2 Jan 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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डिलीवरी के बाद शिशु की देखभाल की जितनी जरूरत होती है, उतनी ही माँ की भी जरूरत होती है। माँ की देखभाल सिर्फ डायट पर ध्यान देने से ही नहीं होती है, बल्कि हाइजिन का भी ख्याल रखना पड़ता है। डिलीवरी के बाद प्राइवेट पार्ट्स यानि वजायना को कैसे क्लिन करना चाहिए यानि वजायना को साफ करते समय कौन-सी गलतियाँ करने से बचना चाहिए, इन बातों पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है। चिंता करने की कोई बात नहीं है, डिलीवरी के बाद वजाइना की साफ-सफाई के दौरान किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, आज हम इन्हीं बातों पर चर्चा करेंगे।
सच तो यह है कि प्रेगनेंसी के पहले हो या डिलीवरी के बाद वजायना को साफ करने की जरूरत नहीं होती है। क्यों, इस बात से आप आश्चर्य में पड़ गए होंगे! असल में योनि यानि वजायना स्व-सफाई अंग या सेल्फ क्लीनिंग ऑर्गन होता है। इसको साफ करने के लिए किसी प्रोडक्ट की जरूरत नहीं होती है।
आपके जानकारी के लिए बता दें कि वजायना के जगह पर वल्वा (Vulva) को साफ करने की जरूरत होती है, जो योनि के प्रवेश द्वार के चारो तरफ होता है। वल्वा के साफ करते वक्त बहुत तरह की सावधानियाँ बरतने की जरूरत होती है। इसके बारे में हमें आगे विस्तार से चर्चा करेंगे। लेकिन सबसे पहले जानेंगे कि वजाइना या वल्वा के बीच अंतर क्या होता है?
योनि यानि वजायना महिला जननांगों का आंतरिक भाग होता है। वल्वा योनि के बाहरी भाग को कहते हैं, जिसमें क्लाइटोरिस, लेबिया मेजोरा और लेबिया मिनोरा और वजायनल ओपनिंग जैसी संरचनाएं शामिल होती हैं। योनि आंतरिक अंग होने के कारण, दूसरे आंतरिक अंगों की तरह इसे सफाई की आवश्यकता नहीं होती है। गुड बैक्टीरिया और दूसरे माइक्रोब्स वजाइना को क्लिन रखने में मदद करते हैं।
लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि हार्श सोप, डूश करने साफ करने पर वजाइना का पीएच संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे संक्रमण होने का खतरा होता है। इसलिए आप बेबीचक्रा का मॉइश्चराइजिंग बेबी वाश का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह बेबी प्रोडक्ट होने के कारण किसी भी प्रकार के केमिकल से फ्री होता है और संवेदनशील त्वचा के लिए बिल्कुल सुरक्षित होता है।
वजायना और वल्वा विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थों का उत्पादन करती हैं जो स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। महिलाओं को योनि को धोकर उसकी सारी दुर्गंध को खत्म करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। स्वस्थ योनि में स्वाभाविक रूप से हल्की गंध होती है।
योनि को धोने से भी योनि के संक्रमण से बचा नहीं जा सकता है। कुछ मामलों में, यह उन्हें और भी बदतर बना सकता है। हार्श सोप का उपयोग करने से वजायना के नाजुक टिशू सूख सकते हैं, जिससे त्वचा के फटने की आशंका रहती है। इसी माध्यम से खतरनाक बैक्टीरिया के लिए योनि को संक्रमित करना आसान हो जाता है।
अध्ययनों के अनुसार वजाइना को धोने से बहुत तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है-
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि डिलीवरी के बाद योनि की नहीं वल्वा की सफाई करनी चाहिए।
वजाइना के जगह पर वल्वा को क्लिन रखने के लिए इन टिप्स को फॉलो करना चाहिए-
– सेक्स करने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि एसटीआई के खतरे को कम किया जा सके।
-वजायना के जगह को ड्राई रखने के लिए, अंडरवियर जरूर बदलते रहना चाहिए यदि वह पसीना, मासिक धर्म के रक्त या अन्य तरल पदार्थों से गीला हो जाता है।
-यूटीआई से बचने के लिए सेक्स करने के बाद पेशाब करना चाहिए।
-पेशाब करने के बाद वल्वा को क्लिन करने के समय आगे से पीछे की ओर सफाई करनी चाहिए। सफाई करने से पहले हैंडवाश से हाथ जरूर साफ कर लेनी चाहिए।
-वल्वा को उंगलियों से अलग-अलग करके उसके सिलवटों को चारों तरफ से धीरे-धीरे से साफ करें ताकि योनि के अंदर पानी या साबुन न जा पाएं।
-गुदा मैथुन यानि एनल सेक्स के बाद सीधे वजायनल सेक्स या योनि मैथुन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे बैक्टीरिया गुदा से योनि में फैल सकते हैं।
वल्वा को गुनगुने गर्म पानी या माइल्ड सोप से धोने के बाद ड्राई कर देना चाहिए। प्रेगनेंसी के पहले, दौरान या डिलीवरी के बाद वजायना को साफ करने के दौरान ऊपर दिए गए बातों को जरूर ध्यान में रखें ताकि किसी वजाया हेल्दी रहे और किसी भी प्रकार का इंफेक्शन न हो।
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