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Vaginal Itching During Pregnancy: प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली के कारण,लक्षण और घरेलू उपाय

Vaginal Itching During Pregnancy: प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली के कारण,लक्षण और घरेलू उपाय

1 Dec 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

प्रेगनेंसी के समय शरीर में बहुत तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों के कारण शरीर को भी बहुत तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उनमें एक है प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली। सबसे मुश्किल की बात यह है कि वजाइना में खुजली की बात बताने में महिलाएं शर्म महसूस करती हैं। लेकिन इस तरह की खुजली को नजरअंदाज करने की गलती न करें, यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकते हैं। 

सच कहें तो गर्भावस्था के दौरान कई चीजों के कारण प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली हो सकती है। कुछ आपके शरीर में हो रहे परिवर्तनों का परिणाम हो सकते हैं तो कुछ कारण आपकी गर्भावस्था से बिल्कुल भी जुड़े नहीं हो सकते हैं। प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली के संभावित कारणों और लक्षणों की समीक्षा करने के लिए चलिए आगे बात करते हैं, साथ ही उपचार और रोकथाम के बारे में व्यावहारिक जानकारी शेयर करेंगे।

प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली होने के कारण और लक्षण। Causes and Symptoms of Vaginal Itching in Pregnancy in Hindi

हम यहाँ कुछ हेल्थ कंडिशन्स के बारे में बात करेंगे, जिनके कारण प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली होने के कारण बन सकते हैं-

यीस्ट इंफेक्शन– शायद आपको पता नहीं कि वजाइना में थोड़ी मात्रा में यीस्ट होता है, जिसका होना बिल्कुल नॉर्मल है। गर्भावस्था से जुड़े हार्मोनल परिवर्तन योनि के पीएच संतुलन को सही रखने में बाधा उत्पन्न करते हैं, जिसके कारण यीस्ट बढ़ जाता है। इसी वजह से गर्भावस्था के दौरान यीस्ट इंफेक्शन होना आम बात हो जाता है।

आम लक्षणों में शामिल हैं:

  • खुजली 
  • जलन
  • कॉटेज चीज़ के टेक्सचर की तरह वजाइनल डिस्चार्ज

बैक्टीरियल वेजिनोसिस– आपके जानकारी के लिए बता दें कि वजाइना में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया दोनों होते हैं। इन दोनों के बीच संतुलन बिगड़ने पर बैक्टीरियल वेजिनोसिस हो सकता है। यह सामान्य वजाइनल इंफेक्शन होता है। पर इस इंफेक्शन की विशेष बात यह है कि संक्रमण आमतौर पर यौन रूप से सक्रिय महिलाओं को होता है, चाहे वे गर्भवती हों या नहीं। 

आम लक्षणों में शामिल हैं:

  • पतला, अपारदर्शी या भूरा डिस्चार्ज
  • खुजली
  • जलन
  • त्वचा में लाली
  • खासकर सेक्स करने के बाद मछली जैसा दुर्गंध

वजाइनल डिस्चार्ज में बढ़ोत्तरी- प्रेगनेंसी के दौरान वजाइनल डिस्चार्ज और सर्वाइकल म्यूकस दोनों का सेकरेशन बढ़ सकता है। इस हॉर्मोनल बदलाव के कारण सर्विक्स और वजाइनल वाल नरम हो जाते हैं। डिस्चार्ज आपकी योनि को संक्रमण से बचाने के लिए बनाया गया है, लेकिन यह योनी की त्वचा को खुजली करके परेशान करते हैं।

प्रेगनेंसी में वजाइनल ड्राईनेस- गर्भावस्था के दौरान कुछ लोगों में हार्मोनल परिवर्तन के कारण योनि में सूखापन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा  प्रेगनेंसी में प्रोजेस्टेरोन के लो लेवल के कारण भी वजाइनल ड्राईनेस की समस्या हो सकती है। चूंकि यह हार्मोन गर्भावस्था को बनाए रखने के लिए आवश्यक है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से बात करें। 

आम लक्षणों में शामिल है:

  • सेक्स के दौरान जलन, दर्द और त्वचा में लाली।

प्रोडक्ट्स के प्रति संवेदनशीलता- गर्भावस्था के दौरान, वजाइना ब्लड से भर जाती है, और आपकी त्वचा खिंची हुई और सामान्य से अधिक संवेदनशील महसूस हो सकती है।

गर्भधारण करने से पहले आप जिन प्रोडक्ट्स का आराम से इस्तेमाल करती थीं, वे अब आपकी त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं, जिससे खुजली और लालिमा भी हो सकती है। उत्पाद जो ऐसा होने का कारण बन सकते हैं उनमें शामिल हैं:

  • डिटर्जेंट
  • बबल बाथ
  • बॉडी वाश
  • साबुन

इसलिए इस परेशानी को कम करने के लिए बेबीचक्रा का मॉइश्चराइजर बॉडी वाश इस्तेमाल कर सकते हैं। यह प्रोडक्ट बेबी का होने के बावजूद प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के इस्तेमाल के लिए विकल्प बन सकता है। 

मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई)- गर्भाशय मूत्राशय के ऊपर स्थित होता है। चूंकि यह गर्भावस्था के दौरान फैलता है, मूत्राशय पर अधिक दबाव पड़ता है। यह मूत्र के निष्कासन में बाधा उत्पन्न कर सकता है, जिससे संक्रमण हो सकता है। इसी कारण से, गर्भवती महिलाओं को यूटीआई होने का अधिक खतरा हो सकता है।

बैक्टीरिया भी यूटीआई का कारण बन सकते हैं, जैसे ग्रुप बी स्ट्रेप बैक्टीरिया (जीबीएस)। चूंकि जीबीएस बैक्टीरिया नवजात शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है, गर्भावस्था के दौरान आपका डॉक्टर इसके लिए आपका परीक्षण कर सकते हैं।

लक्षणों में शामिल हैं:

  • पेशाब करने की लगातार और तत्काल आवश्यकता
  • पेट में दर्द
  • योनि में खुजली और जलन
  • पेशाब में खून आना
  • सेक्स करने के दौरान दर्द होना

यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई)- एसटीआई, जैसे कि जननांग दाद, एचपीवी और ट्राइकोमोनिएसिस, सभी में शुरुआती लक्षण के रूप में योनि में खुजली हो सकती है।

आप एसटीआई होने पर गर्भवती हो सकती हैं या गर्भावस्था के दौरान भी यह सकत है। इसके बारे में डॉक्टर से बात करना जरूरी होता है।

एसटीआई के लक्षणों में शामिल है:

  • रैशेज
  • जलन 
  • वार्ट्स
  • बुखार
  • वजाइनल डिस्चार्ज
  • फ्लू जैसे लक्षण

एसटीआई आपको और आपके बच्चे को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन गर्भावस्था के दौरान आप उन जोखिमों को उपचार के द्वारा ठीक कर सकते हैं।

प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली/ चित्र स्रोत: फ्रीपिक

प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली से राहत पाने के घरेलू उपचार। Remedies for Vaginal Itching in Pregnancy in Hindi

वैसे प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली को लेकर  ज्यादा टेंशन करने की जरूरत नहीं है। इसे कुछ घरेलू उपायों के द्वारा भी कम किया जा सकता है। लेकिन इसके पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें ताकि सही तरह से उपचार हो सके। क्यो्ंकि वजाइना की खुजली के लिए उपचार कारण के आधार पर अलग-अलग होंगे।

ओवर-द-काउंटर एंटिफंगल दवा– यदि आपके डॉक्टर ने पुष्टि की है कि आपको यीस्ट इंफेक्शन हुअ है, तो आप इसका इलाज करने के लिए  ओटीसी एंटिफंगल क्रीम या सपोसिटरी का उपयोग कर सकते हैं। इसके सिवा कोई भी दवा डॉक्टर से बिना सलाह के न लें।

बेकिंग सोडा– खुजली वाली त्वचा को बेकिंग सोडा बाथ में भिगोकर या क्षेत्र पर बेकिंग सोडा कंप्रेस का उपयोग करके शांत किया जा सकता है।

ठंडा पानी- ठंडे पानी से नहाकर या खुजली वाली त्वचा पर कोल्ड कंप्रेस रखकर खुजली से राहत पाया जा सकता है।

खुजली का कारण बनने वाले प्रोडक्ट्स- अगर आपको लग रहे हैं कि कुछ विशेष प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से आपको वजाइना में खुजली हो रही है तो उनका उपयोग करना बंद कर दें।

एंटीबायोटिक्स– यदि आपको यूटीआई, एसटीआई, या बैक्टीरियल वेजिनोसिस है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा लेनी चाहिए।

हाथ की सफाई- वजाइनल हाइजिन को मेंटेन करने के समय कभी भी हाथ गंदे नहीं होने चाहिए। अगर आपकी त्वचा इन दिनों संवेदनशील हो गई है तो बेबीचक्रा का फोमिंग हैंडवाश का इस्तेमाल कर सकते हैं।

गर्भावस्था में वजाइना में खुजली से बचने के उपाय। Prevention Tips for Vaginal Itching in Pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के दौरान योनि की खुजली से पूरी तरह बचना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ टिप्स इससे बचने में मदद कर सकते हैं-

  • सूती के अंडरवियर पहनें।
  • टाइट कपड़े पहनने से बचें।
  • पसीने से भीगें या पानी से भीगें कपड़ें तुरंत बदल दें।
  • ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से बचें जिनमें परफ्यूम, केमिकल या जलन पैदा करने वाले तत्व हों।
  • हाइजिन मेंटेन करें, खासकर बाथरूम जाने के बाद। हमेशा आगे से पीछे की ओर पोंछें।
  • डूश (Douche) का इस्तेमाल न करें। इससे वजाइना के नेचुरल पीएच का बैलेंस बदल जाता है। 
  • प्रीनेटल योगा, मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग से  तनाव के स्तर को कम करने का प्रयास करें।

अब तक के चर्चा से आप समझ ही गए होंगे कि प्रेगनेंसी में वजाइना में खुजली क्यों होता हैं और इन हालातों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं। 

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