8 Nov 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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यह तो सभी को पता है कि ब्रेस्ट मिल्क या माँ का दूध बच्चों के lलिए जीवनदायिनी होती है। लेकिन आपको यह पता नहीं है कि ब्रेस्ट मिल्क से शिशु को नहलाने पर कितने सारे बीमारियों से इसकी रक्षा की जा सकती है। माँ का दूध बच्चे के लिए पोषण का सबसे अच्छा रूप है, क्योंकि यह बच्चे को पोषण देने के साथ संक्रमण से भी बचाता है क्योंकि इसमें उपचार के गुण होने के साथ-साथ सामयिक लाभ भी होते हैं।
जब बच्चा इसका सेवन करता है तो स्तन का दूध न केवल फायदेमंद होता है, बल्कि इसे बच्चे की खुजली और रूखी-बेजान त्वचा के लिए उपचार और आराम देने वाले एजेंट के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। बच्चों के लिए मां के दूध से नहाने के कई फायदे हैं।
असल में ब्रेस्ट मिल्क कोई जादुई तत्व नहीं है, क्योंकि दूध से स्नान त्वचा की समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है। असल में स्तन के दूध में ऐसे गुण होते हैं जो आपके बच्चे के अंदर और बाहर दोनों को पोषण, सुरक्षा और उपचार करने में मदद करता है।
ब्रेस्ट मिल्क के गुणों के बारे में जितना कहेंगे वह कम होगा। माँ के दूध में सैकड़ों से हजारों पोषक तत्व, फैट और विटामिन के उपचार गुण बच्चे की त्वचा को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट और विभिन्न विटामिन, खनिज और बायोएक्टिव तत्व होते हैं। ये सभी मिलकर अनेक प्रकार के रोगों से बचाव करने में बच्चे की मदद करते हैं। शिशुओं के लिए स्तन के दूध के स्नान में त्वचा की अधिकांश समस्याओं के लिए कई उपचार और सामयिक लाभ होते हैं जो शिशुओं में आम हैं जैसे:
बेबी एक्ने– लॉरिक एसिड के जीवाणुरोधी गुण बच्चे के मुंहासों से लड़ने में मदद कर सकते हैं, जो आपके रक्त से गर्भाशय में अवशोषित हार्मोन के कारण हो सकते हैं।
डायपर रैशेज– डायपर रैशेज की सूजन शिशुओं और बच्चों में सबसे आम त्वचा की समस्याओं में से एक है, जो 7% से 35% शिशुओं को प्रभावित करती है।
कीड़े के काटने पर-इसके जीवाणुरोधी एंटीबॉडी गुण, कीड़े के काटने पर उपचार के रूप में काम करते हैं।
इंफेक्शन से बचाव-मां के दूध की कुछ बूंदें संक्रमण के उपचार में मदद कर सकती हैं।
अब तक आपने सभी लाभों के बारे में सुना है, लेकिन अब यह भी जरूरी है कि ब्रेस्ट मिल्क से बच्चे को कैसे नहलाया जाए, इसके बारे में भी सही जानकारी हो-
आप बेझिझक होकर एक्स्ट्रा जो ब्रेस्ट मिल्क बचता है उसको पंप करके बाहर निकाल कर नहलाने के लिए फ्रीज कर सकते हैं। इसे नहाने से पहले डीफ्रॉस्ट करें ताकि आप पानी के तापमान को बेहतर ढंग से नियंत्रित कर सकें। और एक्सपायर्ड दूध के इस्तेमाल से घबराएं नहीं। जब तक उसमें से अच्छी खुशबू आ रही हो, नहलाने के लिए इसका उपयोग करना सही रहेगा।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कितनी बार माँ के दूध से नहलाएं? सप्ताह में एक या दो बार नहलाना आपके बच्चे की त्वचा को कोमल रखने और रैशेज आदि की समस्या से मुक्त रखने के लिए पर्याप्त होना चाहिए।
यदि आपको लगे कि बच्चे को माँ के दूध से नहलाने पर उसकी आपूर्ति में कमी आ सकती है तो आप बेबीचक्रा का नेचुरल मॉइश्चराइजिंग बेबी वाश से भी नहला सकते हैं। यह भी ब्रेस्ट मिल्क की तरह से शिशु की त्वचा का पूरी तरह से ध्यान रखता है। यदि आपको लगता है कि आपको स्तन के दूध की कमी है, तो आपूर्ति बढ़ाने के लिए बार-बार दूध पिलाते रहें।
जाहिर है, अब आप इस स्पेशल ब्रेस्टमिल्क बाथ का इस्तेमाल करने के लिए आतुर होंगे। वैसे भी बच्चे को नहलाने के समय बच्चे के साथ आपका रिश्ता मजबूत होता है, साथ ही बच्चे की त्वचा को भी बेहद आराम मिलता है। बात तो वही हो गई’एक पंथ दो काज’।
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