20 Dec 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
प्रेगनेंसी माँ के शरीर को बहुत तरीकों से बदल देती है। और यह प्रक्रिया तब भी नहीं रुकता जब बच्चा पैदा होता है। डिलीवरी के बाद माँ के लिए बहुत ही संवेदनशील समय होता है क्योंकि वह बहुत तरह के इंफेक्शन्स से ग्रस्त होती है। यह एक ऐसा समय भी है जब उसे अपने परिवार से विशेष रूप से अपने पार्टनर से बहुत अधिक शारीरिक और भावनात्मक समर्थन की जरूरत होती है। इस दौरान मां की साफ-सफाई की देखभाल में लापरवाही बरतने से मां और बच्चे दोनों में ही संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
डिलीवरी के बाद संक्रमणों की रोकथाम के लिए आवश्यक है और माँ के शरीर को गर्भावस्था से पूर्व की अवस्था में वापस लाने के लिए उपचार प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत और इंटिमेट हाइजिन का विशेष प्रकार से ध्यान रखने की आवश्यकता है।
डिलीवरी के बाद महिला का जननांग यानि प्राइवेट पार्ट्स बहुत कोमल और संवेदनशील अवस्था में होता है। चाहे डिलीवरी वजाइनल हुई हो या एपीसीओटॉमी की गई हो यानि बीच में टांके लगे हो। ऐसे समय इंटिमेट हाइजिन मेंटेन करने की बहुत जरूरत होती है। इससे संक्रमण होने का खतरा कम होने के साथ रिकवरी तेजी से होती है। इससे माँ के शरीर को नॉर्मल अवस्था में लौटने में मदद मिलती है।
इसके अलावा भी डिलीवरी के बाद इंटिमेट हाइजिन की जरूरत इन कारणों से करनी चाहिए–
योनि में दर्द या सूजन– यदि नॉर्मल डिलीवरी के दौरान योनि फट गई थी या डॉक्टर ने चीरा लगाया था, तो घाव कुछ हफ्तों तक दर्द दे सकता है। ज्यादा चीरा लगने पर भी ठीक होने में अधिक समय लग सकता है।
वजाइनल डिस्चार्ज- डिलीवरी के बाद वजाइनल डिस्चार्ज होता है। पहले कुछ दिनों तक डिस्चार्ज लाल और भारी होगा। फिर यह पतला हो जाएगा, तेजी से पानीदार हो जाएगा और गुलाबी भूरे रंग से पीले सफेद में बदल जाएगा।
बार-बार पेशाब निकल जाना– गर्भावस्था, प्रसव पीड़ा और वजाइनल डिलीवरी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों में खिंचाव या चोट पहुंचा सकता है, जो गर्भाशय, मूत्राशय और मलाशय को सहारा देती हैं। इससे आपके छींकने, हंसने या खांसने के दौरान पेशाब की कुछ बूंदें निकल सकती हैं। ये समस्याएं आमतौर पर हफ्तों के भीतर ठीक हो जाती हैं या लंबे समय तक बनी रह सकती हैं।
इन सबके अलावा डिलीवरी के बाद माँ को खुद को हाइड्रेटेड रहना चाहिए और हेल्दी डायट को फॉलो करना चाहिए।
संबंधित लेख:
Intimate Hygiene: 5 टिप्स के द्वारा प्रेगनेंसी में इंटिमेट हेल्थ को करें मेंटेन
Postpartum Vaginal Dryness: डिलीवरी पर वजाइना में ड्राईनेस होने पर सेल्फ केयर टिप्स
Postpartum Hair Loss: 5 टिप्स डिलीवरी के बाद बालों का झड़ना करेंगे कंट्रोल
पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage): डिलीवरी के बाद मालिश कराने के क्या फायदे होते हैं?
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.