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Baby skin care tips: 7 तरीकों से बेबी स्किन को करें प्रोटेक्ट

Baby skin care tips: 7 तरीकों से बेबी स्किन को करें प्रोटेक्ट

6 Sep 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

शिशु के जन्म के बाद से जो अंग सबसे ज्यादा शिशु और माँ को परेशान करती है, वह है बेबी स्किन। बेबी स्किन तो कोमल और नाजुक होती है। जब वह किसी भी प्रकार की त्वचा संबंधी समस्या से फ्री रहेगी, तभी शिशु भी खुश और हँसमुख रहेगा। तो फिर देर किस बात की, किसी भी मौसम में शिशु की त्वचा स्वस्थ और सुरक्षित रहें , इसके लिए आपको कई तरह के तरीकों को अपनाना चाहिए।

आपको पता ही है कि बाहर की धूल से लेकर कुछ खाद्य पदार्थो के सेवन , केमिकल चीजों से संपर्क, त्वचा में जलन के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं जैसे कई कारण होते हैं। इसके लिए कुछ तरीके नीचे दिए जा रहे हैं, जिनको फॉलो करने से आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके बेबी स्किन हर मौसम में सुरक्षित रहेगी।

इसके अलावा आपके और आपके बच्चे के जीवन को आसान बनाने के लिए, हमने ऐसे उत्पादों की एक श्रृंखला बनाई है जो सभी नेचुरल और ऑर्गैनिक हैं।

बेबी स्किन केयर टिप्स/ चित्र स्रोत: फ्रीपिक

बेबी स्किन को हेल्दी रखने के सिंपल टिप्स। Simple Tips to keep Baby skin Healthy

  • डायपर रैश से बचाए: अगर बेबी को डायपर एरिया में रैशेज हो रहा है तो डायपर को गीले हालत में देर तक न रखें और उसको टाइट न बांधें। जिस जगह पर डायपर रैश निकला हो, उस जगह पर डायपर रैश क्रीम जरूर लगाएं, बशर्ते कि वह नेचुरल चीजों से बना हुआ हो।
  • एक्जिमा: बच्चों को अक्सर स्किन संबंधी एलर्जी, एटोपिक डर्माटाइटिस, एक्जिमा की परेशानी होती है। ज्यादा लार टपकने पर टीथिंग रैश, डर्माटाइटिस आदि से ज्यादातर समय तकलीफ रहती है।  इससे राहत पाने के लिए आप माइल्ड बेबी वाश या माइल्ड सोप का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • घमौरियां: अक्सर गर्मी के दिनों में  गुलाबी-लाल धक्के यानि घमौरियां आपके बच्चे के शरीर के उन हिस्सों पर दिखाई देती है, जिनमें पसीना आने की संभावना होती है, जैसे: गरदन, डायपर क्षेत्र, त्वचा की परतों पर आदि। ऐसे हालातों में ढीले-ढाले नरम कपड़े पहनाना चाहिए और टैल्क फ्री, टॉक्सिन और केमिकल फ्री बेबी पाउडर का इस्तेमाल करने से बच्चे को जल्दी राहत मिल सकती है। इस बात का ध्यान रखें कि सर्दियों में भी जब आपका शिशु जरूरत से ज्यादा बंडल में रहेगा तब भी घमौरियां होने की संभावना बन जाती है। इसलिए जरूरत से ज्यादा कपड़े न पहनाएं।
  • सनबर्न: सूरज की किरणों की जरूरत बच्चे से लेकर बूढ़े सबको होती है, लेकिन बच्चे की त्वचा को सनबर्न के नुकसान का जोखिम हो सकता है। आप किसी भी उम्र में शिशुओं पर बेबी सनस्क्रीन का उपयोग कर सकते हैं। टोपी और छतरियां भी अच्छे विकल्प हैं। लेकिन सनबर्न से सबसे अच्छी सुरक्षा के लिए, अपने शिशु को जीवन के पहले 6 महीनों के दौरान सीधे धूप से दूर रखें। अधिक गंभीर सनबर्न के लिए, अपने बच्चे के बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
  • स्किन को मॉइश्चराइज करने के लिए छोटी-छोटी बाथ है जरूरी- नवजात शिशु की त्वचा कोमल और संवेदनशील होती है। अपने बच्चे की त्वचा को केवल 3 से 5 मिनट के लिए गर्म पानी से नहलाकर उसकी त्वचा को हाइड्रेटेड रखें। अपने बच्चे को बैठने या खेलने या साबुन के पानी में लंबे समय तक भिगोने से बचें। नहाने के लिए माइल्ड बेबी वाश जो टॉक्सिन और केमिकल फ्री हो उसका इस्तेमाल करना चाहिए। नहलाने के बाद गीली त्वचा को रगड़ने के बजाय थपथपाकर सुखाएं। यदि आप अपने नवजात शिशु को नहला रही हैं, तो स्पंज बाथ का उपयोग करें यदि नाल अभी तक नहीं गिरी है।
  • बेबी मसाज- अगर रैशेज या त्वचा की अन्य समस्याएं आपके बच्चे को चिड़चिड़ा बना रही हैं, तो शिशु की मालिश करने की कोशिश करें। अपने बच्चे की त्वचा को धीरे से सहलाने और मालिश करने से न केवल आराम मिलता है, बल्कि इससे बेहतर नींद भी आती है और रोना बंद हो जाता है। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि तेल हमेशा ऑर्गैनिक होना चाहिए।

ऐसे ही बेबी संबंधी जानकारियों के लिए देश का नंबर वन पैरेंटिंग एप बेबीचक्रा से जुड़े और कंमेट बॉक्स में अपने अनुभव साझा करें।

नोट: ऊपर जो भी जानकारी हमने आपसे शेयर किया है, वह न ही डॉक्टर की राय है और न ही प्रतिस्थापन है। कोई भी जानकारी ट्राई करने के पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें।

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