20 Apr 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
अगर चाहते हैं कि आपका बच्चा पढ़ाई-लिखाई में होशियार हो, तो अपने बच्चे को डांस के प्रकार जरूर सिखाएं। जी हां, बच्चों के लिए डांस के फायदे अनगिनत होते हैं, जिनमें से कुछ डांस करने के फायदे हम इस लेख में बता रहे हैं। यहां डांस के प्रकार के साथ ही, बच्चों को नृत्य सिखाने के फायदे भी बताए गए हैं, जो शारीरिक, मानसिक व सामाजिक स्वास्थ्य से भी जुड़े हुए हैं।
बच्चों के लिए डांस के फायदे न सिर्फ शारीरिक रूप से हैं, बल्कि उनके बेहतर मानसिक व सामाजिक विकास के लिए देखे जाते हैं। स्क्रॉल करें और पढ़ें बच्चों के लिए डांस के फायदे।
अगर बच्चों में एक्सरसाइज करने की आदत डलवाना चाहते हैं, तो इसमें बच्चों के लिए डांस के फायदे हो सकते हैं। नृत्य या डांस भी एक तरह की एक्सरसाइज है। एक तरफ जहां एक्सरसाइज करने से शरीर के सभी अंग एक्टिव बने रहते हैं और उन्हें फायदा पहुंचता है, ठीक उसी तरह शरीर के लिए डांस करने के फायदे भी हो सकते हैं।
ऐसे में अगर बच्चा एक्सरसाइज करना नहीं पसंद करता है, तो फिट बनाए रखने के लिए बच्चों को डांस सीखने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
वजन घटाने के लिए डांस करना लाभकारी हो सकता है। दरअसल, आधा घंटा डांस करने मात्रा से लगभग 300 से 800 कैलोरी तक बर्न किया जा सकता है। ऐसे में अगर बच्चा ओवरवेट है, तो उसे जिम भेजने की बजाय पेरेंट्स डांस क्लास में एडमिशन करवा सकते हैं और बच्चे के शारीरिक वजन को नियंत्रित करके उसे संतुलित बनाए रख सकते हैं।
नियमित रूप से बच्चों के लिए डांस के फायदे उनकी मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह बेहतर कर सकता है, जिससे मांसपेशियों का लचीलापन बढ़ सकता है और वे मजबूत बना सकती हैं।
बच्चों के लिए डांस के फायदे उसके आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। दरअसल, जब भी बच्चा किसी समूह में या लोगों के साथ नृत्य करता है, तो इससे वह लोगों के बीच में व उनके साथ रहने में सहजता महसूस कर सकता है। इसके अलावा, अगर बच्चा अच्छा नृत्य करता है, तो लोगों से मिलने वाली प्रसंशा भी उसके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
जाहिर है कि डांस के जरिए बच्चा विभिन्न लोगों से मिलना-जुलना शुरू कर सकता है। बच्चे के इस तरह के व्यवहार से उसका सामाजिक विकास बेहतर हो सकता है और वह बाहरी लोगों से मिलने-जुलने व उनसे बात करने में व्यावहारिक तौर पर अच्छा भी हो सकता है।
बच्चों के लिए डांस के फायदे उन्हें जीवन में अनुशासन की सीख दे सकते हैं। डांस क्लास में बच्चे को समय पर आने व समय से घर वापस जाने के साथ ही, नृत्य से जुड़े नियमों का पालन करना भी सिखाया जाता है। ऐसे में नाचने के अद्धभुत फायदे बच्चे को अनुशासन में रहने की आदत सिखा सकते हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार, नाचने के अद्धभुत फायदे न्यूरोलॉजिकल विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। जब कोई बच्चा डांस करता है और उसी लय में उसे सीखने का बार-बार अभ्यास करता है, तो इससे उसका मस्तिष्क उत्तेजित हो सकता है, जिस वजह से बच्चे की संज्ञानात्मक क्षमताओं के साथ ही, तंत्रिका संबंधी स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है।
