25 Jan 2023 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
क्या आपने इसके पहले बैक्टीरियल वेजिनोसिस के बारे में सुना है? बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) बैक्टीरिया के कारण वजाइना में होने वाला एक प्रकार का इंफेक्शन है। 15 से 44 वर्ष की महिलाओं में सबसे आम वजाइनल इंफेक्शनों में ये एक है । यह गर्भवती महिलाओं में सबसे आम संक्रमणों में से एक है, जो हर साल लगभग 1 मिलियन गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करता है। लेकिन इसको लेकर चिंता करने की उतनी जरूरत नहीं है, क्योंकि सावधानी और उपचार के दोनों से इस बीमारी को मैनेज कर सकते हैं।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis) वजाइनल इंफेक्शन होने के बावजूद दवा के द्वारा जल्दी ठीक हो सकता है। लेकिन समय रहते अगर इसका उपचार नहीं किया गया तो गर्भावस्था के दौरान यौन संचारित संक्रमणों और जटिलताओं का कारण बन सकता है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) बैक्टीरिया के कारण योनि में होने वाला एक संक्रमण है। योनि में स्वाभाविक रूप से “गुड” बैक्टीरिया होते हैं जिन्हें लैक्टोबैसिली कहा जाता है और कुछ “बैड” बैक्टीरिया होते हैं, जिन्हें एनारोबेस कहा जाता है। आम तौर पर, लैक्टोबैसिली और एनारोबेस के बीच एक संतुलन होता है। जब इस संतुलन में बाधा उत्पन्न होता है, हालांकि, एनारोब संख्या में वृद्धि कर सकते हैं और बैक्टीरियल वेजिनोसिस का कारण बन सकते हैं।
आपके जानकारी के लिए बता दें कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस वजाइना में कुछ बैक्टीरिया के बढ़ने के कारण होता है। मुंह और इंटेस्टाइन या शरीर के अन्य हिस्सों की तरह वजाइना में भी कई तरह के बैक्टीरिया रहते हैं। इनमें से कई बैक्टीरिया ऐसे होते हैं, जो शरीर को अन्य बैक्टीरिया से बचाते हैं जो बीमारी का कारण बन सकते हैं। वैसे ही वजाइना यानि योनि में, लैक्टोबैसिली प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले बैक्टीरिया होते हैं, जो संक्रामक बैक्टीरिया से लड़ते हैं। संक्रामक बैक्टीरिया, एनारोबेस के नाम से जाना जाता है।
लैक्टोबैसिली और एनारोबेस के बीच सामान्य रूप से एक प्राकृतिक संतुलन होता है। लैक्टोबैसिली एनारोबेस के विकास को नियंत्रित करते हैं। अगर लैक्टोबैसिली की संख्या कम हो जाती है, तो एनारोबेस को बढ़ने का अवसर मिल जाता है। जब वजाइना में एनारोबेस की संख्या बढ़ जाती है, तब बीवी होने की संभावना बढ़ जाती है।
वजाइना में बैक्टीरिया के असंतुलन का सही कारण तो पता नहीं है, लेकिन कुछ कारक हैं जो संक्रमण के विकास के खतरे को बढ़ा सकता है-
वैसे तो बीवी से पीड़ित मरीजों में लगभग 50 से 75 प्रतिशत महिलाओं में किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होता है। बस असामान्य और दुर्गंधयुक्त वजाइनल डिस्चार्ज के लक्षण के रूप में ये सामने आता है। ये डिस्चार्ज पतला और हल्का ग्रे रंग का होता है। कुछ मामलों में, यह झागदार भी हो सकता है। डिस्चार्ज से मछली जैसी गंध, बैक्टीरिया के कारण जो केमिकल निकलता है उसके कारण होता है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस के कारण वजाइना के बाहरी हिस्से में जलन या खुजली भी हो सकती है।
प्रेगनेंट महिलाओं को बीवी होने का खतरा रहता है, क्योंकि उस दौरान उनके शरीर में हॉर्मोनल बदलाव चलता रहता है। हॉर्मोन शरीर द्वारा बनाए गए केमिकल्स होते हैं। यदि आपको गर्भावस्था के दौरान बीवी है, तो समय से पहले बच्चे का जन्म लेने और जन्म के समय कम वजन होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण गर्भावस्था के 37 सप्ताह से पहले बच्चे का जन्म हो सकता है। कम वजन तब होता है जब आपके बच्चे का वजन 5 पाउंड, 8 औंस से कम होता है। बहुत जल्दी या बहुत छोटा पैदा होने से आपके बच्चे के लिए स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती है।
आम तौर पर बैक्टीरियल वेजिनोसिस का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है। इसके अलावा वजाइना में खुजली या जलन आदि समस्याओं के लिए क्रीम लगाने की भी सलाह डॉक्टर दे सकते हैं। बिना डॉक्टर के सलाह के कोई दवा लेने या लगाने की गलती न करें।
एनस को छूने वाली किसी भी चीज के साथ वजाइना का संपर्क न हो– टॉयलेट पेपर और सेक्स टॉयज जैसी चीजें मल में पाए जाने वाले बैक्टीरिया को वजाइना में ट्रांसफर कर सकती हैं। सुनिश्चित करें कि सेक्स टॉयज हर बार इस्तेमाल करने के बाद ठीक से साफ किए जाएं।
डूशिंग से बचें– यह वजाइना में बैक्टीरिया के प्राकृतिक संतुलन को बदल देता है। इसके बजाय, हेल्दी वजाइनल और वल्वर केयर का अभ्यास करें।
हाथ धोना न भूलें– वजाइना को छूने के पहले हाथ धोना न भूलें। इससे भी संक्रमण होने का खतरा होता है।
सेक्स पार्टनर की संख्या सीमित करें– अनुसंधान से पता चलता है कि यदि आपके कई सेक्स पार्टनर हैं तो आपको बीवी होने की अधिक संभावना है।
कंडोम का इस्तेमाल– लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करने से अच्छा होता है। इससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
कॉटन या कॉटन लाइन्ड अंडरवियर– सूती लाइन्ड अंडरगार्मेंट्स पहनें। नम वातावरण में बैक्टीरिया पनपते हैं। कॉटन नमी को दूर करने में मदद करता है।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस से संबंधित जानकारियों के अलावा बेबी-केयर संबंधी और जानकारियों, प्रेगनेंसी से जुड़ी समस्याओं के समाधान, और पेरेंटिग संबंधित जानकारियों के लिए बेबीचक्रा ऐप या वेबसाइट को सब्सक्राइब करें और टेंशन फ्री होकर प्रेगनेंसी और पेरेंटिंग जर्नी को एन्जॉय करें।
संबंधित लेख:
Duct Ectasia Of The Breast: ब्रेस्ट का डक्ट एक्टेसिया क्या होता है?
Vaginal Fistulas: क्या डिलीवरी के बाद लगातार पेशाब हो जाना वजाइनल फिस्टुला का संकेत है?
Premature Aging: प्रेगनेंसी के बाद प्रीमेच्योर एजिंग के लक्षणों को ऐसे करे मैनेज
Nipple Care: ब्रेस्टफीडिंग के दौरान निप्पल में क्रैक क्यों होता है? जानें राहत पाने के उपाय।
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.