6 May 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
गर्भावस्था के बाद महिलाओं को कई जरूरी बातों का ध्यान रखना होता है। इन्हीं में एक बात गर्भावस्था में सेक्स करना भी शामिल है। वैसे, तो हेल्थ एक्सपर्ट व डॉक्टर के अनुसार, गर्भावस्था के किसी भी स्टेज में सेक्स करना सुरक्षित होता है। हालांकि, इसके लिए बस कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्या हैं वो जरूरी बातें जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
इस लेख में बेबीचक्रा गर्भावस्था में सेक्स करना कैसे पूरी तरह से सुरक्षित बनाया जा सकता है, इसकी जानकारी दे रहा है। साथ ही, प्रेग्नेंसी में सेक्स से परहेज कब करना चाहिए, इसकी भी जानकारी यहां दी गई है।
यहां हम प्रेग्नेंसी में सेक्स के दौरान गलतियां न करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इससे जुड़ी जानकारी शेयर कर रहे हैं।
अगर प्रेग्नेंसी के लक्षणों की शुरुआत हुई है यानी गर्भावस्था का पहला ट्राइमेस्टर चल रहा है, तो गर्भावस्था में सेक्स करना एक बड़ी भूल साबित हो सकती है। दरअसल, पहली तिमाही में महिलाएं कई तरह के शारीरिक व मानसिक बदलाव से गुजर रही होती हैं, ऐसे में शारीरिक संबंध के दौरान अगर कोई गलती हो जाए, तो यह गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
वहीं, गर्भावस्था के दूसरे चरण में शारीरिक संबंध बनाना सबसे अधिक सुरक्षित माना जा सकता है। इसके अलावा, अगर गर्भावस्था के तीसरे चरण में शारीरिक संबंध बनाना है, तो सावधानी से जुड़ी कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक हो सकता है।
अगर महिला को बार-बार योनि संक्रमण होता है या गर्भावस्था के दौरान योनि संक्रमण हुआ है, तो ऐसी परिस्थिति में भी प्रेग्नेंसी में सेक्स करना जोखिम भरा हो सकता है। योनि संक्रमण के दौरान संभोग करने पर संक्रमण के अधिक गंभीर होने का जोखिम हो सकता है, जो गंभीर परिस्थितियों में माँ के जरिए गर्भ के बच्चे को भी फैल सकता है। साथ ही, यह प्रसव के दौरान के जोखिम को भी बढ़ा सकता है।
ऐसा बहुत ही दुलर्भ होता है कि गर्भवती महिला गर्भावस्था के दौरान दोबारा से गर्भवती हो जाए। इसी कारण अधिकतर साथी गर्भावस्था के दौरान बिना कंडोम के इस्तेमाल के संभोग करने को प्राथमिकता दे सकते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। जब भी प्रेग्नेंसी में सेक्स करना हो, तो पुरुष साथी को कंडोम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
कंडोम का इस्तेमाल करने से दोनों ही साथी सेक्सुअल ट्रांसमिटिड डिसीज (एसटीडी) के जोखिम से सुरक्षित रह सकते हैं और गर्भावस्था के चरण को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में सेक्स करना शुरू-शुरू में दोनों ही साथी के लिए असुविधाजनक हो सकता है। ऐसे में जबरदस्ती किसी भी गलत पोजिशन में संभोग करने का प्रयास न करें। गर्भावस्था में गलत सेक्स पोजिशन न आजमाने से माँ व बच्चे को परेशानी हो सकती है, जो गंभीर परिस्थितियों का कारण भी बन सकती है।
अगर गर्भावस्था में सेक्स करना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर कम्फर्ट सेक्स पोजिशन जैसे ‘ऑन द टॉप’ पोजिशन की जानकारी ले सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में सेक्स करना अगर सुरक्षित बनाना चाहते हैं, तो गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की पूरी जानकारी रखनी चाहिए। अगर गर्भावस्था से जुड़ी रिपोर्ट में कमजोर गर्भ के संकेत मिलते हैं, तो ऐसी स्थिति में प्रेग्नेंसी में सेक्स करना असुरक्षित हो सकता है।
