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Diwali: 6 घरेलू उपाय दिवाली में बच्चों के हाथ जल जाने पर जरूर ट्राई करें

Diwali: 6 घरेलू उपाय दिवाली में बच्चों के हाथ जल जाने पर जरूर ट्राई करें

18 Oct 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

बड़े इंतजार के बाद दिवाली का त्यौहार आता है। दिवाली या दीपावली को रोशनी का पर्व कहा जाता है। इस त्यौहार में बच्चे खुशी और उमंग से भरे होते हैं। क्योंकि नए कपड़े पहनना और पटाखें फोड़ना ही तो उनके लिए दिवाली का असली मजा होता है। पर इस खुशी के मौके पर अगर बच्चे का हाथ या पैर दिवाली में पटाखों से जल जाता है तो फिर पल भर में खुशी का मौका चिंता और परेशानी में बदल जाता है। 

सच तो यह है कि दिवाली के मौके पर बच्चे पटाखें जलाएंगे, यह तो हम सभी जानते हैं लेकिन ऐसे समय पर बच्चों के साथ बड़ों का होना उतना ही जरूरी होता है। पटाखों को जलाने के समय कुछ जरूरी एहतियात बरतनी चाहिए ताकि बच्चे हो या बड़े किसी को भी पटाखों से जलने की घटना का सामना न करना पड़े-

  • तेज आवाज वाले या धुँआ फैलाने वाले पटाखें नहीं जलानी चाहिए।
  • घर के अंदर पटाखें जलाने की गलती कभी भी नहीं करनी चाहिए।
  • पटाखें जलाने के समय हाथ को शरीर के ज्यादा नजदीक लाने की गलती नहीं करनी चाहिए।
  • पटाखा अगर जल नहीं रहा है या आधा जला हुआ है तो उसको हाथ से पकड़ने की गलती कभी नहीं करनी चाहिए।
  • पटाखों को जलाने के लिए मोमबत्ती या लंबे लकड़ी का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
  • पटाखें जलाते समय सिंथेटिक या पॉलिएस्टर के कपड़े न पहनें तो अच्छा है।

वैसे तो जलने के कई लेवल होते हैं। फर्स्ट-डिग्री बर्न को सबसे कम गंभीर माना जाता है क्योंकि यह केवल त्वचा की बाहरी परत को प्रभावित करता है। यह आमतौर पर केवल हल्के दर्द, लालिमा और सूजन का कारण बनता है। सेकेंड-डिग्री बर्न त्वचा की गहरी परतों को प्रभावित करते हैं और फफोले और सफेद, गीली और चमकदार त्वचा का कारण बनते हैं। थर्ड-डिग्री बर्न में त्वचा की सभी परतों को नुकसान होता है, जबकि फोर्थ-डिग्री बर्न में जोड़ों और हड्डियों को नुकसान पहुँचता है। थर्ड और फोर्थ-डिग्री बर्न को मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है और इसका इलाज केवल अस्पताल में ही संभव होता है। पर फर्स्ट-डिग्री बर्न और सेकेंड-डिग्री बर्न का इलाज आप घर पर कर सकते हैं। चलिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में जान लेते हैं-

दिवाली में पटाखों से जल जाने पर घरेलू उपाय/चित्र स्रोत: फ्रीपिक

दिवाली में पटाखों से जल जाने पर घरेलू उपाय। Home remedies for burn in Hindi

अगर पटाखों से जलने पर अवस्था गंभीर नहीं है तो पूरी तरह से ठीक होने में लगभग एक या दो सप्ताह लग सकता है और आमतौर पर जलने का निशान भी नहीं पड़ता है। घरेलू उपायों का सहारा लेने का एकमात्र लक्ष्य होता है- दर्द को कम करना, संक्रमण को रोकना और त्वचा को तेजी से ठीक करना।

  • ठंडा कंप्रेस देना: जले हुए स्थान पर रखा गया ठंडा सेक या साफ गीला कपड़ा दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करता है। आप जले हुए स्थान पर 5 से 15 मिनट के अंतराल में सेक सकते हैं। कोशिश करें कि बहुत ज्यादा ठंडे कंप्रेस का उपयोग न करें क्योंकि वे जलन को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
  • ठंडा पानी: मामूली जलन पर आपको सबसे पहले जो करना चाहिए, वह है जले हुए स्थान पर लगभग 20 मिनट तक ठंडा पानी देना चाहिए। फिर जले हुए स्थान को हल्के साबुन और पानी से धो लें।
  • माइल्ड हैंडवाश से हाथ धोना– अगर ज्यादा जला नहीं है तो जलने वाली जगह पर सबसे पहले केमिकल फ्री और माइल्ड हैंडवाश से धो लें, लेकिन त्वचा को रगड़े नहीं।
  • एलोवेरा: एलोवेरा को बर्न प्लांट कहा जाता है। इसका एंटी-इंफ्लामेटोरी गुण घाव को जल्दी ठीक होने और जलन से राहत दिलाने में बहुत मदद करता है।
  • फफोलों को फोड़े नहीं: फफोलों को फोड़ने से इंफेक्शन होने का डर रहता है, इसलिए ऐसा करने से बचें।
  • शहद-स्वादिष्ट शहद न सिर्फ खाने के काम आता है बल्कि छोटे-मोटे जलने के घाव को ठीक करने में भी मदद करता है। इसका एंटी-इंफ्लामेटोरी, एंटी-बैक्टोरियल और एंटीफंगल गुण बहुत काम आता है।

पटाखों से जल जाने पर कौन-से घरेलू उपाय न करें। Remedies to stay away

नारियल का तेल: नारियल का तेल, जैतून का तेल गर्मी को बनाए रखें और यहां तक कि त्वचा में जलन भी हो सकती है। लैवेंडर के तेल के बारे में बताया गया है कि यह जलन को ठीक करने में मदद करता है। इसलिए नारियल तेल लगाने की गलती न करें। 

मक्खन: जलने वाली घाव पर मक्खन का इस्तेमाल करने से घाव की अवस्था और भी गंभीर हो जाती है।

बर्फ: जलने वाली घाव पर बर्फ का इस्तेमाल स्थिति को और भी बिगाड़ सकता है।

अब तक के चर्चा से आप समझ ही गए होंगे कि दिवाली में बच्चों के हाथ या पैर कहीं भी जल जाने पर आपको क्या करना चाहिए और घटना से कैसे बचना चाहिए। सचेत रहें और खुशी मनाएं!!

मूल चित्र स्रोत: गुगल

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