15 Nov 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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जब आप प्रेगनेंट होती है, तब आपकी इम्यूनिटी पावर में बहुत बदलाव आ जाता है। इसलिए हॉर्मोन में बदलाव के कारण और बदलते मौसम के असर के कारण प्रेगनेंसी में खांसी किसी भी समय हो सकती है। साथ ही सबसे मुश्किल की बात यह है कि एक बार बीमार हो गए तो फिर ठीक होने में बहुत समय लगता है। लेकिन खुशी की बात यह भी है कि प्रेगनेंसी के दौरान भले ही आपको बहुत ज्यादा थकान महसूस होता हो, लेकिन प्रेगनेंसी में खाँसी, सर्दी या फ्लू से गर्भस्थ शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुँचता है।
आपके सावधानी के लिए बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान सर्दी-खांसी से बचना ही सबसे सही विकल्प होता है। अब आप सोच रहे होंगे कि सर्दी-खांसी जैसे आम बीमारी के लिए बहुत सारी दवाएं हैं, उनको ले लेने से बीमारियां चुटकियों में ठीक हो जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान पहले जैसा सब कुछ नॉर्मल नहीं होता है।
यह तो आप समझ ही चुके होंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान शारीरिक अवस्था में बहुत सारे बदलाव होते हैं। गर्भावस्था के दौरान सर्दी या खांसी से बचने के लिए और एक बार होने पर इसका इलाज करने के लिए आवश्यक उपाय करना यानि घरेलू नुस्खें ट्राई करने के साथ डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है। आम तौर पर ली जाने वाली ओवर-द-काउंटर दवाएं बिना डॉक्टर के सलाह के सेवन करना सुरक्षित नहीं होता है। इसलिए कभी भी प्रेगनेंसी में खाँसी होने पर खुद से सिरप या दवा लेने की गलती न करें।
प्रेगनेंसी में खांसी होने पर आराम करने के सिवा आपको निम्न बातों पर ध्यान देने की बहुत जरूरत होती है-
भरपूर मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें- प्रेगनेंसी में खुद को हाइड्रेटेड रखने की बहुत जरूरत होती है। शरीर में आवश्यक तरल पदार्थ वापस लाने के लिए पानी, जूस या शोरबा पीनी चाहिए।
खाना अच्छी तरह से खाएं- भले ही आप ज्यादा खाना एक बार न खा पाएं, लेकिन बार-बार कम मात्रा में खाना खाते रहें।
कंजेस्शन को कम करें- नाक बंद होने की समस्या या कंजेस्शन को कम करने के लिए कमरे में एक ह्यूमिडिफायर लगाएं, सोते समय सिर को तकिए के सहारे ऊंचा रखें और वेपर पैच का इस्तेमाल करें। इससे कंजेस्शन को कम करने में मदद मिलेगी।
जैसा कि आप समझ ही चुके हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान शरीर बहुत संवेदनशील हो जाती है। इसलिए इस समय बेबीचक्रा का वेपर पैच बंद नाक की समस्या में बहुत काम आएगा। भले ही यह बच्चों के लिए लेकिन बड़ों के भी बहुत काम आता है, और यह बिल्कुल नेचुरल चीजों से बना है, इसलिए पूरी तरह से सेफ है।
गले की खराश को कम करें- गर्म चाय या काढ़ा पीने के अलावा गुनगुने नमक पानी से गरारा करने पर भी गले की खराश से राहत मिलने में आसानी हो सकती है। नमक के पानी से गरारे करने से श्वसन प्रणाली में संक्रमण से बचाव होता है। यह कफ को कम करने और ढीला करने में मदद करता है, जो बैक्टीरिया और एलर्जी पैदा करता है।
भरपूर आराम- इन सबके अलावा जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है, वह है आराम करने की जरूरत। जब भी थकान महसूस हो तब बैठकर आराम करने, झपकी ले लेने और रात को अच्छी तरह से सोने की बहुत जरूरत होती है।
हल्दी दूध का सेवन- हल्दी का एंटीऑक्सिडेंट गुण सर्दी और खांसी से लड़ने में बहुत कारगर साबित हो सकता है। एक चम्मच हल्दी के साथ गर्म दूध पीना सदियों पुराना उपाय है , खासकर गर्भावस्था के दौरान। गर्म दूध गले की खराश और बहती नाक से तुरंत राहत देता है। जल्दी आराम पाने के लिए गर्भवती महिलाएं इसे सोने से ठीक पहले पी सकती हैं। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही हल्दी दूध का सेवन करें।
नींबू और शहद के साथ अलसी रस का सेवन- प्रेगनेंसी में खांसी होने पर अलसी रस के साथ इस मिश्रण का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए अलसी के बीजों को गाढ़ा होने तक उबालें और फिर इस मिश्रण की कुछ बूंदें नींबू रस और शहद के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन करने के पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें।
आशा करते हैं कि अब तक के चर्चा से आप समझ ही गए होंगे प्रेगनेंसी में खांसी होने पर बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी दवा और घरेलू नुस्खों का सेवन न करें और जरूरी एहतियात बरतें ताकि खांसी के लक्षणों से जल्दी राहत मिल सके।
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