंग होती है। मतलब हल्के खून के धब्बे नजर आते हैं।
वजाइनल डिस्चार्ज भी शुरुआती प्रेगनेंसी का लक्षण है। दरअसल, कंसीव करने के बाद शरीर में होने वाले हार्मोन संबंधी बदलाव के चलते वजाइनल डिस्चार्ज होने लगता है। यह डिस्चार्ज थोड़ा ही होता है। इसलिए, पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण के रूप में इसे देखा जाता ह। हां, अगर डिस्चार्ज से बदबू आए, वजाइना में खुजली होने लगे, जलन व बदबू हो, तो बिना देर किए डॉक्टर के पास जरूर जाएं।
पीरियड मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण में ब्रेस्ट में बदलाव आना भी शामिल है। बेबी कंसीव करने के बाद ब्रेस्ट और ज्यादा संवेदनशील हो जाते हैं। स्तनों में झनझनाहट व भारीपन का एहसास हो सकता है। हल्का छूने पर भी ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। यह सब गर्भधारण करने के बाद शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के चलते होता है। कुछ हफ्तों में शरीर इस हार्मोनल परिवर्तनों में समायोजित हो जाता है, जिससे यह असुविधा कम होने लगती है।
प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दिखते हैं, यह आप खुद ही इस लक्षण से पता लगा सकते हैं। अगर पीरियड्स मिस होने से पहले बेवजह थकान होने लगे, तो यह प्रेगनेंसी का लक्षण हो सकता है। यह थकान भी हार्मोन्स में होने वाले बदलाव के कारण ही होता है। महिलाओं को प्रेगनेंसी में थकान होने पर वह ज्यादा देर खड़ी नहीं हो पातीं, हल्का काम करते ही आराम करने की इच्छा होने लगती है।
भले ही इसका नाम मॉर्निंग सिकनेस हो, लेकिन यह दिन में किसी भी समय हो सकता है। इसमें प्रेगनेंसी में मतली, उल्टी आना ये सब शामिल है। ये संकेत पीरियड के मिस होने के कुछ दिन पहले से दिखने लगते हैं। मॉर्निंग सिकनेस कुछ महिलाओं को सुबह की बजाय दोपहर या शाम में भी हो सकती है। इसमें उल्टी होना, जी मिचलाना या सब्जी छौंकने से बदबू महसूस होना जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
गर्भावस्था में प्रेगनेंसी के लक्षण (pregnancy symptoms in hindi) और भी दिखते हैं। क्या हैं ये अन्य लक्षण आइए इनपर एक नजर डालते हैं।
ऐंठन
पेट में ऐंठन होना भी प्रेगनेंसी के लक्षण में शामिल हो सकता है। हार्मोनल परिवर्तन के कारण पाचन तंत्र धीमा होने लगता है। इससे बेबी कंसीव होने के बाद से ही महिला को कब्ज होना शुरू हो सकता है।
फूड एवर्जन
बेबी कंसीव करने के बाद मुंह का स्वाद बदलने लगता है। कुछ फूड्स को लेकर गर्भवती महिला इतनी संवेदनशील हो जाती हैं कि उसे खाना तो छोड़िए महिलाएं देखना भी पसंद नहीं करती हैं।
बंद नाक
हार्मोन के स्तर में वृद्धि और रक्त उत्पादन के कारण नाक के श्लेष्मा झिल्ली में सूजन, सूखापन होने लगता है और आसानी से खून भी बहने लगता है। इससे नाक भरी हुई महसूस हो सकती है या नाक बह भी सकती है।
कब्ज होना
हार्मोनल परिवर्तन के कारण पाचन तंत्र धीमा काम करता है, जिसके कारण कब्ज हो सकता है। इसी वजह से प्रेगनेंसी में कब्ज की शिकायत होना आम है।
प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते हैं, यह तो आप समझ ही गए होंगे। प्रेगनेंसी के कुछ लक्षण सामान्य दिनों में या किसी अन्य शिकायत में भी नजर आ सकते हैं। इसी वजह से हमेशा प्रेगनेंसी टेस्ट से गर्भावस्था की पुष्टि करें।
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