दरअसल, पेल्विक फ्लोर की कमजोर मांसपेशियां गर्भ में बच्चे के भार व दबाव को सहने में असक्षम हो सकती हैं। वहीं, ऐसी स्थिति में सेक्स करने से पेल्विक मांसपेशियों में खिंचाव आने का जोखिम भी बढ़ सकता है, जो गर्भावस्था के लिए जोखिम उत्पन्न कर सकता है। ऐसी स्थिति होने पर अपने डॉक्टर की उचित सलाह जरूर लें।
प्रेग्नेंसी में सेक्स करना सुरक्षित बनाने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, यह पिछली गर्भावस्था की स्थिति पर भी निर्भर कर सकता है। अगर पिछली गर्भावस्था के दौरान महिला ने गर्भपात, प्रीमैच्योर बर्थ, लेबर या किसी जटिलता का सामना किया हो, तो बेहतर होगा कि इस बार प्रेग्नेंसी में सेक्स से परहेज कर सकते हैं और सेक्स करने से पहले डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
गर्भावस्था में सेक्स के दौरान गलतियां करने से कैसे बच सकते हैं, यह गर्भावस्था के लक्षणों पर भी निर्धारित कर सकता है। अगर गर्भ में एक ही भ्रूण है, तो काफी हद तक गर्भावस्था में सेक्स करना सुरक्षित माना जा सकता है। वहीं, अगर महिला के गर्भ में एक से अधिक भ्रूण का विकास हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में प्रेग्नेंसी में सेक्स के दौरान गलतियां करने का जोखिम न उठाएं।
गर्भ में जुड़वा बच्चे या ट्रिपलेट्स बच्चे होने पर सेक्स करने से प्रेग्नेंसी की जटिलताएं बढ़ सकती हैं। साथ ही, मल्टीपल प्रेग्नेंसी से माँ के पेट का आकार भी बड़ा हो सकता है, जो संभोग की प्रक्रिया को असुविधाजनक बना सकता है।
इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर गर्भवती महिला को प्लेसेंटा प्रीविया से जुड़ी कोई समस्या है, जैसे प्लेसेंटा अपने सामान्य जगह से नीचे आ गई है या तिरछी हो गई है, तो ऐसी स्थिति में भी प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करना एक गलती बन सकती हैं। बता दें प्लेसेंटा माँ के गर्भाशय के नीचे सर्विक्स के हिस्से को कवर करता है।
अगर गर्भवती महिला को योनि से पानी, रक्त या एमनियोटिक द्रव का रिसाव होता है, तो ऐसी परिस्थिति में भी सेक्स के दौरान गलतियां नहीं करनी चाहिए। ऐसे कोई भी लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए।
प्रेग्नेंसी में सेक्स से परहेज करने के लिए न सिर्फ कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, बल्कि सेक्स टॉयज के इस्तेमाल से भी दूरी बनानी चाहिए। दरअसल, सेक्स टॉयज गर्भावस्था के दौरान संक्रमण को जोखिम बढ़ा सकते हैं, साथ ही कुछ अवस्थाओं में इससे गर्भवती महिला को अंदरूनी चोट भी लग सकती है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान सेक्स टॉय का इस्तेमाल हमेशा डॉक्टरी सलाह के अनुसार ही करनी चाहिए।
अगर गर्भवती महिला या पुरुष साथी में से किसी भी एक को एचआईवी (ह्युमन इम्युनडिफिशिएंशी वायरस या मानवीय प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु) है, तो प्रेग्नेंसी में सेक्स से परहेज करना चाहिए। ऐसी स्थिति में सेक्स करने से एचआईवी संक्रमित साथी से दूसरे साथी में भी फैल सकता है और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी जोखिम उत्पन्न कर सकता है।
गर्भावस्था में सेक्स के दौरान करने से बचने के लिए इन बताई गई बातों का ध्यान तो रखना ही चाहिए, साथ ही
गर्भावस्था में मौखिक (ओरल) सेक्स या प्रेग्नेंसी में गुदा (ऐनल) सेक्स करने से पहले डॉक्टरी सलाह लेनी भी जरूरी है। गर्भावस्था में मौखिक (ओरल) सेक्स या प्रेग्नेंसी में गुदा (ऐनल) सेक्स करने से गर्भवती महिला को संक्रमण होने का जोखिम अधिक हो सकती है। इसलिए, बेहतर होगा कि सावधानी के साथ इस फैसले पर सुरक्षित विचार करें।
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