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नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के लिए क्या खाना चाहिए?

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के लिए क्या खाना चाहिए?

28 Mar 2023 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

नॉर्मल डिलीवरी के बाद या वजाइनल डिलीवरी के बाद वजाइना को कई प्रकार के कष्ट और परेशानियों से गुजरना पड़ता है। आप ही सोचिए कि जन्म के समय बच्चे को इतने छोटे से वजाइनल ओपनिंग से निकालना पड़ता है। जाहिर है, इस प्रक्रिया से वजाइना में दर्द और कष्ट तो होगा ही। लेकिन अब यह जानना जरूरी है कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद  उसके जल्दी रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में क्या-क्या होता है, पहले यह जानना जरूरी है। तभी वजाइनल रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में बात करना आसान हो जाएगा। तो चलिए, आगे एक नजर डालते हैं कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में क्या-क्या बदलाव आता है।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में क्या-क्या होता है?। What Happened to Your Vagina After Normal Delivery in Hindi 

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में घाव, सूजन होने के साथ-साथ वजाइनल डिस्चार्ज भी हो सकता है। 

पेरिनियम में चीरा लगना– नॉर्मल डिलीवरी के दौरान, वजाइनल ओपनिंग, लेबिया, पेरिनियम फट सकता है क्योंकि बच्चे का सिर अंदर से बाहर निकलता है। वास्तव में, अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) के अनुसार, 53% से 79% महिलाएं वजाइनल बर्थ देने पर पेरिनियल फट जाने का अनुभव करती हैं।

इन वजाइनल चीरा लगने वाले जगहों पर टांका लगाने की जरूरत होती है, और घाव की गंभीरता के आधार पर, ठीक होने में हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है। इस दौरान खांसने, छींकने और मल त्याग जैसी गतिविधियों से परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, जैसे-जैसे वजाइना का घाव ठीक होने लगता है, वजाइना और उसके आसपास के क्षेत्रों में खुजली शुरू हो जाती है।

लोचिया या पोस्टपार्टम ब्लीडिंग होना– यह  लगभग 6 से 8 सप्ताह तक रहता है। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि लोचिया वजाइनल और सिजेरियन बर्थ दोनों तरह के बर्थ प्रोसेस के दौरान होता है।

वजाइना में सूजन और ड्राईनेस–  नॉर्मल डिलीवरी के बाद, वजाइना में सूजन का अनुभव होने की संभावना रहती है। इसके अलावा, हार्मोनल बदलाव के कारण वजाइनल ड्राईनेस की समस्या भी हो सकती है।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए?
नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए?/चित्र स्रोत: फ्रीपिक

डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए?। How to Soothe Your Vagina after Normal Delivery in Hindi

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में दर्द और बेचैनी को कम करने और वजाइनल रिकवरी के लिए कुछ उपचारों, सावधानियों और डायट का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है।

  • हमारी एक्सपर्ट डॉ. स्मृति सागर, एमएस ऑब्सट्रेटिक्स और गायनेकोलॉजी, नई दिल्ली की सलाह है कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी में सिट्ज बाथ का इस्तेमाल बहुत काम आता है। असल में नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइना में सूजन, दर्द, टांके लगे होते हैं। इन सब दर्द की परेशानी से नई माँ को जो जुझना पड़ता है, उससे आराम दिलाने में सिट्ज बाथ बहुत काम आता है। सिट्ज बाथ के द्वारा सेंक लेने से पेरिनियल एरिया की सफाई भी हो जाती है।
  • वजाइनल एरिया को क्लिन करने के पहले कम से कम 10-15 सेकेंड तक फोमिंग हैंडवाश से हाथ धोना बहुत जरूरी होता है, इससे इंफेक्शन को फैलने से रोका जा सकता है।
  • वजाइनल एरिया को रोजाना नेचुरल बेबी वाश या माइल्ड सोप से क्लिन करना चाहिए। 
  • नॉर्मल डिलीवरी के बाद जब तक वजाइनल एरिया बिल्कुल हेल्दी नहीं हो जाती है, तब तक मुलायम और सूती कपड़े के अंडरगार्मेंट्स पहनने चाहिए।
  • नॉर्मल डिलीवरी के बाद जब भी मल-मूत्र त्याग करने जाय, एरिया को सूखाकर पोंछ दें। वजाइनल एरिया नम रहने से इंफेक्शन फैलने का डर रहता है।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के डायट। Diet For Vaginal Recovery After Normal Delivery  in Hindi

डॉ. स्मृति सागर, एमएस ऑब्सट्रेटिक्स और गायनेकोलॉजी, नई दिल्ली का मानना है कि वजाइनल रिकवरी के लिए जिस तरह से हाइजीन मेंटेन करना जरूरी होता है, उसी तरह से डायट का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। 

  • डायट में विटामिन सी से भरपूर फूड्स को शामिल करने से वजाइना के घाव को जल्दी भरने में आसानी होती है, जैसे कि नींबू, संतरा आदि।
  • पपीता को डायट में शामिल करने से नेचुरल पेनकिलर जैसा काम होता है। साथ ही ब्रेस्टमिल्क के उत्पादन में मदद भी मिलता है।
  • अनाज में बाजरा, ज्वार जैसे होल ग्रेन लेने से हेल्दी फैट मिलता है, जो शरीर को पौष्टिकता प्रदान करने में बहुत मदद करता है।
  • अगर नॉर्मल डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग हो रहा है तो पालक का सेवन करने से न सिर्फ एनीमिया के समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि वजाइना का घाव भी जल्दी भरेगा।
  • आलमंड एक ऐसा ड्राई फ्रूट है, जो नॉर्मल डिलीवरी के बाद शरीर को एनर्जी, फैट और न्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में देता है।

एक्सपर्ट टिप्स: नॉर्मल डिलीवरी के बाद वजाइनल रिकवरी के लिए जिस तरह डायट और हाइजीन का ध्यान रखना जरूरी होता है, वैसे ही सेंसिटिव स्किन और होंठ को धूप से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सनस्क्रीन और लिप बाम का इस्तेमाल करना भी बहुत जरूरी होता है। 

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