8 Oct 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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डिलीवरी के बाद हॉर्मोन में उतार-चढ़ाव के साथ बहुत सारे बदलाव होते हैं। इसलिए शरीर में होने वाले बदलावों को कंट्रोल में करने के लिए एक्सरसाइजों या योगासनों का सहारा लिया जा सकता है। ऐसे ही एक्सरसाइजों में नाम कीगल एक्सरसाइज का आता है, जिसको न सिर्फ प्रेगनेंसी के दौरान डिलीवरी की प्रक्रिया को आसान करने के लिए किया जाता है बल्कि डिलीवरी के बाद भी किया जाना चाहिए।
कीगल एक्सरसाइज को पेल्विक मसल एक्सरसाइज भी कहा जाता है, क्योंकि यह पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए किया जाता है। जो इनकॉन्टिनेंस को रोकने, योनि की मांसपेशियों को मजबूत करने, गलती से गैस या मल निकल जाने की प्रक्रिया को रोकने और कामोन्माद या ऑर्गेज्म में सुधार लाने में मदद करता है।
डिलीवरी के बाद जैसे ही शरीर एक्सरसाइज करने के काबिल हो जाए आप इस एक्सरसाइज को कर सकते हैं। कीगल एक्सरसाइज करने के पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें। अध्ययनों से यह पता चलता है कि डिलीवरी के बाद कीगल एक्सरसाइज करने से प्रेगनेंसी के बाद जो मल-मूत्र बिना कंट्रोल के हो जाता था, उसमें सुधार होता है।
डिलीवरी के बाद कीगल एक्सरसाइज करने के लिए सही तरीका पता होना बहुत जरूरी होता है-
4 से 6 सप्ताह के बाद, आप बेहतर महसूस करेंगे और लक्षण कम होने लगेंगे। व्यायाम करते रहें, लेकिन आप जितना करते हैं उसे न बढ़ाएं। इसको ज्यादा करने से पेशाब करने के समय मसल्स में तनाव महसूस होगा।
कीगल एक्सरसाइज करने के लिए सही मांसपेशी का पता कैसे लगाएंगे-
कीगल एक्सरसाइज यह दिखावा करने जैसा होता है कि आपको पेशाब करना है और फिर उसे पकड़ना है। आप मूत्र प्रवाह को नियंत्रित करने वाली मांसपेशियों को रिलैक्स करते हैं और फिर टाइट करते हैं। कसने के लिए सही मांसपेशियों को ढूंढना जरूरी होता है।
अगली बार जब आपको पेशाब करना हो तो करना शुरू करें और फिर रुक जाएं। महसूस करें कि आपकी योनि (महिलाओं के लिए), मूत्राशय या गुदा की मांसपेशियां टाइट हो रही है कि नहीं और ऊपर की ओर मूव हो रही है कि नहीं। ये पेल्विक फ्लोर मांसपेशियां हैं। यदि आप उन्हें कसते हुए महसूस करते हैं, तो आपने व्यायाम सही किया है। एक्सरसाइज करते वक्त आपकी जांघें, नितंब की मांसपेशियां और पेट शिथिल रहना चाहिए।
यदि आप अभी भी सुनिश्चित नहीं हैं कि आप सही मांसपेशियों को कस रहे हैं तो:
कल्पना कीजिए कि आप खुद को गैस पास करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। उसके बाद योनि या मलाशय में उंगली डालने से पहले अपने हाथों को केमिकल फ्री नेचुरल फोमिंग हैंडवाश से धो लें।
महिला: अपनी योनि में एक उंगली डालें। मांसपेशियों को ऐसे कसें जैसे कि आप अपने पेशाब को रोके हुए हैं, फिर रिलैक्स करें। आपको मांसपेशियों में कसाव महसूस करना चाहिए और ऊपर और नीचे जाना चाहिए।
पुरुष: अपने मलाशय में एक उंगली डालें। मांसपेशियों को ऐसे कसें जैसे कि आप अपने पेशाब को रोके हुए हैं, फिर जाने दें। आपको मांसपेशियों में कसाव महसूस करना चाहिए और ऊपर और नीचे जाना चाहिए।
श्रोणि की मांसपेशियों यानि पेल्विक मसल्स को ठीक करने में मदद करता है जो डिलीवरी में कमजोर, तनावग्रस्त या प्रसव से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, उसमें रक्त परिसंचरण को बढ़ाकर ठीक करता है।
डिलीवरी के बाद कीगल एक्सरसाइज कब और कैसे करनी चाहिए यह तो आप समझ ही गए होंगे। साथ ही यह भी क्लियर हो गया होगा कि कीगल एक्सरसाइज करना डिलीवरी के बाद कितना जरूरी होता है।
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