इस तरह बच्चों को नृत्य सिखाने के फायदे उनके ध्यान लगाने, नई चीजे सीखने व बातों को याद रखने की क्षमता को बेहतर कर सकते हैं।
अगर पढ़ाई या किसी अन्य कारण से बच्चों में तनाव होता है, तो डांस करने के फायदे तनाव से मुक्ति दिला सकते हैं। दरअसल, नृत्य करने के दौरान बच्चे का पूरा ध्यान डांस के स्टेप्स सीखने व उसे सही से करने पर केंद्रिंत हो सकता है। इस तरह वह तनाव की वजह को भूल सकता है और बच्चे में तनाव कम हो सकता है।
बच्चों के दिल की देखभाल करने के उपाय में भी डांस करने के फायदे हो सकते हैं। विभिन्न शोध यह बताते हैं कि कार्डियो एक्सरसाइज की मदद से दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखा जा सकता है। वहीं, डांस करने के प्रकार में कार्डियो एक्सरसाइज जैसे स्टेप्स भी शामिल होते हैं।
डांस करने के फायदे बच्चे में अनिद्रा की समस्या दूर कर सकते हैं और अच्छी नींद को बढ़ावा दे सकते हैं। इसके पीछे कई कारक हैं। पहला तो यह कि बच्चा डांस क्लास में अभ्यास करते हुए शारीरिक रूप से बहुत थक जाता है, दूसरा, नाचने के अद्धभुत फायदे शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर करते हैं, जिससे मस्तिष्क सही ढंग से कार्य कर सकता है और तीसरा, डांस करने से बच्चा खुशी महसूस कर सकता है।
इस वजह से डांस के फायदे बच्चे के अच्छे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं और उसे अनिद्रा जैसी परेशानियों से बचाए रख सकते हैं।
बच्चों को नृत्य सिखाने के फायदे जानने के बाद, अब पढ़ें डांस के प्रकार के बारे में। डांस के प्रकार लगभग सभी तरह के एक्सरसाइज करने की प्रक्रिया से मिलते-जुलते हैं। यही वजह भी है कि बच्चों को नृत्य सिखाने के फायदे लगभग एक्सरसाइज करने के समान ही देखे जाते हैं।
जुम्बा डांस किसी भी उम्र के बच्चे व बड़े लोग कर सकते हैं। कुछ लोग जुम्बा डांस जहां फिट रहने व नाचना सीखने के लिए करना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग शौक के तौर पर भी जुम्बा डांस करना पसंद कर सकते हैं।
बेली डांस में कमर, पेट, कूल्हे व कंधों का इस्तेमाल खासतौर पर किया जाता है। इससे शरीर का लचीलापन भी बढ़ सकता है। इसी वजह से अक्सर शारीरिक काया को बेहतर बनाए रखने के लिए लड़कियां बेली डांस करना खासतौर पर पसंद करती हैं।
डांस के प्रकार या नृत्य के रूप कथक को उत्तर भारत का शास्त्रीय डांस कहा जाता है। इस डांस के प्रकार को करने के लिए पैरों पर घुंघरू पहनना होता है और एड़ी के सहारे शरीर का बैलेंस बनाकर हाथों पर गर्दन को मटकाते हुए डांस करना होता है।
कहते हैं हर चीज समय के अनुसार अपग्रेड होती रहती है, हिप-हॉप भी डांस के प्रकार का अपग्रेड वर्जन माना जा सकता है। हिप-हॉप करने के लिए किसी तरह का नियम, स्टाइल या स्टेप नहीं होता है। इसे करते समय बस सारे स्टेप्स को तेजी से करना होता है।
बच्चों के लिए डांस के फायदे विभिन्न हैं। हालांकि, नाचने के अद्धभुत फायदे बताने के लिए बच्चे पर अधिक दबाव न दें। अगर बच्चा सिर्फ शौक के लिए कभी-कभार डांस करना पसंद करता है, तो उसे ऐसा ही करने दें। इस तरह भी पेरेंट्स बच्चों को नृत्य सिखाने के फायदे दिला सकते हैं।
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